जीवन में एक बार जरूर जाएं स्वर्ण मंदिर, जानें इस मंदिर की खासियत
अगर आप किसी जगह घूमने का मन बना रहे हैं तो आप अमृतसर का स्वर्ण मंदिर में जरूर जाएं। यह मंदिर देखने में काफी सुंदर है और हर किसी व्यक्ति को अपने जीवन में एक बार स्वर्ण मंदिर जरूर जाना चाहिए। स्वर्ण मंदिर सिक्खों का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल है, जो कि पंजाब राज्य के अमृतसर शहर में स्थित है। अमृतसर का स्वर्ण मंदिर को हरमंदिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है और हर साल लाखों की संख्या में लोग इस मंदिर में आते हैं।
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर से जुड़ा इतिहास
स्वर्ण मंदिर को सिक्खों के पाँचवे गुरू श्री अर्जुन देव ने बनवाया था और साल 1588 में लाहौर में रहने वाले संत मिया मीर द्वारा ने इसकी नींव रखी थी। यह मंदिर 1601 ई. में बनकर तैयार हुआ था। जबकि 19वीं शताब्दी में महाराजा रणजीत सिंह ने इस मंदिर के गुम्बद पर सोने की परत चढ़वाई थी। इस मंदिर में सोने की परत चढ़े होने के कारण इसे स्वर्ण मंदिर कहा जाता है।
स्वर्ण मंदिर में जाकर क्या करें
स्वर्ण मंदिर के अंदर एक बहुत बड़ा सरोवर बना हुआ है और ऐसा कहा जाता है कि इस सरोवर के पानी से स्नान करने से इंसान के सारे पाप खत्म हो जाते हैं। इसलिए अगर आप इस मंदिर में जाते हैं तो इस सरोवर में स्नान जरूर करें।
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर में लगने वाला लंगर जरूर खाएं। इस लंगर में मिलने वाला खाना काफी स्वादिष्ट होता है। अगर आपके पास थोड़ा समय हो तो आप इस मंदिर में अपनी सेवा भी जरूर दें। दूर दूर से लोग आकर इस मंदिर में खाना बनाते हैं और इस मंदिर की साफ सफाई करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि गुरूद्वारे में सेवा करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है।
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर जाने का सबसे उत्तम समय
दीपावली या फिर किसी पर्व के दौरान स्वर्ण मंदिर को खूब अच्छे से सजाया जाता है और इस दौरान मंदिर का वातावरण चकाचौंध से भारा होता है। इसके अलावा समय समय पर इस मंदिर में कई सारे कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। आप कोशिश करें की इस मंदिर में उस समय जाएं जब यहां पर किसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया हो।
गर्मी के मौसम के दौरान आप अमृतसर जाने से बचें। स्वर्ण मंदिर जाने का सबसे सही समय सिंतबर से नवंबर और फरवरी से अप्रैल के बीचे का है। दरअसल दिसंबर और जनवरी के दिनों में अमृतसर में खूब ठंड पड़ती है। इसलिए आप इस जगह उसी दौरान जाएं जब यहां ना ज्यादा ठंड हो और ना ही ज्यादा गर्मी।
देखें इन जगहों को
स्वर्ण मंदिर के अलावा अमृतसर में और भी घूमने योग्य स्थल हैं। अमृतसर का स्वर्ण मंदिर देखने के बाद जलियांवाला बाग, वाघा बॉर्डर, दुर्गियाना मंदिर और महाराजा रंजीत सिंह म्यूजियम भी जाया जा सकता है। यह सभी स्थल स्वर्ण मंदिर के पास ही स्थित है। स्वर्ण मंदिर से जलियांवाला बाग 1 किलोमीटर की दूरी पर है, वाघा बॉर्डर करीब 30 किलोमीटर दूर है और दुर्गियाना मंदिर 1.5 किलोमीटर पर है। आप जब भी स्वर्ण मंदिर जाएं तो तीन दिन का ट्रिप प्लान करें। आप इन तीन दिनों में अमृतसर में स्थित हर प्रसिद्ध जगह को देख सकेंगे और पूरा अमृतसर शहर घूम लेंगे।
स्वर्ण मंदिर कैसे जाएं
आप ट्रेन, वायु और सड़क मार्ग के जरिए अमृतसर जा सकते हैं। अगर आप पंजाब राज्य के आसपास रहते हैं तो आपके लिए सड़क मार्ग सही रहेगा। वहीं ज्यादातर राज्यों से आसानी से स्वर्ण मंदिर जाने के लिए ट्रेन आसानी से मिल जाती है। स्वर्ण मंदिर से अमृतसर का रेलवे स्टेशन 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा अमृतसर कई सारे विमान भी जाया करते हैं और अमृतसर के श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से स्वर्ण मंदिर करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर ही है।
कहां रुके
अमृतसर में कई सारे होटल और धर्मशालाएं मौजूद हैं और आपको आसानी से होटल और धर्मशालाओं में रहने के लिए कमरे मिल जाते हैं। हालांकि आप कोशिश करें की पहले से ही अपने लिए इन होटल और धर्मशाला में कमरे बुक करवा लें। क्योंकि कई बार पर्व के दौरान यहां के होटलों और धर्मशालाओं में कमरे मिलना मुश्किल हो जाते हैं।