नवजात बच्चों का बना रखा था रेट कार्ड, सुंदर बच्चों को 3.75 लाख रुपए में बेचती थी
तमिलनाडु पुलिस के हाथ एक ऑडियो टेप लगा है, जिसमें एक नर्स अपने गुनाहों को कबूल कर रही है और बता रही है कि किस तरह से वो बच्चों को बेचा करती थी। इस ऑडियो टेप में ये नर्स कहते हुए सुनाई दे रही है कि इसने बतौर नर्स रहते हुए कई सारे बच्चों का सौदा किया हुआ है।ऑडियो टेप में जिस नर्स की आवाज सुनाई दे रही है उसका नाम अमुतवल्ली बताया जा रहा है। वहीं इस टेप के वायरल होने के बाद पुलिस ने बिना कोई देरी किए इस नर्स की तलाश की और इसे गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा घटनाक्रम
दरअसल हाल ही में एक ऑडियो टेप वायरल हुई थी और इस ऑडियो टेप में अमुतवल्ली एक क्लाइंट से बात करते हुए उसको बता रही थी कि ‘उसे 10 साल रिटायर हुए हो चुके हैं और वो पिछले 30 सालों से नवजात बच्चों को बेच रही है’। आज तक भगवान की कृपा से कोई भी उसको पकड़ी नही पाया है। अमुतवल्ली के मुताबिक वो बच्चों का सौदा करने से पहले कम से कम 30 हजार रुपए एडवांस में लिया करती थी और एडवांस में पैसे मिलने के बाद ही बच्चे को बेचने की प्रक्रिया शुरू किया करती थी। ये ऑडियो टेप करीब 10 मिनट का है और इस ऑडियो टेप को 23 अप्रैल को रिकॉर्ड किया गया है।
अमुतवल्ली के अनुसार वो जब नर्स थी तो उसने सरकारी अस्पताल में जन्मे बच्चों को उन दंपत्तियों को बेचा है, जिनके बच्चे नहीं थे। अमुतवल्ली ने दंपत्ति को नवजात बच्चे देकर उनसे कई लाखों रुपए लिए हैं। इतना ही नहीं इस गुनाह में अमुतवल्ली का साथ उसके पति और सरकारी अस्पताल के एक एंबुलेंस ड्राइवर ने भी दिया है।
नवजात बच्चों का बना रखा था रेट कार्ड
अमुतवल्ली ने नवजात बच्चों का एक रेट कार्ड भी बना रखा था और इस रेट कार्ड के हिसाब से ये लोगों से पैसे लिया करती थी। रेट कार्ड के अनुसार नवजात बच्ची की कीमत अमुतवल्ली ने 2.75 लाख रुपए रख रखी थी। वहीं अगर बच्ची गोरी होती थी तो उसको ये 3.75 लाख में बेचती थी। इसी तरह से लड़कों को ये 3 लाख में बेचती थी और अगर लड़का सुंदर होता था तो उसकी कीमत 3.75 से 4 लाख के बेची की होती थी। इतना ही नहीं अमृतवल्ली बच्चों को बेचने के बाद उनका नकली जन्म प्रमाण पत्र भी बनवा देती थी और जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए ये 70 हज़ार रुपए लिया करती थी।
किया गया गिरफ्तार
तमिलनाडु पुलिस के इस ऑडियो टेप के आधार पर अमृतवल्ली और उसके पति रविचंद्रन को पकड़ लिया है और इनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद तमिलनाडु की स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश ने स्वास्थ्य एवं ग्रामीण कल्याण विभाग के निदेशक को इस मामले के जांच करने के निर्देश दिया है। इस ऑडियो टेप में अमुतवल्ली की और से किया गया खुलासे काफी हैरान करने वाला है क्योंकि ना जाने 30 सालों में इसने नर्स रहते हुए कितने सारे बच्चों का सौदा कर रखा है और कितने मां बाप को उनके बच्चों से अलग किया है।