शुक्रवार के दिन इस तरह से करें माता पार्वती की पूजा, मिल जाएगा आपको सच्चा जीवनसाथी
शुक्रवार के दिन माता पार्वती की पूजा करने से मां आपकी हर मनोकामना पूरी कर देती हैं और जिन लोगों की शादी होने में बाधा आ रही होती है वो भी दूर हो जाती है। पंडितों के अनुसार जिन लोगों का विवाह नहीं हो रहा है वो लोग शुक्रवार के दिन विधि विधान से देवी पार्वती का पूजन करें। देवी पार्वती की पूजा करने से मनुष्य को जीवन में वो सब प्राप्त हो जाता है, जिसको हासिल करने की तमन्ना वो रखता है।
देवी पार्वती की पूजा शिव जी के साथ सोमवार के दिन जरूर की जाती है। जबकि कई लोग मां की पूजा शुक्रवार के दिन भी करते हैं। क्योंकि शुक्रवार के दिन मां की पूजा करना काफी लाभदायक सिद्ध होता है। इसलिए आप भी हर शुक्रवार को मां पार्वती की आराधना जरूर करें और आराधना करते समय नीचे बताई गई बातों का ध्यान रखें।
माता की पूजन के दौरान इस्तेेमाल करें ये सामग्री
देवी पार्वती की पूजा के करने के दौरान आपको गंगा जल, कलश, दूध, मौली, फूल, चावल, फल, दीपक, तेल, मिठाई, नारियल, पान, सिंदूर जैसी चीजों की जरूरत पड़ेगी। इसलिए आप पूजा शुरू करने से पहले ये सभी सामग्री एक साथ रख दें।
इस तरह से करें पूजा की शुरूआत-
पूजा शुरू करने से पहले आप एक साथ गणपति जी, माता पार्वती और शिव जी की मूर्ति को रख दें। फिर गंगा जल की मदद से इन मूर्ति को साफ करें। अच्छे से मूर्तियों को साफ करने के बाद आप इन्हें पूजा करने वाले स्थान पर रख दें। इस बात का आप ध्यान रखें की पार्वती जी की मूर्ति भगवान शिव के बायीं और ही रखी जाए।
सबसे पहले लें संकल्प
पार्वती मां की पूजा करने से पहले आप संकल्प लें और संकल्प के दौरान अपने मन में अपनी मनोकामना को बोल दें। संकल्प लेते समय आप सबसे पहले अपने हाथों को पानी से साफ करें। फिर अपने हाथों में फूल और चावल को लेकर अपने घर का पता, दिन, समय बोलें और मां का नाम लेते हुए इन चीजों को जमीन पर छोड़ दें। फिर आप अपने मन में अपनी मनोकामना को बोल लें।
करें इस तरह से पूजा
अपनी पूजा की शुरूआत करते समय सबसे पहले कलश में नारियल को रख दें और इसे पूजा वाले स्थान पर स्थापित कर दें। इसके बाद गणपति जी का नाम लें और फिर गणपति की मूर्ति के सामने फूल, चावल, सिंदूर, मौली का धागा, पान के पत्ते, मिठाई और फल अर्पित करें। फिर आप ये सभी चीजें माता पार्वती की मूर्ति और शिव जी के सामने भी अर्पित कर दें। चीजों को अर्पित करने के बाद आप दीपक को जला दें और अपनी पूजा शुरू कर दें। पूजा करने के दौरान आप इन मंत्रों का जाप 51-51 बार करें, ’ऊं गौर्ये नमः’’ और ’’ऊं पार्वत्यै नमः। इन मंत्रों का जाप करने के बाद आप शिव जी और मां पार्वती की आरती करें। आरती पूरी होने के बाद मां के सामने हाथ जोड़कर उनसे आशीवार्द मांगे। इस तरह से आपकी पूजा पूरी हो जाएगी।
बांटें सुहागन का सामान
मां पार्वती की पूजा पूरी करने के बाद आप शादीशुदा महिलाओं को सुहागन का सामान जरूर दें। ऐसा कहा जाता है कि देवी मां की पूजा करने के बाद सुहागन का सामान औरतों में बांटने से मां प्रसन्न हो जाती हैं और हर मनोकामना पूर कर देती हैं।