Exit Polls: जन-जन की एक ही आवाज- ‘आएगा तो मोदी ही’, नतीज़ों से निकल रहे ये 5 बडे़ सियासी संकेत
लोकसभा चुनाव के लिए देश भर में वोटिंग समाप्त हो चुकी है, जिसके बाद सभी को चुनावी नतीज़ों का ही इंतजार है। इन सबके बीच रविवार को तमाम मीडिया हाउस एग्जिट पोल लेकर आए, जिसमें एक बार फिर मोदी सरकार बनती हुई नजर आ रही है। जी हां, एग्जिट पोल में साफ साफ जाहिर हो रहा है कि केंद्र में एक बार फिर नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार बनने जा रही है। अधिकतर एग्जिट पोल में एनडीए को 300 से ज्यादा सीटें दी जा रही है, जिससे बीजेपी गदगद नजर आ रही है। इतना ही नहीं, एग्जिट पोल से यह पूरी तरह से साफ हो गया कि नरेंद्र मोदी सबसे बड़े नेता के रुप में उभर कर एक बार फिर सामने आएं हैं। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
एग्जिट पोल के मुताबिक, एनडीए को 300 से ज्यादा सीटें मिल रही है, तो वहीं यूपीए 100 का आकड़ा पार करती हुई नजर आ रही है, लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि अगर वाकई यही नतीज़ें आए, तो फिर कैसा होगा देश का सियासी हाल? ऐसे में यदि एग्जिट पोल के नतीजें ही लोकसभा चुनाव के नतीजें साबित हुए, तो देश में आने दिनों आपको सियासी माहौल में बड़ा बदलाव देखने को मिलता है। मतलब साफ है कि एग्जिट पोल के नतीजे बहुत कुछ संकेत दे रहे हैं, तो आइये जानते हैं कि क्या क्या संकेत मिल रहे हैं?
1. मोदी मैजिक को कोई चुनौती नहीं
एग्जिट पोल के नतीज़ों से साफ जाहिर होता है कि एक बार फिर से मोदी एक बड़े नेता के रुप में उभरे हैं। इतना ही नहीं, मोदी मैजिक के आगे विपक्षी ताकत पूरी तरह से ढेर हो गई हैं। साथ ही एग्जिट पोल इस तरफ भी इशारा कर रहा है कि विपक्ष के पास ऐसा कोई लीडर नहीं, जो मोदी का मुकाबला कर सके, क्योंकि मोदी मैजिक लगातार बरकरार है।
2. एनडीए के लिए वरदान साबित हुआ राष्ट्रवाद
पिछले दिनों से राष्ट्रवाद का मुद्दा जोर शोर से उठाया गया, जिसका पूरा फायदा एनडीए को मिला। एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी को राष्ट्रवाद या अन्य योजनाओं का भरपूर फायदा मिला। साथ ही पुलवामा के बाद सरकार ने जिस तरह से बालाकोट में एयरस्ट्राइक की, उससे बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार को काफी ज्यादा फायदा मिला।
3. मोदी मैजिक के सामने पस्त हुए राहुल-प्रियंका
यदि एग्जिट पोल के नतीजें ही 23 मई को दोहराए जाएंगे, तो इस बार कांग्रेस की हार के लिए राहुल गांधी ही नहीं, बल्कि प्रियंका गांधी भी पूरी तरह से जिम्मेदार होंगी। इतना ही नहीं, राहुल और प्रियंका के नेतृत्व पर पूरी तरह से सवाल उठाए जाएंगे, क्योंकि हाल ही में प्रियंका ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा है और उनका श्रीगणेश किसी भी तरह से शुभ नहीं हुआ। ऐसे में एक बार फिर से कांग्रेस का नेतृत्व खतरे में आ जाएगा और फिर कांग्रेस के पास कोई दूसरा चेहरा भी नहीं है।
4. मोदी फैक्टर के सामने बिखरता विपक्ष
चुनाव से ठीक पहले विपक्ष जिस तरह से एकजुट होने की बात कर रहा था, ठीक उसी तरह नतीज़ें आने के बाद उनमें फूट आ सकती है, जिसकी वजह से महागठबंधन की नैया यही समाप्त हो जाएगी और फिर से हर किसी के रास्ते अलग हो जाएंगे। इससे बीजेपी को आने वाले दिनों में और अधिक फायदा हो सकता है। इतना ही नहीं, जिन राज्यों में गठबंधन की सरकार है, उसमें बीजेपी सेंध करने में सफल हो सकती है और कांग्रेस से सत्ता छीन सकती है।
5. मजबूत होगी एनडीए
एग्जिट पोल के नतीज़ें साफ करते हैं कि यदि इसी तरह के नतीज़ें आए, तो एनडीए देश भर में और मजबूत बनेगी। साथ ही क्षेत्रीय पार्टियों पर बीजेपी का दबदबा कायम रहेगा और अन्य क्षेत्रीय पार्टियां एक बार फिर से एनडीए में शामिल हो जाएंगी। मतलब साफ है कि न सिर्फ एक बार मोदी सरकार, बल्कि बीजेपी मजबूती के साथ विपक्ष को ओंधे मुंह गिरा सकती है।