जानिए प्री-मैरिटल हेल्थ चेकअप में होते हैं कौन-कौन से टेस्ट और क्या होते हैं फायदें
न्यूज़ट्रेंड हेल्थ डेस्क: बॉलीवुड में इन दिनों बस हर जगह मलाइका और अर्जुन की शादी के ही चर्चे हो रहे हैं। ऐसी खबरें थी की दोनों इसी वीकेंड गोवा में शादी करने वाले हैं। बता दें कि मीडिया की नजरें हर वक्त अर्जुन और मलाइका पर ही होती हैं, दोनों जहां भी साथ में जाते हैं स्पॉट कर लिए जाते हैं। हाल ही में मलाइका और अर्जुन एक साथ लीलावती अस्पताल पहुंचे थे, जिसके बाद से हर जगह यही चर्चा हो रही थी की आखिर ये दोनों अस्पताल क्या करने गए हैं। जिसका राज भी खुल गया। खबरों की मानें तो अर्जुन और मलाइका शादी से पहले अपनी प्री-मैरिटल चेकअप के लिए अस्पताल पहुंचे थे। हालांकि इस खबर की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हो पाई है।
बता दें कि जिस तरह से शादी के पहले लोग कुंडलिया मिलवाते हैं उसी तरह से आज कल के दौर में कपल्स के लिए यह चेकअप एक स्टैंडर्ड प्रसीजर होता है। शादी से पहले इस तरह के चेकअप से आनुवंशिक और संक्रामक बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। यहां तक की इन दिनों एक्सपर्टस भी सलाह देते हैं कि कुंडली की बजाए आप हेल्थ चेकअप करवाएं। कहा जा रहा है कि दीपिका और रणवीर सिंह ने भी अपनी शादी से पहले प्री-मैरिटल हेल्थ चेकअप करवाया था। अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ये प्री-मैरिटल चेकअप होता क्या है और इसको कराने से क्या फायदे होते हैं। आखिर ऐसी क्या वजह है कि ये इतना जरूरी होता है। तो आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि आखिर इस चेकअप को कराने से क्या फायदे होते हैं और इसमें किस तरह के टेस्ट होते हैं।
क्या होता है प्री-मेरिटल हेल्थ चैकअप
बता दें कि प्री-मैरिटल चेकअप एक ऐसा हेल्थ एग्जामिनेशन होता है जो शादी के बंधन में बंधने जा रहे लोगों को जरूर करवाना चाहिए। इस चेकअप के जरिए ये पता लगता है कि आपके पार्टनर को किसी तरह की कोई जेनेटिक, बल्ड से रिलेटेड या संक्रमण वाली कोई बीमारी तो नहीं हैं। ताकि आपको होने वाले बच्चे को इस तरह की किसी भी बीमारी से बचाया जा सके। बचा दें कि बच्चों में जेनेटिक और बल्ड ट्रांसमिटेड डिजीज का खतरा तेजी से बढ़ रहा है जिसको ध्यान में रखते हुए ये चेकअप काफी जरूरी होता है।
बता दें कि पहले इस तरह के किसी भी चेकअप का करवाना जरूरी नहीं होता था, ना ही लोग इसके बारे में ज्यादा जानते थे। लेकिन इन दिनों ये काफी पॉप्युलर हो गया है। यहां तक यूएई समेत कई देशों में तो शादी से पहले प्री-मैरिटल चेकअप करवाना अनिवार्य है। बता दें कि शादी से 6 महीने पहले इस हेल्थ चेकअप को करवाना सबसे सही माना जाता है।
कौन-कौन से टेस्ट करवाने चाहिए?
प्री-मैरिटल हेल्थ चेकअप के तहत शादी से पहले ये 4 मेडिकल टेस्ट जरूर करवाने चाहिए…
HIV और STD से जुड़े टेस्ट
एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी ऐसी बीमारियां हैं जो किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो सकती हैं, इन्हें मैनेज करना आसान नहीं होता है। लिहाजा ये चेकअप कराने से अगर ऐसी कोई बीमारी है तो इसका उपचार लिया जा सकता है। इसके अलावा किसी भी तरह के सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज की भी पहले से जानकारी होना सही रहता है ताकि उसका सही इलाज हो सके और साथ ही इन्फर्टिलिटी और मिसकैरिज के खतरे को कम किया जा सके।
ब्लड ग्रुप कम्पैटिबिलिटी टेस्ट
बता दें कि प्रेगनेंसी के लिए पति और पत्नी के बल्ड ग्रुप का कम्पैटिबल होना उचित माना जाता है, ताकि प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी तरह की परेशानी या बीमारी को होने से रोका जा सके।
फर्टिलिटी टेस्ट
फर्टिलिटी टेस्ट भी बेहद जरूरी है और इसके बारे में जितनी जल्दी पता चल जाए उतना अच्छा है ताकि शादी के बाद किसी भी तरह के गैर-जरूरी बायोलॉजिकल, साइकोलॉजिकल, सोशल और इमोशनल ट्रॉमा को रोका जा सके।
जेनेटिक या दूसरे मेडिकल कंडिशन
इस टेस्ट में डायबीटीज, हाइपरटेंशन, किडनी से जुड़ी बीमारियां, थैलसीमिया, और कुछ तरह के कैंसर का भी टेस्ट किया जाता है ताकि होने वाले बच्चे में इन बीमारियों के खतरे को कम किया जा सके।