ओबामा ने पीएम मोदी को फोन कर भारत-अमेरिका के बीच रिश्ते मजबूत करने के लिए कहा शुक्रिया!
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की दोस्ती के किस्से हमने खूब सुने हैं. अब जब 20 जनवरी को ओबामा अपने पद से रिटायर हो रहे हैं तो व्हाइट हाउस से अपनी विदाई से पहले ओबामा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर बात की.ओबामा ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर इस बात के लिए धन्यवाद दिया है कि उनकी साझेदारी में भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते बेहतर हुए हैं. व्हाइट हाउस की ओर से यह जानकारी दी गई है.
भारत-अमेरिका रिश्ते को मजबूत करने के लिए शुक्रिया :
व्हाइट हाउस ने कहा, ओबामा ने वर्ष 2015 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने की याद ताजा की और प्रधानमंत्री को भारत के आगामी गणतंत्र दिवस की 68वीं वर्षगांठ से पहले बधाई दी. साथ ही ओबामा ने दोनों देशों के बीच डिफेंस, सिविल-न्यूक्लियर एनर्जी और दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए की गई साझा कोशिशों की समीक्षा करने के लिए भी शुक्रिया अदा किया.
सितंबर, 2014 में मोदी गए थे व्हाइट हाउस :
मोदी के मई 2014 में चुनाव में जीत प्राप्त करने के बाद ओबामा उन्हें सबसे पहले बधाई देने वाले नेताओं में शामिल थे और उन्होंने उन्हें व्हाइट हाउस आने का तत्काल निमंत्रण दिया था. दोनों नेताओं ने सितंबर 2014 में व्हाइट हाउस में मुलाकात की थी। इसके बाद ने उन्होंने आठ बार मुलाकात की है, जो किसी भारतीय-अमेरिकी नेता के बीच मुलाकात का एक रिकॉर्ड है. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच अच्छी दोस्ती पनप गई.
सहायक विदेश सचिव निशा देसाई बिस्वाल ने बताया कि दो नेताओं के बीच काफी अच्छे रिश्ते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों नेता व्यक्तिगत तौर पर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. वे नेतृत्व, मूल्यों एवं दृष्टिकोण को लेकर एक दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं. राष्ट्रपति ओबामा ने पीएम मोदी की कई मौकों पर तारीफ की है. ओबामा के शब्दों को टाइम मैगजीन ने पीएम मोदी की प्रोफाइल में शामिल किया. इसके अलावा पीएम मोदी ने भी हमेशा ओबामा के मूल्यों, उनके नेतृत्व के तरीकों की सार्वजनिक तौर पर प्रशंसा की है.
बुधवार को व्हाइट हाउस में अपने अंतिम प्रेस कॉन्फ्रेंस में ओबामा ने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं. उन्होनें कहा- ट्रम्प के साथ मेरी सौहादपूर्ण बातचीत हुई है और मैंने उन्हें अपनी हर तरह की सलाह देने की पेशकश की है. यह अमेरिका के हित में है कि रूस के साथ एक रचनात्मक साझेदारी बनाई जाए. आगे उन्होनें कहा कि अब वे अपना कीमती समय अपनी बेटियों के साथ बिताना चाहते हैं.