पक्षिम बंगाल में बीजेपी ऑफिस पर बम से हमले में कैलाश विजयवर्गीय बाल-बाल बचे!
पक्षिम बंगाल में हुए बम हमले की वजह से भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी गुस्सा भरा हुआ है। इस हमले की चपेट में आने से भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और महू विधानसभा क्षेत्र के विधायक कैलाश विजयवर्गीय बाल-बाल बच गए। आपको बता दें हमले से 15 मिनट पहले ही विजयवर्गीय दक्षिण 24 परगना के लिए निकले थे। बताया जा रहा है कि रोजवैली चिटफण्ड घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंधोपाध्याय की गिरफ्तारी के विरोध के समर्थन में उतरे तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार शाम को पक्षिम बंगाल के भाजपा मुख्यालय पर बम से हमला कर दिया।
शुभचिंतकों ने ज़ाहिर की चिंता:
मुख्यालय से निकलने के बाद कैलाश विजयवर्गीय को इसकी सुचना दी गयी कि मुख्यालय पर बम फेंका गया है और गाड़ियों को तोड़ा जा रहा है। आपको बता दें हमले के बाद शुभचिंतकों ने कैलाश विजयवर्गीय के प्रति अपनी चिंता ज़ाहिर की। कैलाश विजयवर्गीय ने अपने शुभचिंतकों को चिंता करने के लिये धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा है कि बंगाल बम हमले की खबर टीवी पर सुनकर उनके सभी शुभचिंतकों और मित्रों के फ़ोन आने लगे। उन्होंने लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि वह सकुशल दिल्ली वापस आ गए हैं।
बंगाल पुलिस काम करती है ममता के इशारों पर:
कैलाश विजवार्गीय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पक्षिम बंगाल की कुछ फोटो भी अपलोड की है, जो बंगाल में तृणमूल के आतंक को बयाँ करती है। बंगाल में दिन-प्रतिदिन आतंक बढ़ता ही जा रहा है। आप तो जानते ही हैं कि बंगाल पुलिस ममता के इशारों पर ही नाच रही है। यही वजह है कि वहाँ की पुलिस आतंक को रोकने में नाकाम रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं का इस घटना के बाद भ्रष्टाचार मुक्त बंगाल बनाने का संकल्प और भी मजबूत हुआ है। जब तक बंगाल को ममता के आतंक से मुक्त ना करा लिया जाए, तब तक कार्यकर्ता लगे रहेंगे।
जमकर हुई प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी:
आपको बता दें प्रदेश के तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय का घेराव करके प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। तृणमूल कार्यकर्ताओं के इस हमले में 3 पुलिस कर्मियों के साथ 15 भाजपा कार्यकर्ता भी घायल हो गए। उपद्रव करने वालों ने कार्यालय के वाहनों को जमकर तोड़ा। लगातार चार घंटे के घेराव के बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं को मुख्यालय से हटाया गया।