UP Board 2019 : टॉपर तनु की भावुकता में भर गईं आंखे, खेतों में गेहूं काटने के साथ की है पढ़ाई
27 अप्रैल, 2019 को इंटरमीडिएट और हाईस्कूल का रिजल्ट एक साथ आया और उत्तर प्रदेश के बच्चों ने एक बार फिर फतेह हासिल की. मगर हम आपको एक ऐसी टॉपर की बात बता रहे हैं जिसकी रिजल्ट की खबर सुनते ही आंखें भर आईं. बागपत में किसान की बेटी तनु तोमर ने इंटरमीडिएट की मेरिट में पहला स्थान हासिल किया है और इसमें खास बात ये है कि वो सुबह गेहूं की कटाई कराई और जब दोपहर में रिजल्ट आया तो तनु ने सबसे पहले खेत में काम कर रहे अपने पिता को अपने रिजल्ट में टॉप करने की खबर दी. तनु ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया और खुशी से गदगद हो गए. अपने पिता को ऐसी खुशखबरी देते हुए टॉपर तनु की भावुकता में भर गईं आंखे, इसके बाद उसने सबको अपनी गेंहूं कटाई की कहानी भी बताई.
टॉपर तनु की भावुकता में भर गईं आंखे
बागपत में फतेहपुर पुठ्टी गांव के एक सामान्य किसान परिवार की बेटी तनु तोमर ने इंटरमीडिएट की मेरिट में पहला स्थान प्राप्त करके पश्चिमी उत्तर प्रदेश की शोभा बढ़ा दी. बेबाकी के साथ तनु कहती हैं कि सरकार बेटियों की सुरक्षा करें तो वे आसमान से तारे भी तोड़ सकती हैं. सफलता के लिए सबसे जरूरी है कि लक्ष्य निर्धारित करके उस रास्ते पर चल पड़ो और उसमें अपनी जान डाल दो. फतेहपुर पुठ्टी से श्रीराम शिक्षा मंदिर इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली तनु नेतमाम मुश्किलों को पार करते हुए 97.80 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं और किसान हरेंद्र सिंह तोमर का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया. वहीं सफलता के सवाल पर तनु का कहना है कि दसवीं के बाद टॉपर बनने का लक्ष्य निर्धारित किया था और कड़े संकल्प के साथ इसे पूरा कर दिया.
स्कूल से घर आने जाने में समय खर्च होता था इसलिए शुरुआत में टाइम मैनेजमेंट में उसे कठिनाई का सामना करना पड़ा था. पढ़ाई में अनुशासन और समय पालन सबसे ज्यादा जरूरी होता है और यही उन्होंने किया. तनु ने बताया कि छुट्टियों में स्कूल में ही एक्स्ट्रा क्लास लेती थी और बाहर किसी तरह की कोचिंग नहीं पढ़ती थीं. उनका कहना है कि मूलमंत्र संकल्प और मेहनत है जिसके बाद शिक्षकों और अभिभावकों का सहयोग मिल जाता है.
तनु तोमर कहती हैं कि उनका सपना डॉक्टर बनने का है और डॉक्टर ही एक ऐसा पेशा हो जो समाज की सबसे ज्यादा सेवा करते हैं. लक्ष्य हासिल करने के लिए वे अपनी मेहनत को बरकरार रखेंगी. फतेहुपर पुट्ठी गांव के छोटी जोत के किसान हरेंद्र सिंह की बेटी की कामयाबी के बाद उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है और इस मौके पर वे कहते हैं कि बेटी की कामयाबी से पूरा परिवार गर्व कर रहा है. परदादा ईश्वर सिंह तोमर, दादा महिपाल सिंह, दादी हरवीरी देवी, माता रूमा देवी, चाचा विश्वेंद तोमर, बहन साक्षी तोमर और भाई जयंत तोमर को अपने घर की इस लाडली पर गर्व है. वहीं स्कगूल में ढोल बजना और मिठाई बंटना आम हो गया. हरेंद्र सिंह ने बताया कि सभी लोगों को अपनी बेटियों को आगे बढ़ाना चाहिए. मामा के गांव आजमपुर में भी खुशी का माहौल बन गया है.
लैंप की रोशनी में करती थी पढ़ाई
मेधावी छात्रा तनु तोमर ने अपनी पढाई के लिए बहुत मेहनत की है. अगर कभी गांव में बिजली नहीं आई और घर का इनवर्टर भी डाउन हो गया तो वे लैंप में पढ़ाई करती थीं. पिता हरेंद्र बताते हैं कि अगर कभी गांव में दो दिन तक बिजनी नहीं आती तो लैंप की रोशनी में पढ़ती थी. वे लोग मना करते तो तनु कहती थी कि वो अपनी पढ़ाई का सिलसिला नहीं तोड़ सकती. सफलता के आसमान पर सवाल तनु तोमर से खुशी सिमट नहीं पाई और उनकी आंखें भर आईं.