जामुन के सिरके (jamun ka sirka) के फायदे और इसको बनाने की विधि
जामुन के फल की तरह ही जामुन का सिरका (Jamun ka sirka) भी काफी गुणकारी होता है और इसको पीने से कई तरह के रोगों से निजात मिल जाती है। आप जामुन के सिरके को आसानी से घर पर भी बना सकते हैं। जामुन का सिरका (Jamun ka sirka) पीने से क्या-क्या लाभ जुड़े हुए हैं और जामुन का सिरका किस तरह से बनाया जाता है। आइये जानते है जामुन के सिरके के फायदे (Jamun ka sirka):
जामुन के सिरके के फायदे
पाचन तंत्र हो मजबूत
जामुन का सिरका पीने से पाचन तंत्र पर अच्छा असर पड़ता है और पेट संबंधित कई रोगों से राहत मिल जाती है। इसलिए आप कब्जा, गैस या पेट में दर्द होने पर जामुन के सिरके का सेवन करें। एक चम्मच जामुन का सिरका पीते ही आपके पेट को काफी आराम पहुंच जाएगा।
शुगर का स्तर कंट्रोल में रखे
मधुमेह के मरीजों के लिए जामुन का सिरका (Jamun ka sirka) काफी गुणकारी होती है और इसे पीने से शुगर का स्तर कंट्रोल में रहता है। इसलिए शुगर के मरीजों को रोजाना जामुन का सिरका पीना चाहिए। इसे पीने से खून में शुगर का स्तर नहीं बढ़ेगा है और शुगर कंट्रोल में रहेगी।
खांसी के लिए लाभदायक
खांसी होेने पर आप जामुन का सिरका पीएं। जामुन का सिरका पीने से खांसी तुरंत ठीक हो जाती है और कफ की समस्या से भी राहत मिल जाती है। खांसी के अलावा गला खराब होने पर भी जामुन का सिरका पीया जाए तो गला एकदम सही हो जाती है।
मुंह के छाले हो सही
मुंह में छाले होने पर आप जामुन का सिरका (Jamun ka sirka) पी लें। जामुन का सिरका पीने से आपके मुंह के छाले तुरंत सही हो जाएंगे। छालों के अलावा मूसड़ों में दर्द होने पर भी अगर जामुन का सिरका पीया जाए तो मसूड़ों का दर्द भी एकदम सही हो जाता है।
लीवर के लिए लाभदायक
जामुन का सिरका पीने से लीवर एकदम सही रहता है और अच्छे से कार्य करता है। लीवर के अलावा किडनी के लिए भी जामुन का सिरका फायदेमंद साबित होता है। जिन लोगों को लिवर में सूजन की समस्या हैं वह जामुन की गुठली के रस का सेवन अवश्य करें। अगर आप रोजाना जामुन के सिरके का सेवन करेंगे आके लिवर की समस्या ठीक होने लग जाएगी।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी जामुन का सिरका (Jamun ka sirka) कारगर साबित होता है और रोज दो समय जामुन का सिरका पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर अच्छा असर पड़ता है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग रोजाना इसका सेवन किया करते हैं उनका शरीर अंदर से मजबूत बन जाता है और शरीर की रक्षा कई तरह के रोगों से होती है।
उल्टी आने पर पीएं सिरका
उल्टी आने पर आप जामुन के सिरके का सेवन करें। जामुन का सिरका पीने से मन एकदम सही हो जाएगा और उल्टी की समस्या से राहत मिल जाएगी। उल्टी के अलावा दस्त होने पर भी जामुन का सिरका पीया जाए तो दस्त एकदम सही हो जाते हैं। यदि आपको बार बार उल्टी हो रही हैं तो आप 20 ग्राम जामुन के पत्ते लें अब इसको 400 मिली पानी में उबालें। यह पानी तब तक उबालें जब तक यह आधा न रह जाए। अब यह पानी ठंडा होने पर पिए। इससे आपकी उल्टी बंद हो जाएगी।
विटामिन सी की कमी हो पूरी
जामुन के सिरके में विटामिन सी अच्छी मात्रा में मौजूद होता है। इसलिए शरीर में विटामिन सी की कमी होने पर आप जामुन का सिरका (Jamun ka sirka) पीएं। इसे पीने से शरीर में विटामिन की कमी पूरी हो जाएगी।
कैसे बनाएं जामुन का सिरका
जामुन का सिरका (Jamun ka sirka) आप आसानी से अपने घर पर बना सकते हैं। जामुन का सिरका बनाने के लिए आपको कुछ जामुन की जरूरत पड़ेगी। आप जामुन लेकर पहले उन्हें पानी की मदद से अच्छे से साफ कर दें। फिर आप जामुन को एक बर्तन में डालकर इस बर्तन को धूप में रखे दें। एक सप्ताह तक जामुन को धूप में रखने के बाद आप इसका गूदा बना लें। फिर आप इस गूदे को सूती के कपड़े में डाल लें और इसका रस निकाल लें।
इस रस को आप बोतलों में भरकर रख लें। आप चाहें तो इस रस के अंदर नमक और काली मिर्च भी डाल सकते हैं। इस तरह से आपका जामुन का सिरका बनकर तैयार हो जाएगा। कई सारी कंपनियों द्वारा जामुन का सिरका (Jamun ka sirka) बेचा भी जाता है और आप चाहें तो इसे बाजार से भी खरीद सकते हैं।
रखें इन बातों का ध्यान
- जामुन एक लाभदायक फल होता है और इसको खाने से शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं। हालांकि आप इस फल का सिरका पीते समय थोड़ा ध्यान रखें और कभी भी भोजन करने के तुरंत बाद जामुन का सिरका (Jamun ka sirka) ना पीएं।
- जामुन का सिरका आप हमेशा भोजन करने के एक घंटे बाद ही पीया करें। जामुन का सिरका पीने के कम से कम एक घंटे तक आप दूध या दही का सेवन भी ना करें।