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छोटी सी सौंफ में छिपा है सेहत का खजाना, आइये जानते हैं सौंफ के फायदे
सौंफ के फायदे:भारतीय मसालों की बात करें तो जहां भारतीय रसोई में पाए जाने वाले मसाले आपके खाने का जायका बढ़ाते हैं, उसी के साथ ये मसाले आपकी सेहत के लिए भी काफी अच्छे होते हैं। आज हम भारतीय मसालों में से ही एक मसाले के बारे में आपके बताएंगे जो आपके खाने में स्वाद को तो बढ़ाते ही हैं, साथ ही आपकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होते हैं। आज हम बात करेंगे भारतीय मसालों में से एक सौंफ की। बता दें कि जीरे के आकार की दिखने वाली सौंफ माउथ प्रेशनर का भी काम करती है।
बता दें कि भारत के दक्षिणी और पूर्वी भाग में सौंफ का सेवन काफी ज्यादा किया जाता है। इसी के साथ कहा जाता है कि सौंफ का पानी पीने से आपकी पाचन क्रिया भी दुरूस्त रहती है। वहीं बात करें पूर्वी भारत की तो पंच फोरन नाम के मसाले के मिश्रण में सौंफ प्रमुख सामग्रियों में से एक है। बता दें कि सबसे पहले सौंफ की खेती ग्रीक में शुरू की गई थी और इसी के बाद पूरे यूरोप में इसका विस्तार हुआ। सौंफ के फायदे की वजह से सौंफ पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गई थी। बता दें कि आज भारत सौंफ का सबसे बड़ा उत्पादक है। वहीं भारत के अलावा रूस, रोमानिया, जर्मनी और फ्रांस में सौंफ की खेती की जाती है।
सौंफ खाने के फायदे
बता दें कि सौफ में कई ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो शरीर की कई स्वास्थय समस्याओं को दूर करती है। यह पाचन क्रिया के अलावा रक्तचाप, अस्थमा, कैंसर, मुंहासे और कुछ दूसरी समस्याएं भी दूर करती है।
इसके साथ ही सौंफ के सूखे फल को चबाने से मुंह में लार (सलाईवा) का उत्पादन नहीं बढ़ता है। वहीं यह खाने के स्वाद को भी बढ़ाता है।
सौंफ के बीजों का प्रमुख तौर पर इस्तेमाल एंटासिड और मुंह की बदबू दूर करने के लिए माउथ फ्रेशनर के रूप में किया जाता है।
वहीं वजन घटाने में भी सौंफ काफी उपयोगी होती है। सौंफ के बीजों का इस्तेमाल दर्द निवारक के रूप में भी किया जा सकता है। सूजन कम करने में भी सौंफ असरकारी है। बता दें कि सौंफ में कॉपर, पोटेशियम, कैल्शियम, जिंक, मैंगनीज, विटामिन सी, आयरन, सेलेनियम और मैग्नीशियम जैसे खनिजों की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा भी सौंफ में फाइबर, फॉस्फोरस, फोलेट, पेंटोथेनिक एसिड, आयरन और नियासिन भी मौजूद रहते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं सौंफ के फायदे।
सौंफ के फायदे
आइये जानते हैं सौंफ के फायदे. सौंफ जानते हैं सौंफ कुछ अदभुत फायदे
मुंह की दुर्गंध दूर करने में सौंफ के फायदे
बता दें कि भोजन करने के बाद मुंह से दुर्गंध आती है, अगर आपने खाने में ऐसा कुछ खा लिया तो दूसरों के सामने बोलने में मुंह से महक आना बुरा माना जाता है। वहीं यदी आप खाने के बाद सौंफ खाते हैं तो वो माउथ प्रेशनर का काम करती है और मुंह की दुर्गंध को दूर करती है। सौंफ में ऐसे रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो मुंह में पैदा करने वाली दुर्गंध से लड़ते हैं जो खराब सांस पैदा करते हैं। इसके साथ ही जीवाणुरोधी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पीड़ादायक मसूड़ों को शांत करने में सहायक है। यदि आप सौंफ के बीजों को चबाकर नहीं खा पा रहे हैं तो ऐप सौंफ से बनी हुई चाय को ठंडा करने उससे कुल्ला कर सकते हैं, ऐसा करने से भी मुंह की दुर्गंध खत्म होती है।
