नेहरू और जिन्ना थे एडविना माउंटबेटन के 2 प्रेमी ! जानिए कैसे भारत विभाजन का मुख्य कारण थी ये लव स्टोरी!
तो अंग्रेजों ने विभाजन के लिए चली बड़ी चाल
कई पुस्तकें बताती हैं कि 3 जुलाई 1947 के दिन, समय कुछ प्रातः 3 बजे, पंडित नेहरू और लेडी एडविना एक साथ थे. एडविना नेहरू जी को उनके कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें दिखाती हैं, जो उनके और नेहरू के बीच की थी. अब नेहरू जी को यह लेडी ब्लैकमेल कर, विभाजन के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करा लेती है.
इसी तरह से अगले दिन मोहम्मद अली जिन्ना को एडविना कुछ अश्लील तस्वीरें दिखाकर, पाकिस्तान निर्माण के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करा लेती हैं.
इस तरह से यह विष कन्या भारत के विभाजन को सम्पूर्ण बना देती है.
जब गाँधी जी नाराज हुए
जब गांधीजी को यह खबर लगी तो वह काफी नाराज हो जाते हैं. लेकिन दिक्कत यह थी कि अगर नेहरू भारत के प्रधानमंत्री नहीं बनते तो अंग्रेज भारत को छोड़कर जाने के लिए राजी नहीं थे. इसलिए भारत के प्रधानमंत्री नेहरू बन जाते हैं. किन्तु गांधी जी की पसंद के व्यक्ति सरदार पटेल जी थे.
तो इस तरह से इस अकेली महिला एडविना माउंटबेटन, भारत के विभाजन का कारण बन जाती है.
इस कहानी की सच्चाई आप स्वर्गीय राजीव दीक्षित जी के भाषणों से लगा सकते हैं और साथ ही साथ कई तरह की पुस्तकें भी आपको यह सच्चाई बता देती हैं. पहली सच्चाई तो आप `डॉटर्स ऑफ एम्पायर` नामक पुस्तक से जांच सकते हैं. जो बताती है कि हाँ नेहरू और एडविना में प्रेम संबंध थे. दूसरी सच्चाई जो बताती है कि नेहरू-जिन्ना को एडविना ने ब्लैकमेल किया था वह आप आर्य जितेन्द्र की पुस्तक विष कन्या से जरूर जांच लें.
लेकिन राजीव दीक्षित की कई बातें अब गलत भी निकल रही हैं.
तो अब जैसे कि एडविन की बेटी ने भी नेहरू और उनकी माता के बीच प्रेम संबंध होने की बात बोली है.
उसी तरह से अन्य सबूतों की भी जाँच होनी चाहिए. जो लोग दावा करते हैं कि नेहरु और एडविन में शारीरिक संबंध थे, उन लोगों को सामने आकर और विस्तार से अपनी बातें बताने का सही समय आ चुका है. इससे अच्छा समय शायद ही कभी और आएगा. आपके पास अगर इस कहानी से जुड़ी कोई भी जानकारी हो तो हमें जरूर शेयर करें.
https://www.youtube.com/watch?v=C1qU-YD_Fe0