विशेष

भगवान कृष्ण जी के अनुसार, इंसान को भूलकर भी नहीं करना चाहिए इन छह चीजों का अपमान

श्लोक-

यदा देवेषु वेदेषु गोषु विप्रेषु साधुषु।
धर्मो मयि च विद्वेषः स वा आशु विनश्यित।

श्रीमद्‌भागवत के इस श्लोक में भगवान कृष्ण ने ऐसी छह चीजों के बारे में बताया है जिनका अपमान करने से इंसान का दुर्भाग्य शुरू हो जाता है। भगवान कृष्ण जी के अनुसार इंसान को कभी भी देवी-देवता, वेद, गाय, साधु, धर्म और ब्राह्मण का अपमान नहीं करना चाहिए। अगर कोई भी इंसान इनके बारे में बुरा सोचता है या फिर इनका अपमान करता है तो उसे दुष्परिणामों का सामना करना पड़ सकता हैं।

भूलकर भी ना करें इन छह चीजों का अपमान-

देवी-देवती

जो लोग भगवान का अपमान करते हैं उनका विनाश जल्द ही हो जाता है। इंसान को कभी भी भगवान या देवी-देवताओं का अपमान नहीं करना चाहिए और हमेशा ही भगवान को आदर के साथ याद करना चाहिए। हिरण्यकश्यप और रावण ने भी अपने जीवन में देवी -देवताओं का खूब अपमान किया था और उनको ऐसा करने की सजा भी मिली थी।

 वेद

हमारे वेदों के जरिए ही हमे अपने धर्म से जुड़ी जानकारी मिलती है और वेदों के अंदर ही भगवानों के बारे में जिक्र किया गया है। भगवान कृष्ण जी के अनुसार इंसान को हमेशा वेदों का सम्मान करना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति वेदों का अपमान करता है तो उसे भगवान जरूर सजा देते हैं। इसलिए आप कभी भी वेदों का अपमान ना करें और हो सके तो इन्हें एक बार जरूर पढ़ें।

 गाय

हमारे धर्म में गाय को काफी पवित्र माना जाता है और गाय की पूजा करने से कई सारे पापों से निजात मिल जाती है। भगवान कृष्ण के अनुसार जो लोग गाय का अपमान करते हैं या फिर गाय को कष्ट देते हैं उन लोगों को अपने जीवन में कभी भी शांति नहीं मिलती है और वो हमेशा दुखी ही रहते हैं। इसलिए आप हमेशा गाय की सेवा करें और गाय को रोज एक रोटी जरूर खिलाया करें।

 ब्राह्मण

हमारे वेदों में  ब्राह्मणों को सबसे उच्च स्थान दिया गया है और ऐसा कहा जाता है कि ब्राह्मणों की सेवा करने से इंसान को उसके बुरे कर्मों से मुक्ति मिल जाती है।ब्राह्मणों का सदा ही आदर करना चाहिए और जीतना हो सके ब्राह्मणों को दान करना चाहिए। वहीं जो लोग ब्राह्मणों का अपमान करते हैं उनको कभी भी अपने पापों से मुक्ति नहीं मिलती है और वो अपने जीवन में केवल दुखी ही रहते हैं।

 साधु

साधुओं का अपमान करने से या फिर इनके बारे में कुछ गलत कहने से आपको कई तरह की हानि का सामना करना पड़ सकता है। हमारे कई सारे ग्रंथों के अनुसार जिन जिन लोगों ने साधुओं का अपमान किया है उनका जीवन हमेशा कष्ट से भरा ही रहा है। इसलिए आप लोग कभी भी किसी साधु या ऋषि का अपमान ना करें।

धर्म

किसी भी इंसान की पहचान उसके धर्म के आधार पर होती है और दुनिया में कई सारे धर्म मौजूद हैं। भगवान कृष्ण जी के अनुसार जो लोग धर्म का अपमान करते हैं या फिर किसी धर्म की निंदा करते हैं  उनको भगवान कभी भी माफ नहीं करते हैं। इंसान को हमेशा हर धर्म का सम्मान करना चाहिए।

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