चुनाव पूर्व बाबा ने कहा था ‘दिग्विजय सिंह हारा तो जिंदा समाधि ले लूँगा’, अब मिल रहा है दंड
लोकसभा चुनाव के दौरान कई लोगो ने अलग अलग तरह के दावे किये थे. इसी कड़ी में महाराष्ट्र के रहने वाले निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरी महाराज ने भी कुछ ऐसा कह दिया था जो उन्हें अब भारी पड़ गया हैं. दरअसल इन महाराज ने भोपाल से खड़े हुए कांग्रेसी प्रत्यासी दिग्विजय सिंह की जित के लिए पूजा और हवन किया था. ये महाराज तो इस बात की पूरी ग्यारंटी भी दे रहे थे कि दिग्विजय सिंह भोपाल से जरूर जीतेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने ये तक कहा था कि यदि दिग्विजय की हार होती हैं तो वो जिंदा समाधि ले लेंगे. अब 23 मई को आए लोकसभा चुनावों के नतीजे से ये साफ़ हो गया कि भोपाल में दिग्विजय सिंह की करारी हार हुई हैं. वे बीजेपी प्रत्यासी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से भारी मतों से हारे हैं. अब ऐसे में लोग बाबाजी से पूछ रहे हैं कि आप जिंदा समाधि कब ले रहे हो?
5 क्विंटल लाल मिर्च से किया था हवन
आपको जान हैरानी होगी कि वैराग्यानंद गिरी महाराज ने साध्वी प्रज्ञा की हार के लिए करीब 5 क्विंटल लाल मिर्च का इस्तेमाल कर एक बड़ा हवन किया था. उनका दावा था कि इस हवन को करने के बाद कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अवश्य जीतेंगे. उनका कहना था कि इस पूजा से प्रज्ञा की बुरी हार होगी. इस दौरान उन्होंने प्राण लिया था कि किसी वजह से यदि दिग्विजय सिंह की हार होती हैं तो मैं उसी जगह जिंदा समाधि ले लूँगा. हालाँकि दिग्विजय की हार के बाद इन बाबा के इस दावे के कोई अते पते नहीं दिखे.
अखाड़े ने दी ये सजा
उधर बाबा का ये दावा झूठा साबित होने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोग वैराग्यानंद महाराज का विरोध करने लगे. मामले को बढ़ता देख निरंजनी अखाड़े ने एक कड़ा फैसला लिया. उन्होंने बीते शनिवार ही वैराग्यानंद को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया. इतना ही नहीं उन्हें अपने अखाड़े से भी निकाल दिया गया. बता दे कि वैराग्यानंद ने ये दावा 30 अप्रैल को पूरी मीडिया के सामने किया था. बस उनकी कही यही बात उलटी पड़ गई.
ये नेता भी फंसे थे
बता दे कि वैराग्यानंद महाराज के अलावा कांग्रेस के एक नेता भी इसी तरह के दावे कर फंस चुके हैं. दरअसल नवजोत सिंह सिद्धू ने चुनावी रैली के दौरान कहा था कि यदि राहू अमेठी से हारते हैं तो वे राजनीति छोड़ देंगे. फिर जब चुनाव नतीजे आए तो राहुल सच में अमेठी से हार गए. बस फिर क्या था सोशल मीडिया पर लोग उनकी खिल्ली उड़ाने लगे. उन्हें कई सारे मेसेज आने लगे और सभी बस यही सवाल पूछ रहे थे कि राहुल जी तो हार गए टी अब आ कब राजनीति से संन्यास ले रहे हो?
बता दे कि इस बार चुनाव के पहले विपक्ष दल जीत के कई बड़े बड़े दावे कर रहा था लेकिन जब नतीजें आए तो सभी को जैसे सांप सूंघ गया. बीजेपी ने इतने भारी मतों से ये चुनाव जीता हैं कि विपक्ष कुछ बोलने के लायक ही नहीं रहा हैं. कई लोगो का तो ये तक मानना हैं कि इस चुनाव में मिली हार के बाद कई राजनितिक पार्टियों का सूपड़ा साफ़ हो जाएगा.