दिल्ली सहित एक दर्जन रेलवे स्टेशन बनेंगे विश्व स्तरीय। जानें क्या आपका शहर है उनमे एक
नौ साल के लंबे अंतराल के बाद रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय बनाने की योजना पर अमल शुरू हो गया है। सरकार नई दिल्ली, मुंबई, लुधियाना, अंबाला सहित देश के एक दर्जन बड़े स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने जा रही है। इससे रेल यात्रियों को स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी और भीड़ भाड़ में होने वाली परेशानी से छुटकारा भी मिल जाएगा। सरकार की योजना शहरों के बीच स्थिति रेलवे स्टेशनों को व्यवसायिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनाने की है।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कोरिया की एक कंपनी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को विकसित करने में दिलचस्पी दिखाई है। कंपनी ने स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने के लिए मॉडल तैयार किया है। इसके मुताबिक स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने पर लगभग 9,000 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके अलावा फ्रांस सीएसटी (मुंबई), लुधियाना व अंबाला (पंजाब) रेलवे स्टेशनों को विकसित करने के लिए आगे आया है।
उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड स्टेशनों के पुनर्विकास संबंधी आदर्श दस्तावेज जून 2016 तक तैयार कर अपलोड कर देगा। इसके पश्चात जोनल रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए निविदा आमंत्रित कर सकेंगे। मोदी सरकार ने 400 स्टेशनों का पुनर्विकास कराने की योजना बनाई है। इनको विभिन्न मॉडल-नीति के तहत विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ बड़े रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय बनाने के लिए वल्र्ड बैंक से 3,000 करोड़ रुपए कर्ज लिया जा रहा है। यह पैसा कम ब्याज दरों पर सात साल के लिए लिया जाएगा।
साल के अंत तक निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद
रेल मंत्रालय हबीबगंज, बिजवासन, आनंद विहार, चंडीगढ़, शिवाजी नगर, सूरत, गांधी नगर, मोहाली रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकास के लिए इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (आईआरएसडीसी) को पिछले साल दे चुका है। स्टेशनों के ग्लोबल टेंडर जारी करने की प्रक्रिया विभिन्न स्तर पर चल रही है। इस साल के अंत तक स्टेशनों पर निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
सुझाव के लिए भेजा गया मसौदा
रेल मंत्रालय ने कुछ स्टेशनों को शहरी विकास मंत्रालय के पीएसयू नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरशन (एनबीसीसी) को देने का फैसला किया है। रेल मंत्रालय ने एक कैबिनेट नोट तैयार किया है, जिसे अंतर मंत्रालयों को सुझाव के लिए भेजा गया है।
कंपनियों को स्टेशन चुनने की आजादी
रेलवे की नीति के मुताबिक देशी-विदेशी कंपनियों को आाजदी होगी कि वह किसी भी स्टेशन को विकसित करने के लिए चुन सकेंगी। यह उनकी मर्जी पर होगा कि वह किस स्टेशन को विकसित करना चाहती हैं। इसमें यात्री टे्रनों के परिचालन, माल ढुलाई, पार्सल, वेटिंग एरिया, पार्किंग आदि का स्थान छोड़कर रेलवे की शेष जमीन का व्यवसायिक इस्तेमाल किया जा सकेगा। उक्त जमीन पर होटल, रेस्तरां, मॉल, कॉमर्शियल कॉपलेक्स, फूड प्लाजा, मल्टीलेवल पाार्किंग, कॉनफ्रेंस हॉल, बिजनेस सेंटर आदि का निर्माण किया जाएगा।
देश के प्रमुख स्टेशनों के नाम
नई दिल्ली : नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, आनंद विहार रेलवे स्टेशन और बिजवासन रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय स्टेशन बनाना प्रस्तावित है।
उत्तर प्रदेश : राजधानी लखनऊ रेलवे स्टेशन, तीर्थ नगरी वाराणसी-मथुरा, औद्योगिक शहर कानपुर और पर्यटक स्थल आगरा को विश्व स्तरीय बनाने की योजना है।
बिहार : राजधानी पटना, तीर्थ नगरी गया, राजेंद्र नगर व हाजीपुर रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय बनाया जाना है।