
दुश्मन का सफाया कर देगा हनुमानजी का ये मंत्र, इस विशेष विधि से पढ़ करे शत्रु की हर चाल नाकाम
आप जीवन में जब भी कुछ अच्छा करते हैं या खुश रहते हैं तो आप से जलने वाले भी पैदा हो जाते हैं. कुछ लोगो को तो आपकी खुशियों से इतनी नफरत होती हैं कि वे उसे बर्बाद करने के लिए साजिश तक रचना शुरू कर देते हैं. ऐसे लोगो को शत्रु (दुश्मन) कहा जाता हैं. लाइफ में हर किसी का कोई ना कोई दुश्मन जरूर होता हैं. कई बार ये दुश्मन आपके किसी करीबी मित्र या रिश्तेदार की शक्ल में ही छिपा होता हैं. इसलिए हम इन्हें ठीक से पहचान नहीं पाते हैं. यदि आपके दुश्मनों की संख्या अधिक हैं या ये शत्रु आपके हर काम में बाधा उत्पन्न करते हैं तो चिंता ना कीजिये. आज हम आपको हनुमानजी का एक ऐसा मंत्र बताने जा रहे हैं जिसका जाप करने के बाद इन शत्रुओं का सफाया हो जाएगा. अर्थात इनकी सभी चालें फ़ैल हो जाएगी. इस मंत्र को आपको एक ख़ास विधि से करना होगा जो कि इस प्रकार हैं.
आपको ये मंत्र का उच्चारण 8 दिनों तक लगातार करना होगा. इन आठ दिनों में आप 27 हजार बार इस मंत्र को जपेंगे. वहीं आठवे दिन आपको एक हवन भी करना होगा. इसकी शुरुआत करने के लिए आप प्रत्येक दिन सुबह जल्दी उठ स्नान कर ले. इसके बाद हनुमानजी की मूर्ति के सामने सरसों के तेल का दीअक प्रज्वलित करे. अब सिंदूर और शुद्ध देशी घी मिलाकर हनुमानजी को लगाए. इसके बाद उन्हें गुलाब के फूलों की माला पहनाए. साथ ही बिना चुने वाले पान का भोग लगाए. ये सभी प्रक्रियाएं करने के बाद इस मंत्र का जाप करे – पूर्व कपि मुखाय पंचमुख हनुमते टं टं टं टं सकल शत्रु संहारणाय स्वाहा।।
यदि आप अपने दुश्मन से अधिक परेशान हैं या उनकी संख्या अधिक हैं तो आपको इस मंत्र को आठ दिनों के अंदर 27 हजार बार जपना होगा. हालाँकि यदि आपका शत्रु छोटा मोटा हैं या ज्यादा परेशानी नहीं हैं तो आप इसे 1100 बार भी जप सकते हैं. हालाँकि आठवे दिन आपको एक छोटा सा हवन भी करना होगा. इस हवन में आपको 270 बार सरसों की आहुतियाँ देनी होगी. इस आहुति को देते समय आप अपने शत्रु का नाम मन में सोच सकते हैं. यदि नाम नहीं भी पता तो ‘मेरे शत्रु का नाश हो’ कह सकते हैं.
यह हवन हो जाने के बाद हनुमान जी की आरती करे और उन्हें चिरोंजी चना का भोग लगाए. ये प्रसाद आप अपने परिवार के साथ बाँट कर खाए. यदि संभव हो तो इसे अपने दुश्मन को भी किसी तरह खिला दे. इस पूरी विधि के बाद आपके दुश्मन की संख्या जीरो तक पहुँच जाएगी. इसके बाद शत्रु आपके किसी कार्य में कोई बाधा उत्पन्न नहीं कर सकेगा. ये मंत्र बड़ा ही शक्तिशाली होता हैं. ऊपर से हनुमानजी का आशीर्वाद आपके साथ होता हैं तो दुश्मन आपका बाल भी बाका नहीं कर पाता हैं. हनुमानजी अक्सर लोगो के संकट हरने के लिए जाने जाते हैं. इसलिए दुश्मनों से छुटकारा पाने के लिए उनकी आराधना करना बेस्ट होता हैं.
वैसे यदि आपको ये उपाय अच्छा लगे तो इसे दूसरों के साथ साझा कीजिये ताकि वे भी इसका लाभ ले सके.