प्रियंका गांधी के रोडशो में लगे मोदी-मोदी के नारे, तो गाड़ी रुकवा प्रियंका ने किया ये काम
जैसा कि हम सभी जानते हैं इन दिनों देश में लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर बड़ा उत्साह हैं. अभी तक इस चुनाव के छह चरणों तक के मतदान संपन्न हो चुके हैं. जल्द 19 मई को इसका सातवां और अंतिम चरण की वोटिंग होगी. ऐसे में सभी राजनितिक पार्टियाँ और उनके बड़े नेता जोर शोर से चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. इसी कड़ी में 13 मई को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मध्यप्रदेश के शहर इंदौर आई हुई थी. यहाँ शाम को प्रियंका ने एक रोडशो भी किया. इस दौरान प्रियंका के स्वागत के लिए रास्ते में 250 से अधिक मंच बने हुए थे. ये रोड शो इंदौर के राजमोहल्ला से शुरू हुआ और राजवाड़ा तक गया. इस दौरान रास्ते में जनता और कांग्रेस के समर्थको ने उनका स्वागत फूल मालाओं के साथ किया.
इंदौर में प्रियंका के सामने लगे मोदी के नारे
हालाँकि इस रोडशो के दौरान प्रियंका के साथ एक बड़ा ही अजीब वाक्या हो गया. दरअसल प्रियंका की रैली जब इंदौर के रामचंद्र नगर से होकर गुजर रही थी तो वहां मोजूद लोगो के एक समूह ने उन्हें देखते ही जोर जोर से मोदी मोदी के नारे लगाना शुरू कर दिए. अब ये एक ऐसी स्थिति हैं जिसका सामना कोई भी बड़ा राजनेता नहीं करना चाहेगा. मोदी कांग्रेस के विपक्ष दल बीजेपी के मुख्य नेता हैं. और दिलचस्प बात ये हैं कि प्रियंका के आने से एक दिन पहले मोदी भी इंदौर आए थे. ऐसे में लोगो का प्रियंका की रैली में मोदी के नारे लगाना काफी शर्मिंदगी भार मोमेंट हो सकता था.
मोदी के नारे सुनते ही प्रियंका ने किया ये काम
प्रियंका ने जैसे ही लोगो के मुंह से मोदी – मोदी के नारे सुने तो वो ना तो उदास हुई और ना ही घबराई. उन्होंने अपने चेहरे पर मुस्कान बरकरार रखी. इसके बाद उन्होंने बकायदा अपनी गाड़ी रुकवाई.फिर प्रियंका मोदी के नारे लगाने वाले लोगो से मिली और हाथ मिला कर बोली “ऑल द बेस्ट.” यहाँ प्रियंका की जगह कोई और नेता होता तो शायद विपक्ष के नारे लगाने वालो को इग्नोर कर आगे बढ़ जाता. लेकिन जब प्रियंका ने स्वयं गाड़ी रुकवाकर इनसे हाथ मिलाया और शुभकामनाएं दी तो इसे देख हर कोई हैरान रह गया. बताते चले कि प्रियंका का ये रोडशो करीब तीन घंटे का था. इस दौरान उन्होंने पांच किलोमीटर तक रिअली निकाली. इसके पहले वे मध्य प्रदेश के शहर रतलाम में भी जनसभा को आई थी. यहाँ उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा था.
23 मई को तय होगा सबकुछ
गौरतलब हैं कि 19 मई को होने वाले अंतिम चुनावी चरण के बाद 23 मई को नतीजों की घोषणा की जाएगी. ऐसे में देश की जनता को इस तारीख का बेसब्री से इंतज़ार हैं. हर कोई यही जानना चाहता हैं कि आखिर अगले पांच सालो तक इस देश में किसकी सरकार चलेगी. जहाँ एक तरफ मोदी, अमित शाह और भाजपा के अन्य नेता अपनी पार्टी के प्रमोशन में जोर शोर से लगे हुए हैं तो वहीँ दूसरी और विपक्ष दलों में महा गठबंधन का सहारा लिया हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि परिणाम आने के बाद किसकी जीत होती हैं और किसको हार का मुंह देखना पड़ता हैं.