नोटबंदी पर PAC सख्त, RBI गवर्नर से मांगा जवाब, पीएम मोदी को भी कर सकती है तलब
भले ही नोटबंदी के फिर पीछे पीएम मोदी का उद्देश्य बहुत अच्छा हो लेकिन अब नोटबंदी पर भी सवाल उठने लगे हैं, सोमवार को संसदीय दल की लोक लेखा समिति ने भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल और अन्य अफसरों को एक पत्र भेजकर कुछ सवाल किये हैं. साथ ही 20 जनवरी को आरबीआई गवर्नर और सम्बंधित अफसरों को तलब किया है.
आरबीआई गवर्नर को समिति के सवालों के जवाब देने हैं :
अब आरबीआई गवर्नर को समिति के सवालों के जवाब देने हैं, अगर लोक लेखा समिति यानी कि PAC रिज़र्व बैंक के जवाब से संतुष्ट नहीं होती है तो समिति प्रधानमंत्री मोदी को भी तलब कर सकती है.
समिति ने आरबीआई के पास एक प्रश्नावली भेजी है, प्रश्नावली में आरबीआई पर शक्तियों के दुरूपयोग करने की बात भी कही गयी है. समिति ने ना केवल आरबीआई गवर्नर बल्कि वित्त सचिव अशोक लवासा और आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास को भी तलब किया है.
गौरतलब है कि इस समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ कांग्रेसी नेता केवी थॉमस हैं, केवी थॉमस ने कहा कि हमने उर्जित पटेल को जो प्रश्नावली भेजी है उस पर फ़िलहाल कोई जवाब नहीं आया है. उन्हें 20 जनवरी को अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक से पहले जवाब देना ही होगा, ताकी उनके जवाबों पर विस्तृत चर्चा की जा सके.’
उन्होंने कहा कि हमें ऐसे मुद्दों पर किसी को भी बुलाने का अधिकार है, समिति पीएम मोदी को भी बुला सकती है मगर इसका फैसला 20 जनवरी के बाद ही होगा, अगर अधिकारियों ने हमें संतोषजनक जवाब दे दिया तो हम मोदी जी को नहीं बुलायेंगे’
लोक लेखा समिति ने आरबीआई गवर्नर से जो सवाल किये हैं वो इस प्रकार हैं-
कितने नोट बंद किए गए?
‘नोटबंदी की सिफारिश करते हुए क्या आरबीआई ने बताया था कि इससे देश की 86% नकदी अवैध हो जाएगी? आरबीआई इतनी ही नकदी कब तक व्यवस्था में लौटा पाएगा?’
‘किस कानून के तहत आरबीआई ने लोगों के लिये नकदी निकालने की सीमा तय की? अगर आप नियम आप न बता सकें, तो क्यों न आप पर मुकदमा चलाया जाए और शक्तियों का दुरूपयोग करने के लिए (आरबीआई गवर्नर) पद से हटा दिया जाए?’
‘दो महीनों में बार-बार बदलाव क्यों हुए? किस अधिकारी ने उंगली पर स्याही लगाने का विचार दिया? शादी से जुड़े पैसों को निकालने का नोटिफिकेशन किसने तैयार किया? क्या यह सब सरकार ने किया?’
‘कितने नोट बंद किए गए और पुरानी करंसी में से कितना वापस जमा किया जा चुका है? जब 8 नवंबर को आरबीआई ने सरकार को नोटबंदी की सलाह दी तो कितने नोटों के वापस लौटने की संभावना थी?’
‘8 नवंबर की आपात बैठक के लिए आरबीआई बोर्ड ने सदस्यों को कब नोटिस भेजा? कौन-कौन बैठक में आया? बैठक का ब्योरा क्या है?’
‘मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार नोटबंदी का फैसला आरबीआई के बोर्ड ने लिया था। सरकार ने सिर्फ सलाह पर कार्रवाई की, क्या आप सहमत हैं?
‘अगर फैसला आरबीआई का ही था, तो यह कब तय किया गया कि नोटबंदी भारत के हित में है?’
‘रातों-रात 500 और 1,000 रुपए के नोट बंद करने के पीछे आरबीआई ने क्या कारण पाए?’
‘देश में सिर्फ 500 करोड़ रु. की जाली करंसी है। नकदी में बड़े नोटों का हिस्सा 86% था, ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी कि नोटबंदी करनी पड़ी?’