‘अगर पहले पता होती ये बात, तो सनी देओल को कभी नहीं लड़ने देता चुनाव’.., धर्मेंद्र ने कही ये बात
लोकसभा चुनाव-2019 का माहौल चल रहा है, इस बार देश के दो बड़े राजनीति दल कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी-अपनी पार्टी से फिल्मी सितारों को मैदान में उतारा है. जहां कांग्रेस ने उर्मिला मातोंडकर को मुंबई से उतारा है तो वहीं बीजेपी ने बॉलीवुड सुपरस्टार सनी देओल को उतारा है. हम बात सनी देओल की करेंगे जो पंजाब के गुरदासपुर से खड़े हैं और अपनी चुनावी रैलियों में लोगों को खूब प्रोत्साहित कर रहे हैं जिससे वे सभी 19 मई को गुरदासपुर में होने वाले मतदान से सनी को जीत दिला सकें. वहां पर कांग्रेस के उम्मीदवार सुनील जाखड़ हैं और ये धर्मेंद्र के करीबी हैं. इसलिए तो धर्मेंद्र ने कही ये बात, इसके बारे में आपको पूरी खबर पढ़नी चाहिए.
चुनावी माहौल में धर्मेंद्र ने कही ये बात
बॉलीवुड के वरिष्ठ अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद धर्मेंद्र का चौंकाने वाला बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हे इस बात की जानकारी होती कि गुरदासपुर सीट पर सुनील जाखड़ कांग्रेस के उम्मीदवार हैं तो वे सनी देओल को इस सीट पर चुनाव लड़ने की इजाजत कभी नहीं देते. हाल ही में भाजपा ने सनी देओल को गुरदासपुर सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया और अब यहं पर 19 मई को वोट डाले जाएंगे. धर्मेंद्र ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘बलराम जाखड़ मेरे भाई की तरह थे और अगर मुझे ये बात जरा सी भी पता होती कि उनके बेटे सुनील जाखड़ गुरदासपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं तो मैं सनी को उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की इजाजत कभी नहीं देता.’ धर्मेंद्र ने आगे बताया कि क्योंकि सनी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े रहे हैं इसलिए वह जाखड़ जैसे अनुभवी नेता के साथ बहस और चुनावी मुकाबला में शायद खड़े नहीं रह सकते.
अभिनेता एवं पूर्व सांसद ने धर्मेंद्र ने आगे कहा, ‘सुनील भी मेरे बेटे की तरह हैं. मेरा उनके पिता बलराम जाखड़ के साथ बहुत ही मजबूत और अच्छा संबंध था. सनी उनके साथ चुनावी मुकाबला नहीं कर सकता क्योंकि वह एक अनुभवी नेता हैं. सुनील के पिता बलराम जाखड़ भी अत्यंत अनुभवी नेता थे लेकिन हम लोग फिल्म इंडस्ट्री से आते हैं और हम यहां बहस करने नहीं आए हैं बल्कि लोगों की चिंताओं को सुनने आए हैं. हम यहां के लोगों से प्यार करते हैं.’ 83 साल के अभिनेता धर्मेंद्र ने कहा, ‘मैं मुंबई से यह रोडशो देख रहा था और इसमें काफी भीड़ दिखी. इस पल को देखकर मैं बहुत ज्यादा भावुक हो गया था. मुझे पता है कि लोग हमें प्यार करते हैं लेकिन इतना प्यार मिलेगा मुझे उम्मीद नहीं थी.’
23 मई को आएंगे रिजल्ट
भाजपा सांसद विनोद खन्ना के निधन के बाद गुरदासपुर सीट खाली हो गई थी और यहां पर साल 2017 में इस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने जीत दर्ज करा ली थी. इस सीट पर भाजपा का दबदबा रहा है और वह साल 1998 से यह सीट जीतती आई है. एक साल यहां से भाजपा की दूरी रही लेकिन इस बार यहां से सनी देओल को उताकर बीजेपी ने अपना दाव फिर खेला. लोकसभा के अंतिम चरण 19 मई को गुरदासपुर में वोट डाले जाएंगे जबकि नतीजे 23 मई की दोपहर तक घोषित कर दिए जाएंगे.