छत्तीसगढ़ में खिला 40 साल बाद दुर्लभ फूल, जिसे देखकर गांव के लोगों के दिलों में छाई दहशत
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में इन दिनों बांस के पेड़ों पर बेहद ही सुंदर फूल खिले हुए हैं और इन फूलों की वजह से जंगल की सुंदरता और बढ़ गई है। लेकिन इस जिले के लोग बांस के पेड़ पर फूल खिलने से काफी डरे हुए हैं और गांव के लोग इन फूलों को अशुभ बता रहे हैं। बस्तर जिले के चिलकुटी नामक गांव में रहने वाले लोगों के अनुसार बांस के पेड़ में फूल खिलना अशुभ होता है और ये किसी अनहोनी की और इशारा होता है। इस गांव के लोगों का ऐसा मानना है कि जब भी बांस के पेड़ पर फूल खिलते हैं तो उनके गांव में अकाल पड़ जाता है। आपको बात दें कि बांस के पेड़ पर 40-45 साल के बाद ही फूल आते हैं और बस्तर जिले के लोग इन फूलों को देखकर काफी डरे हुए हैं।
साल 1979 में खिला था आखिरी बार बांस पर फूल
बस्तर जिले के लोगों के अनुसार साल 1979 में बांस के पेड़ पर फूल खिले थे और इन फूलों के खिलने की वजह से इस जिले में अकाल आ गया था और किसानों की बुरी हालात हो गई थी। इसलिए ये लोग इन फूलों का अशुभ मानते हैं। महासमुंद जिले के 66 वर्षीय हृदयलाल साखरे के अनुसार साल 1979 में उन्होंने इन फूलों को देखा था और उस साल इस राज्य में अकाल पड़ा था। इस अकाल की वजह से गांव के लोगों को काफी परेशानी हुई थी। जिसके बाद से लोगों के मनों में इन फूलों को लेकर डर बैठ गया था और लोग इन फूलों को अशुभ मानने लगे।
हालांकिं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो कि बांस के फूलों को अशुभ नहीं मानते हैं। 80 साल के पुरुषोत्तम साखरे के अनुसार उन्होंने अपने जीवन में तीन बार बांस के पेड़ पर फूलों को खिलते हुए देखा है। जब ये छोटे थे तब इन्होंने पहली बार इन फूलों को देखा था। साखरे के अनुसार वो बांस पर फूल आने को अशुभ नहीं मानते हैं। इनका कहना है कि बांस पर फूल आने से किसी भी तरह की अनहोनी का डर नहीं होता है।
क्या कहते हैं वैज्ञानिक
वैज्ञानिक के अनुसार बांस के पेड़ पर 40 से 50 साल बाद परिवर्तन आता है और इस परिवर्तन के तहत ही इस बांस के पेड़ पर फूल खिलते हैं। फूल खिलने के बाद बांस के पेड़ सूख जाते हैं। बांस के पेड़ पर फूलों के खिलने को किसी अनहोनी से जोड़कर देखना एकदम गलत है।
बांस के फूल के बीज का करते हैं इस्तेमाल
भले ही इस जिले के लोग बांस पर फूल खिलना अशुभ मानते हो, लेकिन ये लोग इन फूलों के बीज को काफी पौष्टिक आहार मानते है। गांव के लोग बांस के फूल से गिरने वाले बीज को जमा कर इनका खाना बनाते हैं। ये लोग बांस के फूलों के बीज को पिसकर आटा बनाते है और फिर इसकी रोटी बनाकर खाते है। इन फूलों के बीज की रोटी को काफी सेहतमंद माना जाता है। इसलिए गांव के लोग बांस के फूलों के बीजों को जमीन पर गिरते ही जमा कर लेते हैं ।