हनुमान जयंती 2019: भूल कर भी इस दिन न करें ये काम वरना हनुमान जी हो सकते हैं नाराज़
हिंदू धर्म में कई सारे देवी देवता है लेकिन फिर भी हर कोई अपनी इच्छा अनुसार अपने इष्ट देव की अराधना करता है, वहीं अगर बात करें कलयुग की तो इस दौरान सभी देवी देवता में से हनुमान जी ही एक ऐसे देवता है जिनके बारे में माना जाता है कि वो कलयुग में भी जीवित हैं। अब इस बात में कितनी सच्चाई है ये तो हम नहीं जानते हैं लेकिन हां ये बात सच है कि हनुमानजी की पूजा करने से भक्त के जीवन में आनेवाले सभी कष्टों का सरलता से निवारण हो जाता है। उनकी कृपा मात्र से धन, विजय और आरोग्य की प्राप्ति कर सकते हैं।
हनुमान जी की पूजा करते वक़्त रखें इन बातों का ध्यान
आपको बता दें कि शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जी का जन्म हुआ था और यही कारण है कि इस दिन हनुमान जयंती का पर्व पूरे उत्साह के साथ पूरे देश में मनाया जाता है। इस बार भी ये दिन 19 अप्रैल को है जो कि शुक्रवार के दिन पड़ रहा है। आज हम आपको इस पोस्ट के जरिए विशेष रूप से ये बताने जा रहे हैं कि आखिर किन अवस्थाओं में हनुमानजी की पूजा नहीं करनी चाहिए जिससे वो नाराज न हो सके, यानि की अगर आप भी अपनी भक्ती से हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आप इन बातों का ध्यान जरूर रखें ।
1. सबसे पहले तो ये ध्यान देना चाहिए की पूजा करने के दौरान कई लोग ऐसा करते हैं कि स्नान के तुरंत बाद ही टॉवेल लपेटकर या इनरवियर में हनुमानजी की पूजा करतें हैं पर ये बिल्कुल ही गलत तरीका है, जी हां इसलिए आप में से जो भी लोग ऐसा करते हैं वो आज से ही इसे बंद कर दें और हनुमानजी की पूजा करते समय शुद्धता का पूरा ध्यान रखें इतना ही नहीं कभी भूल से भी गंदे कपड़े पहनकर हनुमानजी की पूजा नकरें।
2. हममें से कई लोग ऐसे होंगे जो हनुमानजी सहित अन्य देवी-देवताओं की पूजा बिना स्नान किए भी कर लेते होंगे लेकिन अगर हम शास्त्रों की मानें तो हर जगह यही बताया गया है कि सुबह स्नान करने के बाद ही देवताओं की पूजा करा चाहिए। जी हां क्योंकि बिना स्नान किए हनुमानजी की प्रतिमा को स्पर्श करने मात्र से भी पाप लगता है।
3. ध्यान रहे कि अगर आपने कुछ खाया है तो पानी जरूर पी लें या फिर कुल्ला जरूर कर लें क्योंकि ऐसा करने से मुख की शुद्धि होती है। बताया जाता है कि खाने के बाद झूठे मुंह हनुमान जी या फिर किसी भी देवी देवता की पूजा नहीं करनी चाहिए।
4. इस बात का ध्यान विशेष रूप से रखना चाहिए कि अगर आपके परिवार में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उत्तर कार्य (13 दिन तक) होने तक भगवान हनुमान की पूजा नहीं करनी चाहिए क्योंकि इस समय काल को सूतक के रूप में माना जाता है। इसके अलावा अगर परिवार में किसी के यहां बच्चे का जन्म होता है तो भी करीब 10 दिन तक हनुमान जी या फिर किसी भी देवी देवता की पूजा करना बाध्य हो जाता है क्योंकि इस समय काल को सुआ माना जाता है।