पत्नी की इस आदत से परेशान था पति, लगाई तलाक की अर्जी, जज से कहा पत्नी रात को सोने नहीं देती
हाल ही में एक युवक ने अपनी पत्नी से तलाक लेने की अर्जी कोर्ट में दायर की है और इस अर्जी में इस युवक ने तलाक लेने की जो वजह बताई है, उसको सुनकर हर कोई हैरान रहे गया है। इस युवक ने तलाक की अर्जी में कहा है कि इसकी पत्नी इसे रात में सोने नहीं देती है और इसकी वजह से ये रोज अपने दफ्तर जाने के लिए लेट हो जाता है। इस युवक ने हाल ही में कोर्ट में तलाक की ये अर्जी डाली है और कोर्ट ने इस अर्जी को मंजूर कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
गाजियाबाद में रहने वाले इस युवक ने मंगलवार को कोर्ट में तलाक की अर्जी डालते हुए कहा है कि उसकी पत्नी रात को सोते समय बड़बड़ाती है। वो अपनी पत्नी की इस आदत से परेशान है और इसलिए अपनी पत्नी से तलाक लेना चाहता है। अपनी इस अर्जी में इस युवक ने लिखा है कि उसने अपनी पत्नी का कई जगह इलाज भी करवाया, मगर उसकी नींद में बडबड़ाना की आदत कम नहीं हुई। इस युवक का कहना है कि पत्नी के बडबड़ाने की वजह से ये रात को सो नहीं पाता है और रोज अपने ऑफिस पहुंचने में लेट हो जाती है। इस युवक की और से तलाक लेने के लिए दायर की गई अर्जी को कोर्ट ने मंजूर कर दिया है और इस केस की सुनवाई के लिए तारीख दे दी है।
बताया जा रहा है कि ये युवक पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करता है। जबकि इसकी पत्नी ने बीकॉम की पढ़ाई कर रखी है। ये युवक मूल रुप से बुलंदशहर का रहने वाला है और कुछ साल पहले ही इसकी शादी हुई थी। शादी के बाद ये युवक गाजियाबाद के वसुंधरा में अपनी पत्नी के साथ रहने लगा और इन दोनों की शादी को अभी केवल तीन साल ही हुए हैं।
नींद में बड़बड़ाना कोई बीमारी नहीं हैं
आपको बता दें कि अक्सर कई लोगों को नींद में बड़बड़ाने की आदत होती है और नींद में बड़बड़ाना कोई बीमारी नहीं है। ये एक प्रकार का पैरासोमनिया है जिसका मतलब होता है सोते समय इंसान अजीब सा व्यवहार करने लगता है और सोते हुए कभी खुद से ही बात करने लग जाता हैं। डॉक्टरों के अनुसार कई बार बुरे सपने के चलते लोग नींद में चीखने-चिल्लाने लग जाते हैं तो कई बार हाथ-पैर मारते हैं। नींद में बड़बड़ाने वाले व्यक्ति नींद में 30 सेकेंड से ज्यादा नहीं बोलते है।
इस समस्या का कोई भी इलाज नहीं है
इस आदत का कोई भी इलाज नहीं है और ये आदत उन लोगों में अधिक पाई जाती है जो तनाव में रहते हैं। तनाव अगर ना लिया जाए तो इस आदत से निजात पाया जा सकता है और नींद में बोलने की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। अक्सर ये समस्या होने पर लोग साइकैरिस्ट की भी मदद लिया करते हैं। हालांकि अगर रोजाना योग किया जाए और तनाव ना लिया जाए तो इस परेशानी से राहत मिल सकती है।