नासा के अधिकारी ने किया खौफनाक खुलासा, कहा धरती से टकराएगा खतरनाक खगोलीय पिंड़, मगर…
हाल ही में कॉस्मिक (खगोलीय पिंड़) खतरों को लेकर एक कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था और इस आयोजन में कई सारे वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया था। इस कांफ्रेंस के दूसरे दिन नासा के ‘सेंटर फॉर नीयर अर्थ आब्जेक्ट स्टडीज’ के मैनेजर पॉल चडस ने एक बयान देखकर हर किसी को हैरान कर दिया। अपने बयान में पॉल चडस ने एक खगोलीय पिंड के धरती से टकराने की बात कही और कहा कि ये खगोलीय पिंड आने वाले आठ सालों में धरती से टकरा सकता है। अपने बयान में पॉल चडस ने कहा कि इस खगोलीय पिंड़ का नाम एस्टेरॉएड 2019-PDC है और ये धरती के जिस हिस्से से टकराएगा वो हिस्सा काफी बुरी तरह से तबाह हो जाएगा। इस खगोलीय पिंड़ के टकराने की संभावना 10 फीसदी है और इस खगोलीय पिंड़ की टक्कर से धरती का एक शहर तबाह हो सकता है। अपने बयान में पॉल ने आगे कहा कि ये खगोलीय पिंड़ धरती के किस हिस्से से टकराएगा इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन ऐसा अनुमान है कि ये खगोलीय पिंड़ न्यूयॉर्क, डेनवर, पश्चिम और मध्य अफ्रीका से टकरा सकता है।
पॉल चडस के इस बयान से कांफ्रेंस में मौजूद हर व्यक्ति हैरान रहे गया और उन्होंने पॉल से पूछा की अगर ऐसा है तो इस बारे में क्या करना चाहते हैं? वहीं इस सवाल के जवाब में पॉल चडस ने कांफ्रेंस में मौजूद लोगों से कहा कि आप लोग परेशान मत हो 2019-PDC की कोई भी चीज धरती से नहीं टकराने वाली है। ये एक अभ्यास था और आने वाले सालों में किसी भी तरह का खगोलीय पिंड धरती से नहीं टकराने वाला है। अपने इस बयान में पॉल चडस ने आगे कहा कि 20,000 से अधिक विश्लेषणों खगोलीय पिंड से जुड़े हुए किए गए हैं और इन विश्लेषणों की मानें तो अगली सदी में इंसानों के खत्म होने की संभावना 10,000 में 1 है। पॉल के इस बयान के बाद हर किसी ने राहत की सांस ली।
साल 2013 में टकराया था पृथ्वी से खगोलीय पिंड
गौरतलब है कि अंतरिक्ष में कई तरह के खगोलीय पिंड घूमते रहते रहते हैं, जो कि धरती से काफी दूर हैं और इन खगोलीय पिंड से धरती को किसी भी तरह का खतरा नहीं हैं। लेकिन साल 2013 में एक खगोलीय पिंड धरती से टकरा गया था और खगोलीय पिंड के टकराने के चलते काफी नुकसान उस समय हुआ था। मेंच चेलियाबिंस्क में एक छोटा पिंड टकराया था और इस खगोलीय पिंड के टकराने के चलते 66 फीट गहरा गड्ढा हो गया था। दक्षिणी यूराल क्षेत्र में हुई इस घटना से उस वक्त करीब 1500 लोग घायल भी हो गए थे और काफी नुकसान भी हुआ था। धरती से इस तरह का कोई खगोलीय पिंड फिर से ना टकराए इसके लिए वैज्ञानिक अंतिरक्ष पर नजर रखे हुए हैं। हालांकि इस कांफ्रेंस में नासा की और से ये साफ कर दिया गया है कि अगली सदी तक कोई भी खतरनाक खगोलीय धरती से नहीं टकराने वाला है और इंसानों के खत्म होने की संभावना 10,000 में से केवल एक है।