एक्टिंग के साथ ऑटो रिक्शा चलाती है ये अभिनेत्री, तब होता है घर का खर्च पूरा
कहते हैं कि यदि आप किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनता आपको उससे मिलाने में लग जाती है। वैसे तो ये डॉयलाग शाहरूख खान की फिल्म ओम शांति ओम का है लेकिन इस डॉयलाग में बोली गई बातें बिल्कुल सच हैं। किसी भी चीज को पूरा करने के लिए मन में सिर्फ एक जुनून होना चाहिए और किस्मत एक दिन आपको उससे मिला जरूर देती है। आज हम आपको एक ऐसी ही लड़की के बारे में बताएंगे जिसने अपने इस सपने को पूरा किया है।
मुंबई में ना जानें कितने लोग हैं जो फिल्मों में जाने का सपना देखते हैं लेकिन ये सपना हर किसी का पूरा नहीं हो पाता है। कुछ हार मान कर अपनी राह बदल लेते हैं तो वहीं कुछ पीछे मुड़कर नहीं देखते हैं और अपने सपने को पूरा करने की हर कोशिश करते हैं। आज हम आपको मुंबई के मुलुंड इलाके में रहने वाली 28 साल की लक्ष्मी निवृत्ति पंधे के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपने बचपन के सपनों को पूरा कर दिखाया और टीवी सीरियल और फिल्मों में काम करा।
लक्ष्मी का बचपन से एक सपना था कि वो फ़िल्मों और टीवी सीरियल में काम करे। लक्ष्मी ने बताया कि जब वो छोटी थी तो उनके घर पर टीवी नहीं थी तब वो अपने पड़ोसियों के घर में टीवी देखने के बदले काम किया करती थीं। बचपन से ही वो टीवी पर माधुरी दीक्षित और श्रीदेवी के गानों पर वे नाच उठतीं। लक्ष्मी को पता ही नहीं लगा की बचपन का उनका ये शौक कब उनका सपना बन गया। लेकिन उनकी घर की हालत ठीक नहीं थी। लक्ष्मी घर में सबसे छोटी थी, लेकिन मां और बहन की बीमारी की वजह से लक्ष्मी के ऊपर ही घर की सारी जिम्मेदार था। पिता का साया बचपन में ही सिर से उठ गया। घर में मां का हाथ बंटाने के लिए उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी। आठवीं कक्षा के बाद वे दूसरों के घरों में काम के लिए जाने लगी।
हालांकि अपने शौक के साथ लक्ष्मी को पता था कि उनको अपने घर को भी संभालना है। और ना ही उनको किसी फिल्म में किसी हिरोइन का रोल मिलेगा। क्योंकि ना ही इस इंडस्ट्री में उनका कोई गॉडफादर था और ना ही उनका लुक किसी हिरोइन की तरह था। लेकिन इन सबके बावजूद भी लक्ष्मी ने एक्टिंग भी की और घर के पालन पोषण के लिए ऑटो रिक्शा भी चलाना शुरू कर दिया। लक्ष्मी की मात्रभाषा मराठी है। लक्ष्मी ने कई मराठी सीरियल जैसे ‘देवयानी’, ‘लक्ष्य’, ‘तू मज़ा संगति’, और मराठी फिल्म ‘मुंबई पुणे मुंबई’ के अलावा ज़ी5 की वेबसीरिज ‘स्वराज्य रक्षक’ और हिंदी फिल्म ‘मराठवाड़ा’ जैसे कई फ़िल्मों और सीरियल में काम कर चुकी हैं।
लेकिन लक्ष्मी को कभी इस इंडस्ट्री में कोई पहचान नहीं पाया। लेकिन अब लक्ष्मी को हर कोई जानता है। बता दें कि उनको फेमस किया है बोमन ईरानी ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने लिखा कि ‘लक्ष्मी मराठी सीरियल्स में अभिनय करती हैं और बाकी के समय ऑटो चलाकर अपने परिवार के पालन-पोषण के लिए सशक्त भूमिका निभा रही हैं।’ लक्ष्मी कहती हैं कि ऐसा बिल्कुल नहीं हैं, “मैं पहले से बोमन ईरानी सर को जानती थी। हुआ यूँ कि जहाँ मैं शूटिंग कर रही थी वहीं उस दिन बोमन सर भी मुंबई के फिल्मसिटी स्टूडियो से अपनी किसी फिल्म की शूटिंग कर घर लौट रहे थे।” वे बताती हैं, ”मैं भी अपनी कुछ को-स्टार्स के रूप में काम करने वाली लड़कियों के साथ घर जा रही थीं। वहीं अचानक बोमन ईरानी से मुलाकात हुई।
बोमन सर के बारे में सुना था कि बहुत अच्छे आदमी हैं। उस दिन देख भी लिया।” ”मैंने देखा बोमन सर अपनी कार से हमारा वीडियो ले रहे थे। वह अपनी बीएमडब्ल्यू से नीचे उतरे और मेरे पास आए और बोले चलो एक राउंड लगाते हैं। मैं उन्हें देखकर बहुत खुश हो गई और उनके पैर छूने लगी तो बोमन सर ने कहा कि मेरे पैर मत छूओ।” वो बताती हैं, “बोमन जी मुझे छोटा नहीं दिखाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने ऐसा किया। उन्होंने मेरे साथ फोटो ली और खुश होकर मेरी तारीफ करते गए। मुझे तो विश्वास नहीं हो रहा था कि वह मेरे साथ थे।” कई घरों में काम कर अपने परिवार को दो वक़्त की रोटी देने वाली लक्ष्मी बताती हैं, “मैंने पार्लर में भी काम किया है लेकिन दूसरी जगह काम करने के चलते मैं अपनी एक्टिंग में फोकस नहीं कर पा रही थी।
वे बताती हैं, ”ऑडिशन के लिए कई अलग-अलग स्टूडियो जाना पड़ता था। ये स्टूडियो बहुत दूर-दूर हैं और मेरे पास पैसे नहीं रहते थे। इसलिए कई बार तो जा ही नहीं पाती थी। मुझे पता है लीड रोल तो मुझे मिलने से रहा इसलिए मैं साइड रोल कर लेती हूं।””मराठी के कई शोज में मुझे कभी प्रेग्नेंट वुमन, कभी पागल, कभी किसान की बीवी, कभी कामवाली और ऐसे कई स्पेशल एक्सपीरियंस भी मिलते हैं।” लेकिन लक्ष्मी नाउम्मीद नहीं हैं, ”मैं इस तरह ही काम करके ख़ुश हूं। खुद की मेहनत से जो कर रही हूं, उसी से संतुष्ट हूं।”
लक्ष्मी की कहानी सुनकर तो यही लगता है कि अगर कोई अपने सपने को पूरा करने के लिए हर हद से गुजर जाता है तो उसका सपना पूरा जरूर होता है।