विराट कोहली से बहस के बाद अंपायर ने तोड़ा दरवाजा, गुस्सा शांत होने पर खुद दिया पैसा
आईपीएल का यह सीजन अंपायर और खिलाड़ियों के बीच होने वाले विवाद की वजह से काफी ज्यादा याद रखा जाएगा। इस सीजन अंपायर और खिलाड़ियों के बीच काफी ज्यादा बहस देखी गई। इस कड़ी में महेंद्र सिंह धोनी के साथ साथ विराट कोहली का नाम भी शामिल हो गया है। जी हां, आईपीएल के इस सीजन में खराब अंपायरिंग की वजह से खिलाड़ी काफी अपसेट हुए, जिसकी वजह से कई खिलाड़ी बीच मैदान में ही अपना आपा खोते हुए नजर आएं। हालांकि, इस तरह की घटना आम होती है, लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही हो गया। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
शनिवार (4मई) को बैंगलोर और हैदराबाद के बीच मुकाबला खेला गया, जिसमें विराट कोहली अंपायर से भिड़ते हुए नजर आएं। इस मैच में भले ही विराट कोहली की टीम जीत गई हो, लेकिन अंपयार का मामला काफी सुर्खियों में रहा। मामला मैदान तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि मैदान के बाहर भी बरकरार रहा और गुस्से में अंपायर ने दरवाजे को तोड़ दिया, जिसके बाद नुकसान की भरपाई भी की। हालांकि, खिलाड़ी और अंपायर को इस तरह की हरकते नहीं करनी चाहिए, इससे खेल भावना पर सवाल उठते हैं।
क्यों हुआ था विराट कोहली और अंपायर में झगड़ा?
शनिवार को खेले गए मुकाबला हैदराबाद के लिए करो या मरो जैसा था, जिसमें हैदराबाद को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन वह आखिरकार कोलकाता के हार की वजह से प्लेऑफ में पहुंच ही गई। इसी मैच में उमेश यादव की एक बॉल को अंपायर ने नो-बॉल करार दी, जोकि रिप्ले में नो-बॉल नहीं थी। इतना ही नहीं, कायदे से भी नो-बॉल नहीं थी, लेकिन अंपायर ने दी, जिसके बाद विराट कोहली और अंपायर एक दूसरे से मैदान में ही भिड़ गए।
रिप्ले में साफ होने के बाद भी अंपायर ने नहीं बदला फैसला
इस मैच की अंपायरिंग कर रहे नीजल लॉन्ग ने रिप्ले के बाद भी अपना फैसला नहीं बदला। इतना ही नहीं, टीवी रिप्ले में साफ दिखाई दिया कि उमेश का पैर लाइन से पीछे ही था, जिसके बाद विराट कोहली को काफी ज्यादा गुस्सा आ गया और उमेश यादव ने भी अंपायर से बहस की। हालांकि, मैदान में कुछ मिनटो के बाद खेल शुरु हो गया, लेकिन अंपायर का गुस्सा खत्म नहीं हुआ था और उन्होंने मैच खत्म होने के बाद एक गैर-जिम्मेदाराना हरकत कर गी।
अंपायर ने तोड़ दिया दरवाजा
विराट कोहली के साथ बहस के बाद पवेलियन लौटने के बाद अंपयार ने गुस्से में दरवाजे पर पैर मार दी, जिसके बाद दरवाजा टूट गया।कर्नाटक राज्य क्रिकेट असोसिएशन ने इस पूरे मामले की जानकारी मैच रेफरी को दी, जिसके बाद अंपायर ने इस क्षति के लिए पूरे 5000 रुपये दिए। हालांकि, कर्नाटक राज्य क्रिकेट असोसिएशन ने इस पूरे मामले पर खेद जताया है, क्योंकि इस तरह से खेल भावना धूमिल होती है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि आगे कभी भी इस तरह की घटना नहीं होगी और खेल भावना बरकरार रहे।