Flashback: वर्ल्ड कप में सचिन ने सहवाग को बनाया था बंधक, फिर किया था वीरु के साथ ये काम
विश्व कप की ट्राफी तीसरी बार अपने नाम करने के मजबूत इरादों के साथ भारतीय टीम जल्द ही इंग्लैंड रवाना होगी। भारतीय क्रिकेट टीम अब तक सिर्फ दो बार ही विश्व कप की ट्राफी अपने नाम कर सकी, जिसकी वजह से इस बार भारत की उम्मीदें बहुत ही ज्यादा बढ़ गई है। जी हां, इस बार विश्व कप इंग्लैंड की सरजमीं पर खेला जाएगा, जिसके लिए सभी टीमों ने तैयारियां शुरु कर दी है। इन सबके बीच 2011 के वर्ल्ड कप का एक ऐसा किस्सा हम लेकर आए हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
साल 2011 में भारत ने दूसरी बार विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था, लेकिन यह खिताब लंबे इंतजार के बाद भारत को नसीब हुआ था, जिसमें श्रीलंका को भारत ने 6 विकेट से धूल चटा दी थी। इस फाइनल में भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाए थे, लेकिन गौतम और धोनी की लंबी पारी ने श्रीलंका को दिन में तारे दिखा दिए थे। इसी फाइनल को लेकर सहवाग ने एक टॉक शो में किस्सा शेयर किया था, जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। बता दें कि यह किस्सा वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर से जुड़ा हुआ है।
सचिन ने वीरु को बनाया था बंधक
साल 2011 के वर्ल्ड कप के फाइनल को याद करते हुए वीरेंद्र सहवाग ने एक टॉक शो में खुलासा किया था कि उन्हें सचिन तेंदुलकर ने बंधक बना लिया था और डेंसिंग रुम से बाहर नहीं निकलने दिया था। सहवाग ने खुलासा करते हुए कहा था कि उस दिन सचिन तेंदुलकर ने मुझे फाइनल नहीं देखने दिया था और न ही उन्होंने पूरा फाइनल देखा था। हालांकि, सहवाग ने अपनी बातचीत में यह भी खुलासा किया कि आखिर सचिन ने उन्हें ड्रेसिंह रुम में बंधक क्यों बनाया था।
तो इसीलिए सचिन ने बनाया था वीरु को बंधक
सहवाग ने बताया कि जब गौतम और धोनी बल्लेबाजी कर रहे थे, तब मैं और सचिन पाजी ड्रेसिंग रुम में बैठे हुए बातचीत कर रहे थे। इसी बीच मैं उठने लगा और तभी चौका लगा, फिर सचिन ने मुझे बिठा दिया। इसके बाद फिर सहवाग जैसे ही उठने लगे, तभी फिर चौका लगा, जिसकी वजह से तेंदुलकर ने सहवाग को पूरे मैच में अपने पास ही बिठाया रखा और उन्हें ड्रेसिंग रुम से बाहर नहीं जाने दिया। इतना ही नहीं, उन्हें फाइनल भी नहीं देखने दिया।
सचिन ने पूरे समय खोल रखा था अपना बक्सा
2011 के वर्ल्ड कप के फाइनल को याद करते हुए सहवाग ने बताया कि सचिन पाजी ने ड्रेसिंग रुम में अपना बक्सा खोलकर बैठे थे और उसके सामने हाथ जोड़े हुए थे। सहवाग ने आगे कहा कि उस बक्सा में ढेर सारे भगवान थें, जिससे सचिन प्रार्थना कर रहे थें। सहवाग ने कहा कि मुझे अंधविश्वास की शिक्षा देने वाले सचिन उस दिन कुछ भी करने को तैयार थे, इसीलिए न उन्होंने मैच देखा और न ही मुझे देखने दिया। याद दिला दें कि इस मैच में सहवाग जीरो पर आउट हुए थे, तो सचिन 18 रन पर आउट हुए थे।