तुलसी के अलावा तपती गर्मी और लू से बचाती है ये 4 आयुर्वेदिक औषधियां, जाने इनके रामबाण फायदे
गर्मी का मौसम ज्यादातर लोगों को पसंद नहीं आती क्योंकि इस दौरान कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं और व्यक्ति सहज महसूस नहीं कर पाता है. गर्मी के मौसम में अक्सर लोगों को बाहर घूमते हुए लू लगने का भी भय रहता है जिसके लिए लोग मुंह पर कपड़ा बांधते है, आम का पना या बेल का शरबत पीते हैं लेकिन लू से बचने के लिए और भी उपाय होते हैं. गर्मी के दिनों में गर्म-गर्म हवाओं को ही लू कहा जाता है जो अगर जोर की लगी तो इंसान को बीमार कर देती है. इससे बचने के लिए लोग तुलसी का सेवन करते हैं लेकिन तुलसी के अलावा तपती गर्मी और लू से बचाती है ये 4 आयुर्वेदिक औषधियां, इनके बारे में आपको पता होना चाहिए.
गर्मी और लू से बचाती है ये 4 आयुर्वेदिक औषधियां
आयुर्वेद के मुताबिक, ‘गर्मी का मौसम बहुत गर्म होता है और इस मौसम को कई लोग पित्त दोष भी मानते हैं.’ गर्मियों में पूरे जोश के साथ आपके शरीर में त्वचा की सूजन, पसीना, चिड़चिड़ापन, गर्मी की वजह से रैशेज, दस्त और डिहाइड्रेशन का खतरा बढ जाता है. इसलिए आयुर्वेद का सुझाव ये है कि हर किसी को मौसम केअनुसार सही भोजन का चुनाव करना चाहिए. पांच ऐसी जड़ी बूटियां हैं जिनके सेवन से आपकी सेहत अच्छी रहेगी.
ब्राह्मी
ब्राह्मी जिसे बाकोपा मोन्नियारी के नाम से भी पहचाना जाता है. यह भारत की एक पारंपरिक चिकित्सीय जड़ी बूटी है जिसका आयुर्वेद में उपयोग आमतौर पर स्मृति बढ़ाने, कामोद्दीपक और सामान्य टॉनिक के रूप में उपयोग किया जाता है. यह मन को शांत करने की काम करता है और अवसाद को भी दूर कर सकता है. यह संज्ञानात्मक प्रदर्शन को प्रभावित करता है और सीखने की शक्ति को भी बढ़ाता है, नए तंत्रिका के जुड़ाव बनाता है
और आवश्यक न्यूरोट्रांसमीटर स्तरों को संतुलित करता है. इसके अलावा शरीर में लगने वाली लू या कोई बीमारी को भी दूर करने में सहायक होता है.
मंजिष्ठा
मंजिष्ठा को रूबिया कॉर्डिफोलिया के नाम से भी जाना जाता है. रक्त में शीतलन प्रभाव और शरीर से विषाक्त पदार्थों को हटाने के लिए मंजिष्ठा होता है जो सबसे ज्यादा कीमती आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में से एक है, हालांकि यह जड़ी बूटी स्वाद में कड़वा होता है फिर भी इसके कई फायदे होते हैं. यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इफ्लामेशन और एंटी माइक्रोबियल होता है जो लू या गर्म तासीर वाली चीजों से बचाता है.
तुलसी
तुलसी का प्रयोग अमूमन सभी जानते हैं और इसे जड़ी-बूटियों में सबसे पवित्र पौधा माना जाता है. जो मानव के शरीर में एक detoxifying और क्लींजिंग एजेंट के रूप में काम करती है. यह 3000 साल पुरानी औषधि व्यापक रूप से चिकित्सीय शक्ति के कारण इसे ऐतिहासिक रूप से दवा के रूप में उपयोग किया जा रहा है. यह ज्यादा गर्मी लगने पर शरीर को ठंडा रखती हौ इसका उपयोग नियमित रूप से हर्बल चाय के रूप में किया जा सकता है. इसे तनाव दूर करने वाली औषधि के रूप में प्रयोग की जाती है.
यह भी पढ़ें : basil in hindi
आंवला
आंवले का प्रयोग तो हर भारतीय जानता होगा जिसे गूसबेरी के नाम से भी जाना जाता है. इसमें वीटामिन-सी गुण पाए जाते हैं जो यह मूत्रवर्धक और पाचन तंत्र से अतिरिक्त गर्मी को हटाता है. भोजन के अवशोषण को बढ़ाने के साथ ही शरीर को detoxify करता है. आंवला प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करता है, उम्र बढ़ने को धीमा करता है, रक्त में शर्करा के स्तर को कम करता है, गले के संक्रमण का इलाज करता है, प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है, हृदय को पोषण देता है और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है.
अश्वगंधा
अश्वगंधा का प्रयोग शरीर की शक्ति बढ़ाने में किया जाता है, जिसे भारतीय जिनसेंग के रूप में भी जाना जाता है. अश्वगंधा का प्रयोग ज्यादातर मानव शरीर में ऊर्जा और स्टेमिना को बढ़ाने के लिए किया जाता है. यह एक अविश्वसनीय औषधीय जड़ी बूटी होती है जो एक एडेपोजेन के रूप में वर्गीकृत होती है. इसमें उन लाभों की एक लंबी सूची है जिनमें ब्लड शूगर के स्तर में कमी, कोर्टिसोल के नियंत्रित स्तर के गुण पाए जाते हैं. इसके सेवन से आपमें चिंता और अवसाद से लड़ने की शक्ति आती है. इसके अलावा इसमें दिमाग को बढाने की शक्ति भी होती है.
यह भी पढ़ें : basil in hindi