जानिए क्या है रतनजोत (Ratanjot) के औषधीय गुण और उससे जुड़े करिश्मयी फायदे
रतनजोत (Ratanjot)एक औषधीय पौधा है जिसका प्रयोग कई तरह की दवाइयों को बनाने में किया जाता है और इसका प्रयोग मसाले के रूप में भी होता है। रतनजोत की मदद से कई तरह की बीमारियों से निजात पाई जा सकती है और इसको खाने से शरीर एकदम दुरुस्त रहता है। रतनजोत (Ratanjot) के औषधीय गुण के बारे में बेहद ही कम लोगों को जानकारी है और कई लोगों ने तो इस पौधे का नाम तक भी नहीं सुना हुआ है।
रतनजोत के औषधीय गुण की वजह से ही इसे विशेष पौधा माना गया है। इस पौधे को कई नामों से जाना जाता है और कई लोग इसे अंजनकेशी, रक्तदल,उल्टे भूतकेश, महारंगी और हिमालयन आर्नेबिया के नाम से जानते हैं। वहीं रतनजोत के औषधीय गुण क्या-क्या है इसकी जानकारी इस प्रकार है-
रतनजोत के औषधीय गुण और इससे जुड़े फायदे-
बालों को करे काला
रतनजोत की मदद से सफेद बालों को काला किया जा सकता है। आप महंदी में रतनजोत का पाउडर मिला दें। फिर महंदी और रतनजोत के इस मिश्रण को किसी बर्तन में डाल दें और इस मिश्रण को अच्छे से गर्म कर लें। 15 मिनट तक इसे गर्म करने के बाद इसे ठंडा कर लें और ठंडा होते ही इसे अपने बालों पर लगा लें। जब ये बालों पर अच्छे से सूख जाए तो आप अपने बालों को पानी से धों लें। महंदी और रतनजोत को लगाने से आपके सफेद बाल एकदम से काले हो जाएंगे।
अगर आप मंहदी का प्रयोग नहीं करना चाहते हैं, तो आप रतनजोत के टुकड़े को बालों पर लगाने वाले तेल में डाल दें और इस तेल से अपने बालों की मालिश करें। ऐसा करने से आपके बाल धीरे-धीरे काले होने लग जाएंगे हैं और इनमें चमक भी आ जाएगी।
डिप्रेशन से मिले निजात
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रतनजोत के औषधीय गुण की बात की जाए तो इसकी मदद से डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारी को भी दूर किया जा सकता है। जो लोग डिप्रेशन में रहते हैं वो लोग रतनजोत का लेप अपने सिर पर लगाएं।
रतनजोत (Ratanjot) का लेप तैयार करने के लिए आप रतनजोत की जड़ को घिस लें और इसमें पानी मिलाकर एक लेप तैयार कर लें। फिर आप इस लेप को माथे पर लगा लें। ये लेप माथे पर लगाने के बाद 15 मिनट तक के लिए अपनी आंखे बंद करके लेट जाएं। ऐसा करने से आपके दिमाग को शांति मिल जाएगी और डिप्रेशन की बीमारी भी दूर हो जाएगी।
रूखापन करे दूर
अक्सर सर्दियों के दौरान त्वचा काफी रूखी हो जाती है और लॉशन लगाने के बाद भी त्वचा का रूखपन दूर नहीं होता है। अगर आपकी त्वचा रूखी रहती है तो आप रतनजोत (Ratanjot) को तेल में मिला दें और इस तेल को त्वचा पर लगा दें। इस तेल से मालिश करने से आपकी त्वचा का रुखापन एकदम से दूर हो जाए।
खून का शुद्धिकरण करें
रतनजोत के औषधीय गुणों का जिक्र आयुर्वेद में किया गया है और कई तरह की दवाई को बनाने में रतनजोत (Ratanjot) का प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार ये खून को शुद्ध करने में भी कारगर साबित होता है और इसकी चाय पीने से शरीर को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। जिन लोगों को खून की कमी है या उनका खून शुद्ध नहीं है, तो वो लोग रतनजोत के पत्तों की चाय बनाकर पीएं।
रतनजोत की चाय बनाने के लिए आपको इस पौधे की पत्तों की जरूर पड़ेगी। इस पौधे की पत्तों को लेकर आप पहले इन्हें साफ कर लें और फिर गर्म पानी में पत्तों को अच्छे से उबाल लें। फिर आप इस पानी को छान लें और इसमें चीनी मिलाकर इसका सेवन कर लें।
पथरी की समस्या को करे खत्म
रतनजोत के औषधीय गुण के कारण ही ये पौधा काफी खास माना जाता है और इस पौधे के पत्तों का काढ़ा पीने से गुर्दे की पथरी ठीक हो जाती है। इसलिए जिन लोगों को भी पथरी की बीमारी है वो लोग रतनजोत के पत्तों का काढ़ा बनाकर पी लें। इसके पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से पथरी अपने आप ही सही हो जाएगी।
त्वचा रोगों से मिले निजात
कई तरह के त्वचा रोगों को सही करने में भी रतनजोत काफी गुणकारी होता है। आयुर्वेद के अनुसार अगर रतनजोत के पौधे की जड़ों का पाउडर खाया जाए तो कई तरह के त्वचा के रोग सही हो जाते और जो लोग नियमित रूप से इसका पाउडर खाते हैं उनको दाद, खुजली और दानों जैसी त्वचा से जुड़ी समस्या नही होती है।
बाल झड़ना हों बंद
रतनजोत के औषधीय गुण बालों के लिए काफी लाभदायक होते हैं और इसका प्रयोग करने से बाल गिरना बंद हो जाते है। बाल झड़ने की समस्या से परेशान लोग 50 ग्राम दही के अंदर, एक चुटकी हल्दी पाउडर और थोड़ा सा रतनजोत मिला दें और फिर इस मिश्रण को बालों की जड़ों पर लगा लें। 20 मिनट बाद हल्के गुनगुने पानी से बालों को धो लें। ये मिश्रण हफ्ते में तीन बार सिर पर लगाने से आपके बाल गिरना बंद हो जाएंगे और वो जड़ों से मजबूत हो जाएंगे।