नया खुलासा: विंग कमांडर अभिनंदन को उठाकर ले गई थी ISI, 40 घंटों तक किया था टार्चर
विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की पाकिस्तान से वापसी को करीब ढाई महीना बीत चूका हैं. गौरतलब हैं कि 27 फ़रवरी को अभिनंदन एक पाकिस्तानी विमान को खदेड़ते हुए पाक सीमा में जा पहुंचे थे. यहाँ उन्हें पाकिस्तानी आर्मी ने कस्टडी में रखा था. फिर भारत और इंटरनेशनल प्रेशर के चलते पाकिस्तान ने उन्हें 1 मार्च को रिहा कर दिया था. इस घटना के करीब 75 दिनों बाद नया खुलासा सामने आया हैं जिसमे पाकिस्तान की पोल खुलते नज़र आ रही हैं. दरअसल अभिनंदन जब पाकिस्तान की हिरासत में थे तो उनके साथ असल में क्या क्या हुआ था इसका खुलासा उन्होंने खुद किया हैं. हालाँकि मीडिया के साथ ये सभी बातें अब शेयर की जा रही हैं. आपको जान हैरानी होगी कि अभिनंदन को पकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने करीब 40 घंटे तक टार्चर किया था. इतना ही नहीं वो तो अभिनंदन को भारत को सौपने को भी तैयार नहीं था. इसके साथ ही पाकिस्तान के द्वारा जारी किये विडियो की हकीकत के ऊपर भी अभिनंदन ने प्रकाश डाला. तो चलिए इस पुरे मामले को विस्तार से जानते हैं.
दरअसल पाकिस्तानी जमीन पर लैंड होने के बाद अभिनंदन को इस्लामाबाद में पाक आर्मी की कस्टडी में रखा गया था. हालाँकि यहाँ वे सिर्फ 4 घंटों के लिए ही थे. इसके बाद इन्हें आईएसआई रावलपिंडी ले गई जहाँ अभिनंदन से एक रूम में 40 घंटो तक रख कड़ी पूछताछ की गई. अभिनंदन ने बताया कि जब वे पाकिस्तानी आर्मी की कस्टडी में थे तब उनके साथ ठीक व्यवहार किया गया था लेकिन जैसे ही उन्हें आईएसआई वालो ने अपने कब्जे में लिया तो बहुत टार्चर किया गया. इस दौरान उनसे कई तरह के राज उगलवाने की कोशिश की गई. यहाँ तक कि भारत की खुफिया एजेंसी रॉ के बारे में भी उल्टा सीधा कहा गया. आईएसआई ने अभिनंदन से कहा कि तुम्हारी रॉ एजेंसी भी तुम्हे यहाँ से नहीं बचा सकती हैं. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान अभिनंदन की आँखों पर पट्टी बंधी हुई थी.
अभिनंदन जब भारत वापस आए थे तो उनकी आँखों पर दो निशान थे. पहला आँखों के ऊपर का कट का निशान उन्हें तब मिला था जब वे पाकिस्तानी इलाके में गिरे थे. यहाँ उनके पकड़ने वालो ने राइफल के बट से वार किया था. लेकिन उनकी बायीं आँख के चारो और जो गहरे काले निशान हैं वो आईएसआई के टॉर्चर की वजह से आए हैं. आईएसआई ने अभिनंदन को ये भी बताया कि वे भले ही अपनी पर्सनल जानकारी उन्हें ना दे लेकिन भारतीय मीडिया के जरिये उन्हें उनकी फैमिली से लेकर निवास स्थान तक सब कुछ पता चल गया हैं. जानकारी के मुताबिक आईएसआई वाले अभिनंदन को छोड़ने के लिए राज़ी नहीं हो रहे थे लेकिन जब पकिस्तान पर लगातार दबाव बढ़ने लगा तो पीएम इमरान खान को बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा. इसके बाद ही आईएसआई ने अभिनंदन को छोड़ा.
यदि आपको याद हो तो पकिस्तान ने अभिनंदन के दो विडियो जारी किये थे. इसमें से एक चाय पिते हुए पाकिस्तानी मेजर से बातचीत का और दुसरा पाकिस्तानी आर्मी की तारीफ़ और इंडियन मीडिया की बुराई वाला. अभिनंदन ने बताया कि इसमें से पहला चाय वाला विडियो सही हैं लेकिन जो दूसरा विडियो हैं वो फर्जी हैं. इसमें उनकी आवाज़ नहीं हैं. बता दे कि इस विडियो में करीब 40 से ज्यादा कट भी थे.