फानी के बाद भारत में अब चक्रवात ‘वायु’ का अलर्ट, पाकिस्तान के छूट जाएंगे पसीन
बीते दिनों देश ने चक्रवात फानी का कहर देखा। अब एक और चक्रवात तूफान भारत की तरफ बढ़ रहा है। इस चक्रवात तूफान का नाम वायु है। यह नाम भारत ने ही रखा है। चक्रवात वायु तेज़ी से गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। यह तूफान सीधे गुजरात की तटों से तकराएगा। फिलहाल चक्रवात वायु की रफ्तार 110 किलो मीटर प्रति घंटा बताई जा रही है। मौसम विभाग की माने तो यह तूफान 13 जून की सुबह तक गुजरात की तटो से टकरा सकता है, जिसकी वजह से हाई अलर्ट जारी किया गया है। इतना ही नहीं, चक्रवात वायु का असर पाकिस्तान में भी देखने को मिलेगा, जिससे वहां गर्मी का प्रकोप पहले से मुकाबले अधिक होगा। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात वायु जल्द ही गुजरात के तटों पर दस्तक दे सकता है, जोकि फिलहाल 650 किलो मीटर दूर है। हालांकि, मौसम विभाग ने पहले ही बता दिया था कि 12 से 13 जून के बीच में चक्रवात वायु सौराष्ट्र की तटों से टकराएगा, जिसकी वजह से आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवात वायु की वजह से प्रशासन ने गुजरात के 32 गांवों को हाई अलर्ट पर रखा गया। साथ ही लोगों को सतर्क रहने के लिए भी कहा गया है।
गुजरात के कुछ इलाकों में हो सकती है बारिश
चक्रवात वायु के सौराष्ट्र तट से टकराने की वजह से गुजरात के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है, जिसमें अहमदाबाद, गांधीनगर और राजकोट समेत तटवर्ती इलाके वेरावल, भुज और सूरत आदि शामिल है। मौसम विभाग का कहना है कि 12 जून को दक्षिण गुजरात और महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाके में 50-60 किलोमीटर से लेकर 70 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी, लेकिन 13 जून को इसकी रफ्तार अरब सागर से सटे उत्तरी इलाके में 110-120 किलोमीटर से लेकर 135 किलोमीटर हो जाएगी, जिसकी वजह से बारिश की संभावनाएं बनी हुई हैं।
10 सालों में कोई चक्रवात सीधे गुजरात से नहीं टकराया
मौसम विभाग के आकड़ों की माने तो मॉनसून आने से पहले चक्रवात तूफान गुजरात की तरफ बढ़ता है, लेकिन सीधे उससे नहीं टकराता है। साथ ही पिछले 10 सालों में कोई भी तूफान गुजरात से सीधे नहीं टकराया है। याद दिला दें कि जून 2010 में आए चक्रवात फेट गुजरात के नजदीक आकर ओमान की तरफ बढ़ गया था, लेकिन जब वापस लौटा तो गुजरात को डराते हुए पाकिस्तान की तरफ चला गया। हालांकि, गुजरात में तमाम आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा सके।
पाकिस्तान के छूटेंगे पसीने
पाकिस्तान मौसम विभाग के विज्ञानी अब्दुर राशिद का कहना है कि चक्रवात वायु का असर पाकिस्तानी तटों पर ज्यादा नहीं है, लेकिन इसकी वजह से गर्मी बढ़ सकती है। पाकिस्तान का मानना है कि चक्रवात वायु अरब सागर में दबाव का क्षेत्र बनाएगा, जिसकी वजह से भयंकर गर्मी पड़ सकती है। याद दिला दें कि इससे पहले 2015 में भी पाकिस्तान में भयंकर गर्मी पड़ी थी, जिसकी वजह से पानी की भी किल्लत हुई थी।