सुनसान रास्ते पर लोगो से लिफ्ट मांगती थी खुबसूरत लड़की, फिर कार में घुसते ही करती थी ये काम
नोएडा शहर, सड़कों पर ट्रैफिक के बीच दौड़ती कई सारी गाडियां गुजर रही होती हैं. तभी एक खुबसूरत लड़की रास्ते में किसी सुनसान जगह अकेली खड़ी प्यार से हाथ देकर लिफ्ट मांगती हैं. लड़की को देखते ही एक कार फ़ौरन ब्रेक मरती हैं और लड़की के नजदीक रुक जाती हैं. फिर लड़की प्यार से कार चलाने वाले शख्स से लिफ्ट मांगती हैं. शख्स भी ख़ुशी ख़ुशी उसे लिफ्ट ऑफर कर देता हैं. लड़की कार के अंदर बैठती हैं और दोनों निकल पड़ते हैं. लड़की कुछ देर तो उस शख्स से बातें करती हैं लेकिन फिर एक मोड़ पर अचानक गाड़ी रोकने के लिए कहती हैं. कार में बैठा आदमी भी लड़की की बात मान गाड़ी रोक देता हैं. लड़की कार से बाहर निकलती हैं और फिर पुलिस को अपने साथ ले आती हैं. लड़की पुलिस के सामने ही इल्जाम लगाती हैं कि कार में बैठे इस शख्स ने उसके साथ बलात्कार किया हैं. ये सुनते ही कार चलाने वाला हैरान रह जाता हैं. फिर इसके बाद ब्लेकमेलिंग का खेल शुरू हो जाता है.
ये कोई फ़िल्मी स्टोरी नहीं बल्कि एक सच्ची घटना हैं. हैरत की बात ये हैं कि सच्ची कहानी के विलेन खुद नोएडा के कुछ पुलिस वाले हैं. इन्हें आप वर्दी वाले गुंडे भी कह सकते हैं. इनका अपना एक गिरोह हैं जो लड़की की मदद से लोगो को बेवक़ूफ़ बनाते हैं और फिर धमकी देकर लाखों रुपए वसूल लेते हैं. जब इस गिरोह का पर्दा फाश हुआ तो नोएडा के अन्य पुलिसकर्मी भी अपने साथी पुलिस वालो की इस करतूत पर शर्मिंदा होने लगे. जरा सोचो जब आम जनता मुसीबत में होती हैं तो पुलिस के पास जाती हैं, लेकिन क्या होगा जब खुद पुलिस वाले ही जनता को ब्लैकमेल करने लग जाए.
जानकारी के मुताबक सेक्टर-44 पुलिस चौकी का इंचार्ज, 3 सिपाही और 2 महिलाओं सहित 15 लोगो का एक गैंग हैं जो राह चलते लोगो को अपने खेल का शिकार बनाते थे. इस गैंग कि लड़की अंजान व्यक्ति से पहले लिफ्ट लेती थी और फिर उसके ऊपर झूठा रेप का आरोप लगा के पुलिस वालो के साथ मिल बड़ी मोटी रकम वसूल लेती थी. समझौते के नाम पर ये लोग पैसे लिया करते थे. पकड़ी गई इस गैंग के पास पुलिस को रिश्वत के 50 हजार रुपए और एक हौंडा सिटी कार मिली हैं. वर्दी वाली इस गैंग का ये खेल काफी लम्बे समय से चल रहा था. ये अब तक 15 से अधिक लोगो को इसी तरह अपने जाल में फास चुके थे. हालाँकि इनका भांडा तब फूटा जब ये लोग जाल में फंसे एक युवक से एक लाख रुपए वसूलने की फिराक में थे. ऐसे में उस युवक ने सीधा एसएसपी को इसकी जानकारी दे दी. फिर जब इस पुरे मामले की जांच पड़ताल की गई तो इस वर्दी वाली गैंग का पर्दा फाश हो गया. इसमें पकड़े गए लोगो के नाम क्रमशः सेक्टर-44 पुलिस चौकी प्रभारी उप निरीक्षक सुनील शर्मा, कांस्टेबल मनोज कुमार, अजयवीर सिंह, देवेंद्र कुमार, पीसीआर ड्राइवर विपिन सिंह, दुर्वेश कुमार, राजेश के अलावा सलीम, सतीश उर्फ अंकित, हरिओम शर्मा, सुरेश कुमार, देशराज, विनीता पत्नी सतीश और पूजा हैं.
वैसे यदि आप से भी कोई खुबसूरत अंजान लड़की लिफ्ट मांगे तो थोड़ा संभल के रहिएगा. कहीं आपके लेने के देने ना पड़ जाए.