करण ऑबेरॉय पर आरोप लगाने वाली महिला हुई गिरफ्तार, पुलिस की तफ्तीश में सच आया सामने
बीते साल बॉलीवुड में एक के बाद एक कई ऐक्टर्स के नाम Meet0 कैंपेन के चलते सामने आए थे। बहुत सारे सेलेब्स के ऊपर यौन शोषण का आरोप लगा था। बता दें कि इस कैंपेन के बाद से कोई भी महिला खुद के लिए आवाज उठाने स नहीं डरती है। बता दें कि हाल ही में टीवी जगत के जाने-माने एक्टर और गायक करण ऑबेरॉय पर एक ज्योतिष महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसके चलते करण ऑबेराय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बता दें कि करण ऑबेरॉय के खिलाफ ज्योतिष महिला ने 25 मई को पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई थी। महिला ने करण पर आरोप लगाया था कि जब वो मॉर्निंग वॉक पर गई थी तभी कुछ बाइकसवारों ने उस पर हमला कर दिया और केस वापस लेने की धमकी दे रहे थे। इतनी ही नहीं हमलावरों ने महिला पर एसिड अटैक करने की भी धमकी दी थी।
बता दें कि जब पुलिस ने इस मामले की जांच की तो सामने आया कि ये हमला करण ऑबेराय ने नहीं बल्कि उस महिला ने खुद अपने ऊपर करवाया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और दो लोगों को गिरफ्तार किया, तब इस बात का खुलासा हुआ। बता दें कि हमला करने वाले दो लोगों में एक महिला के वकील का ही रिश्तेदार था। बाद में जब पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो महिला ने कबूल किया कि उसने करण के खिलाफ अपने केस को और मजबूत करने के लिए ये फर्जी हमला करवाया था।
क्या था पूरा मामला
दरअसल महिला ने करण ऑबेरॉय पर 6 मई को खुद के साथ यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। महिला ने आरोप लगाते हुए कहा था कि, करण ने उसे शादी का झांसा देकर के उनके साथ यौन शोषण किया। महिला ने बताया कि उनकी और करण की मुलाकात एक डेटिंग ऐप के जरिए हुई थी। साल 2016 में उनकी हुई मुलाकात, धीरे-धीरे दोस्ती में बदली। और फिर करण ने एक दिन उनको अपने फ्लैट पर मिलने को बुलाया और महिला से शादी का वादा किया। उसके बाद करण ने उसके साथ जबरदस्ती की और उनका वीडियो भी बना लिया। महिला का आरोप था कि करण यौन उत्पीड़न का वीडियो दिखाकर उससे पैसे की मांगा करता था।
करण एक महीने तक रहे जेल में बंद
महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने कानूनों के चलते पुलिस ने तुरंत करण के खिलाफ कार्रवाई की और करण को हिरासत में ले लिया। करण एक महीने तक जेल में बंद रहे। लेकिन 7 जून को मुंबई हाईकोर्ट से करण को जमानत मिल गई। बता दें कि इसके पहले एक बार निचली कोर्ट से करण की जमानत खारिज कर दी गई थी।