पाचन शक्ति में सौंफ मे लाभदायी
बता दें कि सौंफ आपकी पाचन शक्ति को भी दुरूस्त करती है और यह एक मूत्रवर्धक रूप में भी काम करती है। यदि आप नियमित रूप से सौंफ की चाय बनाकर पीते हैं तो इससे शरीर में तरल पदार्थ को फ्लश किया जा सकता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व आपकी पाचन क्रिया को भी दुरूस्त करते हैं और खाने को पचाने में सहायक होते हैं। आपको करना बस ये हैं कि 1-½ छोटा चम्मच सौंफ़ के पाउडर को 1 कप उबलते पानी में मिलाएं और इसे 7 से 10 मिनट तक उबलने दें। यह चाय आपके शरीर में मूत्रवर्धक के रूप में काम करेगी।
वजन कम करने में सहायक है सौंफ
बता दें कि सौंफ में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आपकी भूख को कम करते हैं और उसके सेवन से पेट काफी देर तक भरा हुआ महसूस करता है, जिस वजह से हम जरूरत से ज्यादा भोजन नहीं करते हैं। वहीं ताजी सौंफ के बीज एक प्राकृतिक वसा नाशक के रूप में भी कार्य करती है। साथ ही यह वजन को अस्थायी रखने में भी सहायक होता है।
विधि- बता दें कि वजन कम करने के लिए आप सौंफ के बीजे को भून लें और उसका पाउडर बना लें। फिर सौंफ के पाउडर को दिन में दो बार गर्म पानी में डालकर प्रतिदिन इसका सेवन करें। ऐसा करने से आपके वजन में कमी आएगी।
कैंसर से संरक्षण में सौंफ खाने के फायदे
बता दें कि सौंफ में कैंसर पैदा करने वाले तत्वों को नष्ट करने के तत्व भी पाए जाते हैं। इसमें पाए जाने वाले गुण कैंसरजनित विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करता है। वहीं सौंफ में एनेथोल नामल एक उत्तम एंटी-इंफ्लेमेटरी फायटोनुट्रिएंट पाया जाता है, जो शरीर में पैदा होने वाले कैंसर विरोधी तत्वों को नष्ट करता है। बता दें कि टेक्सास विश्वविद्यालय में साल 2012 में हुए एक अध्ययन के मुताबिक सौंफ में वो गुण पाए गए हैं जो फायटोनुट्रिएंट ब्रेस्ट कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। वहीं सौफ में मौजूद केर्सटिन और लिमोनिन जैसे अन्य फायटोनुट्रिएंट भी हैं जो एंटी-कार्सिनोजेनिक प्रभाव के लिए जाने जाते हैं।
मासिक धर्म में सौंफ के फायदे
बता दें कि महिलाओं के मासिक धर्म में अनियमितता की वजह से उनको स्वास्थ संबंधी कई तरह की समस्याओं के लिए सौंफ का सेवन अत्यंत लाभकारी होता है। सौंफ के बीज में एम्मेनागोगे गुण पाए जाते हैं जो मासिक धर्म के प्रवाह को ठीक करते हैं और विनियमित करते हैं। ईरान के मेडिकल साइंस और स्वास्थ्य सेवाओं के बाबोल विश्वविघायल में साल 2012 में हुए एक अध्य्यन के मुताबिक यह पाया गया है कि सौंफ में डिस्मेनोरेहाल या दर्दनाक माहवारी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
खांसी-जुकाम में सौंफ है लाभदायी
बता दें कि सौंफ में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो खांसी, सर्दी, फ्लू, कउ और साइनस कंजेशन जैसी समस्याओं के छुटकारा दिलाने में लाभदायी होते हैं। बता दें यदि आपके खांसी, जुकाम और कफ जैसी समस्या है तो आप दिन में दो-तीन बार सौंफ की चाय का सेवन करने से इसमें आराम मिलेगा। इसके लिए आपको करना ये होगा कि आपको एक कप में दो चम्मच सौंफ को डालकर उबाल लें और जब आधा पानी भाप बनकर उड़ जाए तो इस पानी को छानकर उसका सेवन करें।
