जीवन में वो ही व्यक्ति अधिक कामयाब हो सकता है, जो जीवन में जोखिम उठाने से ना डरे
गर्मियों की छुट्टियां पड़ने पर एक बच्चा अक्सर अपने दादा और दादी के गांव जाया करता था और वहां जाकर वो रोज अपने दादा और दादी के साथ गांव घूमा करता था। एक बार इस बच्चे ने अपनी दादी से एक सवाल किया और उनसे पूछा कि जीवन में इंसान किसी तरह से सफल और बड़ा बन सकता है? अपने पोते की बात सुनकर दादी हंसने लगी और दादी ने अपने पोते से पूछा कि तुम ये सवाल क्यों कर रहे हो? इस बच्चे ने अपनी दादी से कहा कि मैं आप जैसा कामयाब इंसान बनना चाहता हूं और इसलिए मैंने ये सवाल किया। अपने पोते की बात सुनने के बाद दादी ने उससे कहा कि चलो आज हम गांव घूमने की जगह एक पौधशाला चलते हैं।
पौधशाला में जाकर इस बच्चे ने देखा की वहां पर कई सारे पौधे लगे हुए हैं और ये बच्चा वहां से दो पौधे अपने दादा-दादी के घर ले आया। इन दो पौधों में से एक पौधे को दादी ने घर के अंदर रखे गमले में लगा दिया। जबकि दूसरे पौधे को अपने घर के पीछे बने हुए बाग में लगा दिया। इन पौधों को लगाने के बाद दादी ने अपने पोते से पूछा कि तुमको क्या लगता है इन दोनों पौधों में से कौन सा पौधा ज्यादा सफल होगा? अपनी दादी की बात सुनने के बाद इस बच्चे ने कहा कि अंदर वाले गमले में लगाया गया पौधा सबसे ज्यादा सफल होगा। क्यों जिस पौधे को आप ने बाहर लगाया है वो तेज तूफान और धूप के सामने नहीं टीक सकेगा। दादी ने अपने पोते के इस जवाब को सुनने के बाद उससे कहा, ठीक है जब तुम फिर से हमारे यहां पर आओगे तब देखना की कौन सा पौधा सफल होता है।
ये बच्चा दो साल बाद फिर से अपने दादी और दादा के घर आता है। घर आने के बाद इस बच्चे की दादी उसे सबसे पहले घर के अंदर रखे गए पौधे को दिखाती है। उस पौधे को देखकर बच्चा बोलता है कि ये पौधा तो काफी बड़ा हो गया है। अंदर लगे पौधे को दिखाने के बाद दादी बच्चे को बाग में लगे पौधे को दिखाने के लिए ले जाती है। बाग में लगे पौधे को देखकर बच्चा हैरान रहे जाता है क्योंकि वो पौधा एक बड़े पेड़ में बदल चुका था और उसकी जड़े दूर दूर तक फैली थी।
बाहर लगाए गए पौधे को दिखाने के बाद दादी अपने पोते से कहती है कि तुमने मेरे से पूछा था ना कि जीवन में कैसे सफल इंसान बना जाए? उसका उत्तर तुम्हारे सामने है? तुम्हें लगता था कि अंदर रखा गया पौधा सफल होगा क्यों वो आराम वाली जगह पर है और बाग में लगा ये पौधा असफल रहेगा। क्यों उसको धूप और तूफान का सामना करना पड़ेगा। तुम्हारी ये सोच गलत थी क्योंकि धूप और तूफान की वजह से ही ये पौधा आज पेड़ बन पाया है। अगर तुम अपने जीवन में अंदर रखे गए पौधे की तरह ही आसान रास्ता चुनते हो तो तुम्हें जीवन में उतनी कामयाबी नहीं मिलेगी। जितनी कामयाबी तुम्हें जोखिम को उठाने पर मिलेगी। तुम अपनी जिंदगी में कभी भी हार से ना डरो और हार से बचने के लिए कभी भी आसान रास्ता ना चुनो। अगर तुम बड़ा इंसान बनना चाहते हो तो किसी भी तरह के जोखिम को उठाने से मत डरना।