बसपा समर्थक ने अपनी एक गलती की वजह से काट ली उंगली, हाथी की जगह दब गया था कमल का बटन
देश में चुनावी माहौल चल रहा है और कुछ राज्यों में चुनाव शुरु भी हो गए हैं. ऐसे में देश में हलचल मची हुई है कि कि आने वाली सरकार किसकी होगी. वैसे भी देश अलग-अलग हिस्सों में बंटा हुआ है, कोई बीजेपी को फिर से सत्ता में देखना चाहता है तो कोई कांग्रेस की सरकार लाना चाहते हैं. वहीं कुछ लोग आज भी सपा और बसपा का सपना देख रहे हैं और कुछ नोटा दबाकर तानाशाही खत्म करना चाहते हैं. भई……लोकतंत्र है जिसे जो करना है करे, कोई किसी को बोलने वाला नहीं है. मगर एक आदमी के साथ तो गजब हो गया, वो बेचारा अपनी फेवरेट हाथी को वोट देने गया लेकिन गलती से नरेंद्र मोदी यानी बीजेपी को वोट दे आया और अब बहुत बुरी तरह पछता रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि बसपा समर्थक ने अपनी एक गलती की वजह से काट ली उंगली, इसके बाद क्या हुआ आपको जरूर जानना चाहिए.
बसपा समर्थक ने अपनी एक गलती की वजह से काट ली उंगली
शिकारपुर में रहने वाले एक आदमी के एक साथ ऐसी ट्रेजेडी हुई कि बेचारा अब अगले पांच सालों तक परेशान रह जाएगा अगर भाजपा की सरकार सत्ता में आ गई तो. ऐसा इसलिए क्योंकि मतदान के दौरान जल्दबाजी में मनपसंद प्रत्याशी की जगह भाजपा पर बटन दबाने के बाद खुद को जख्म दे दिया. दरअसल हुआ यूं कि खुद को बसपा का समर्थक बताने वाले इस आदमी ने अपनी तर्जनी उंगलू काट ली क्योंकि उससे गलत वोट पड़ गया है. परिजनों ने युवक को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया, जहां पर डॉक्टर ने इलाज के बाद उसे घर भेज दिया. मिली जानकारी के मुताबिक कोतवाली क्षेत्र के गांव अब्दुल्लापुर हुलासन निवासी पवन कुमार (24) बसपा का समर्थक है. गुरुवार को वोट डालने के लिए गांव स्थित मतदान केंद्र में पहुंचा और मतदान देने के दौरान जल्दीबाजी में उसने अपने मनपसंद प्रत्याशी के निशान हाथी का बटन दबाने की बजाए कमल के निशान पर बटन दबाकर चला आया. जब उसने बटन दबाया तब याद आया कि उसने क्या कर दिया. इसके बाद वो सिर पकड़कर बैठ गया और बार आने पर उसने अपनी उंगली काट दी.
जख्मी पवन ने बताया कि वो वोट डालने के बाद आत्मग्लानी से भर गया कि उसने क्या कर दिया. इसके बाद वो घर आया और गुस्से में उसने निशान वाली बाएं हाथ की तर्जनी उंगली का अगला हिस्सा धारनुमा चीज से काट डाला. उसके चीखने चिल्लाने पर परिजन अंदर आए तो खून से लतपत पवन की हालत खराब हो रही थी. उसके बाद घरवाले उसे असपताल ले गए और वहां पर डॉक्टर्स ने उसकी पट्टी करके दवा दी और शाम तक उसकी छुट्टी भी कर दी.