ह्रदय संबंधी समस्या करें दूर करने में सौंफ के फायदे
सौंफ़ दिल का दौरा या फिर स्ट्रोक के होने के खतरे को कम कर सकता है। यह पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत है जो उच्च रक्तचाप के साथ-साथ फोलेट को भी कम करने में मदद करता है।
इसके अलावा, कच्चे सौंफ़ की जड़ आहार फाइबर में समृद्ध होती है जो कोलेस्ट्रॉल के निर्माण को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें विटामिन सी भी शामिल है, जो एंटी-ऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है और फ्री-रेडिकल गतिविधि को बाधित करके हृदय रोग को रोकता है।
आंखो के लिए सौंफ के फायदे
वहीं सौंफ में आंखो संबंधी परेशानियों को दूर करने के भी लक्षण पाए जाते हैं। बता दें कि दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंस और रिसर्च के शोधकर्ताओं ने रिसर्च में पाया की सौंफ में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो आंखो में पड़ने वाले दबाव को कम करते हैं और रक्त वाहिकाओं के फैलाव को बढ़ाने में मदद कर सकता है। जिससे मोतियाबिंद जैसी बीमारी होने का खतरा कम होता है और उसके इलाज में भी मददगार होता है। बता दें कि इसके लिए आपको करना ये होगा कि आपको सौंफ के डेढ़ चमच्च बीज को एक कप पानी में डालकर तब तक उबालें जब तक पानी आधा ना हो जाए। वहीं इस घोल को ठंडा होने के बाद इसे आंखो में जलन होने पर डालें।
सौंफ को पीस पर पाउडर बना लें। यह पाउडर आधा चम्मच और आधा चम्मच पिसी मिश्री मिलाकर दूध के साथ रात को सोते समय लें। नियमित कुछ समय इसे लेने से आंखो की रोशनी तेज होती है।
त्वचा के लिए सौंफ के फायदे
वहीं शरीर को अंदरूनी रूप से स्वस्थ रखने के साथ सौंफ त्वचा के लिए भी काफी उपयोगी होता है। सौंफ में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो त्वचा की समस्याओं को दूर करते हैं। इसके लिए आपको करना ये होगा कि सौंफ को पानी में डालकर उबाल लें और फिर उबालने के बाद इस पानी को ठंडा होने के लिए रख दें। फिर इस मिश्रण में सौंफ के तेल की कुछ बूंदे मिलाकर इसे छान लें और रूई की सहायाता से अपने चेहरे पर लगाए। ऐसा करने से आपकी त्वचा में निखार आएगा।
हड्डियों के लिए सौंफ खाने के फायदे
वहीं सौंफ में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत करता है। बता दें कि सौंफ में लगभग 115 मिलीग्राम कैल्शियम मौजूद होता है और यदि आप प्रतिदिन सौंफ का सेवन कपते हैं तो इससे आपके शरीर में कैल्शियम की मात्रा बनी रहती है। बता दें कि हड्डियों को मजबूत करने के लिए सौंफ में केवल कैल्शियम ही नहीं मौजूद होता है बल्कि इसमें मैग्नीशियम, फास्फोरस और विटामिन के भी शामिल होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत करते हैं।
सौंफ की तासीर
बता दें कि सौंफ की तासीर ठंडी होती है, इसलिए गर्मियों में इसके सेवन अधिक मात्रा में किया जाता है। वहीं ठंडियों में भी आप सौंफ का सेवन कर सकते हैं लेकिन उसकी मात्रा और सेवन का ध्यान आपको रखना पड़ेगा।
सौंफ के सेवन का सही तरीका
सौंफ का उपयोग माउथ प्रेशनर के रूप में कर सकते हैं। खाने के बाद सौंफ के साथ मिश्री खाने का प्रचलन काफी पुराना है।
वहीं सौंफ को पानी में उबालकर उसके पानी का सेवन करें।
सौंफ का पाउडर बनाकर गर्मा पामी में मिलाकर उसका सेवन करें।
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