इस ऐप की सहायता से सिर्फ 15 मिनट में ढूंढ निकाला चोरी हुआ मोबाइल, जाने कैसे?
आज के जमाने में लगभग हर व्यक्ति के पास मोबाइल जरूर होता हैं. बस फर्क इतना होता हैं कि किसी के पास महंगा मोबाइल होता हैं तो किसी के पास सस्ता वाला होता हैं. मोबाइल का चलन बढ़ने के साथ साथ इसके चोरी होने की घटनाएं भी बड़ी हैं. चोर बाजार में हजारों की संख्या में चोरी हुए मोबाइल मिल जाते हैं. मोबाइल चोरी होने से पैसो का नुकसान तो होता ही हैं लेकिन साथ में उसके अंदर सेव तस्वीरें, विडियो और पर्सनल डाटा भी चला जाता हैं. इस वजह से आपको कई सारे नुकसान भी हो सकते हैं. अब यदि भविष्य में आपका मोबाइल गुम हो जाए या चोरी हो तो आप क्या करेंगे? उसे कैसे ढूंढेंगे? आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसके लिए मोबाइल में एक ऐप होती हैं जो आपका मोबाइल सर्च करने में मदद करती हैं. इसी ऐप का फायदा उठाकर हाल ही में एक बीट कॉन्स्टेबल ने सिर्फ 15 मिनट के अंदर ही एक महिला डॉक्टर का चोरी हुआ मोबाइल और बैग ढूंढ निकला. आइए विस्तार से जाने ऐसा कैसे हो सका.
ऐसे पता चली चोरी हुए मोबाइल की लोकेशन
जानकारी के मुताबिक़ ये पूरी घटना दिल्ली की हैं. यहाँ के आसफ अली हॉस्पिटल अस्पताल में काम करने वाली डॉ. सुवर्ना अरुणा का हाल ही में एक मोबाइल और बैग चोरी हो गया था. अरुणा अस्पताल के ओपीडी में मरीजों को देखने में व्यस्त थी. इसी बीच उनका मोबाइल एवं बैग गायब हो गया था. ऐसे में उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी. इस केस की छानबीन के लिए ASP अशोक त्यागी के सुपरविजन में SHO जरनैल सिंह ने बीट कॉन्स्टेबल बाबू लाल को अपोइन्ट किया गया. जब बाबू लाल मौकाए वारदात पर गए तो उन्होंने अपना दिमाग दौड़ाया और एक तरकीब लगाई. उन्होंने अपने मोबाइल में ‘गूगल फाइंड डिवाइस ऐप‘ डाउनलोड की. इस ऐप की मदद से उन्होंने चोरी हुए मोबाइल की लोकेशन पता कर ली. लोकेशन में मोबाइल तीस हजारी की तरफ जाता हुआ दिखाई दे रहा था.
महिला निकली चोरनी
उधर सीसीटीवी कैमरा में डॉ. अरुणा ने कुछ महिलाओं के चेहरे देखना शुरू कर दिए. फिर डॉक्टर कॉन्स्टेबल बाबू लाल के साथ उस लोकेशन पर चल दी. यहाँ महिला डॉक्टर ने चोरनी को पहचान लिया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और डॉक्टर का मोबाइल एवं बैग भी बरामद कर लिया. पकड़ी गई महिला की पहचान 35 वर्षीय शबाना, निवासी जाफराबाद के रूप में हुई.
मरीज बन किया था डॉक्टर का मोबाइल चोरी
गिरफ्तार महिला को सिविल लाइंस थाने ले जाया गया. यहाँ जब पुलिस अधिकारीयों ने पूछताछ की तो उसने बताया कि वो मरीज बनकर डॉक्टर के पास गई थी और वहां मौका देख कर उसने मोबाइल और बैग चुरा लिया था. पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ कि इसके पहले शबाना आनंद विहार और मौर्या एंक्लेव इलाकों में भी इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुकी हैं.
यहाँ हमें बीट कॉन्स्टेबल बाबू लाल की तारीफ़ करनी होगी जिसने तुरंत तरकीब लगाई और महज 15 मिनट के अंदर ही डॉक्टर का चोरी हुआ मोबाइल ढूंढ निकला. आप लोग भी अपने मोबाइल में इस तरह की ऐप पहले से ही डाउनलोड कर के रखे ताकि जब मोबाइल चोरी हो तो आपको इसकी लोकेशन की जानकारी मिल सके.