जीत के करीब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर बोली – ‘मेरी विजय में धर्म की विजय, अधर्म का नाश’
आज 23 मई देश की आवाम का पैगाम राजनैतिक पार्टियों तक पहुँच जाएगा. गौरतलब हैं कि आज सुबह 8 बजे से ही लोकसभा चुनाव 2019 की मतगणना आरम्भ हो गई हैं. ऐसे में अभी तक मिल रहे रुझानों के आधार पर बीजेपी सरकार की एनडीए बढ़त में चल रही हैं. ये खबर लिखने तक एनडीए की सीटों का आकड़ा 350 के आसपास था. हालाँकि शाम होते होते इनमे कुछ बदलाव हो सकता हैं. हालाँकि अब ये लगभग क्लियर हो चूका हैं कि देश में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार बनेगी. यदि ऐसा होता हैं तो बीजेपी कांग्रेस के अतिरिक्त पहली ऐसी राजनैतिक पार्टी भी होगी जो लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुतमत के साथ अपनी सरकार बनाएगी. इस चुनावी माहोल में हर किसी की निगाहें अपने फेवरेट प्रत्यासी के ऊपर भी टिकी हुई हैं. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से बीजेपी की प्रत्यासी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के ऊपर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं.
बता दे कि साध्वी इस चुनाव के दौरान काफी विवादों से घिरी रही थी. खासकर महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को उनका ‘देशभक्त’ बताना विवादों में फंस गया था. आलाम ये था कि मोदी सहित बीजेपी ने प्रज्ञा के इस बयान से पल्ला झाड़ लिया था. इसके बाद साध्वी प्रज्ञा को अपने इस बायान के ऊपर माफ़ी भी मांगनी पड़ गई थी. इसके बाद साध्वी ने ट्वीट कर बताया था कि वो अपने प्रायश्चित के लिए कुछ दिनों का मौन व्रत रख रही हैं. अब आज के भोपाल के चुनावी रुझानो को देख तो यही लगता हैं कि उनका ये प्राश्चित काम कर गया. दरअसल फिलहाल साध्वी प्रज्ञा भोपाल से कांग्रेस प्रत्यासी दिगविजय सिंह को पछाड़ते हुए काफी आगे चल रही हैं. कांग्रेस प्रत्यासी दिग्विजय सिंह पहले मध्यप्रदेश से मुख्यमंत्री रह चुके हैं. ऐसे में साध्वी के साथ उनकी टक्कर कांटे की बताई जा रही थी लेकिन आज के चुनावी रुझानो के अनुसार फिलहाल साध्वी दिग्विजय से करीब 40 हजार वोटो से आगे चल रही हैं.
जित को देखते हुए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने दिया ये बयान
जब इस चुनावी मतगणना के बीच उनसे अपनी जीत के आसार दीखते हुए प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि “निश्चित ही मेरी विजय होगी. मेरी विजय में धर्म की विजय होगी, अधर्म का नाश होगा. मैं भोपाल की जनता का आभार देती हूँ.”
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि विपक्ष ने साध्वी की छवि धूमिल करने की पूरी कोशिश की थी. गौरतलब हैं कि प्रज्ञा ठाकुर के ऊपर मालेगाँव बम धमाके को लेकर आरोप लगे हुए हैं. ऐसे में विपक्ष ने इसका पूरा लाभ उठाते हुए उन पर कई कड़े वार किये थे लेकिन वे सभी विफल हो गए. दरअसल भोपाल लोकसभा सीट हमेशा से ही बीजेपी के लिए सुरक्षित मानी गई हैं. आपको जान हैरानी होगी कि पिछले 30 सालो में अभी तक सिर्फ भाजपा ही इस सीट से जीतती आई हैं. साल 1989 में भाजपा ने यहाँ अपनी जीत का खता खोला था इसके बाद अभी तक कोई भी कांग्रेसी प्रत्यासी भोपाल से विजय हासिल नहीं कर सकता हैं. बता दे कि आज शाम तक चुनाव आयोग इस बात की आधिकारिक घोषणा कर देगा कि कौन सी राजनैतिक पार्टी सत्ता में दुबारा आ रही हैं.