कोई बेचता है पतंग, तो कोई भरता है पेट्रोल, कुछ ऐसा है अपने पीएम मोदी का परिवार!
नई दिल्ली/अहमदाबाद – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम रहते हुए पुरे देश के सबसे लोकप्रिय नेता तो थे ही, देश के पीएम बनने के बाद उनकी लोकप्रियता विश्व के सबसे चर्चित नेताओं से भी कहीं आगे निकल गई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री पीएम मोदी का परिवार क्या करता है। तो आज हम आपको बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के परिवार का कोई सदस्य पतंग बेचता है, कोई पेट्रोल भरता है, तो कोई रद्दी बेचता है। Family of the pm modi. शायद यह पढ़कर आप चौक गए होंगे, लेकिन यह सच्चाई है। प्रधानमंत्री मोदी के भाई-भतीजे और परिवार के सदस्य उनकी ऊंची अहमियत से दूर लगभग अनजान-सी जिंदगी जी रहे हैं। आइए जानते हैं कि पीएम मोदी का परिवार किस तरह का है –
परिवार के प्रति उदासीन क्यों हैं पीएम मोदी –
प्रधानमंत्री मोदी के पिता दामोदरदास मूलचंद मोदी और उनकी पत्नी हीराबेन के छह बच्चों में से तीसरे नंबर के पर हैं। जिन्होंने अपने परिवार को गुजरात का सीएम और फिर देश का पीएम बनने के बाद भी दुनिया की चका-चौध से दूर रखा जो लोगों को उनके निःस्वार्थ जीवन के बारे में बताने के लिए काफी है। आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद 14 नवंबर को जब पीएम मोदी गोवा में एक सभा को संबोधित कर रहे थें, उन्होंने भावुक होकर कहा, ”मैं इतनी ऊंची कुर्सी पर बैठने के लिए पैदा नहीं हुआ। मेरा जो कुछ था, मेरा परिवार, मेरा घर…मैं सब कुछ देशसेवा के लिए छोड़ आया।” इतना कहते समय उनका गला भर्रा गया था।
पहले प्रधानमंत्रियों के साथ रहता था पूरा परिवार, जीता था ऐश की जिन्दगी –
हमारे देश के लगभग सभी प्रधानमंत्री अमूमन परिवार वाले ही रहे हैं। नेहरू के साथ बेटी इंदिरा रहती थीं। उसके बाद उनके उत्तराधिकारी लालबहादुर शास्त्री 1, मोतीलाल नेहरू मार्ग पर अपने पूरे परिवार के साथ रहते थे। लालबहादुर शास्त्री के साथ बेटा-बेटी, पोता-पोती सभी रहते थे। इंदिरा गांधी के बेटे राजीव और संजय तथा उनका परिवार भी साथ ही रहता था। यहां तक कि अविवाहित प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ जब वे 1998 में जब 7, रेसकोर्स रोड में रहने आएं तो उनकी दत्तक पुत्री नम्रता और उनके पति रंजन भट्टाचार्य का परिवार भी साथ रहने आया।
पीएम मोदी के भाइयों के बिजनेस के बारे में जान रह जाएंगे दंग –
पीएम नरेंद्र मोदी परिवार का हर सदस्य लगभग लाइमलाइट से दूर किसी आम आदमी की तरह ही जिंदगी बिता रहा है। आइए जानते हैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाइयों के बारे में…
सोमभाई मोदी :
पीएम नरेंद्र मोदी के बड़े भाई सोमनाथ मोदी गुजरात में बुजुर्गों की देखभाल के लिए संस्था चलाते हैं। सोमभाई मोदी के बारे में तब पता चला जब वो एक एनजीओ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। उस कार्यक्रम में सोमभाई ने कहा था, मैं नरेंद्र मोदी का भाई हूं, प्रधानमंत्री का नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए मैं देश के 125 करोड़ नागरिकों में से एक हूं। आपको बता दें कि सोमभाई पिछले ढाई साल से प्रधानमंत्री से नहीं मिले हैं।
अमृतभाई मोदी :
पीएम नरेंद्र मोदी के दूसरे बड़े भाई अमृतभाई मोदी साल 2005 में एक प्राइवेट कंपनी से बतौर फिटर रिटायर हुए थे और उनकी तनख्वाह सिर्फ 10 हजार रुपए थी। अमृतभाई मोदी फिलहाल अहमदाबाद के गढ़लोढ़िया इलाके में अपने बेटे संजय (47), उसकी पत्नी और दो बच्चों के साथ चार कमरे के घर में दुनिया की चका-चौध से दूर जिंदगी बिता रहे हैं। पीएम मोदी से अमृतभाई मोदी कि अब तक सिर्फ दो बार ही मुलाकात हो पाई है। पहली साल 2003 में जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और दूसरी बार 16 मई 2014 को जब भाजपा ने लोकसभा चुनाव जीता था तब वे पीएम मोदी से मिले थे।
प्रह्लाद मोदी :
प्रह्लाद मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई हैं और गुजरात के फेयर प्राइस शॉप ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए पीडीएस सिस्टम में पारदर्शिता को लेकर एक मुहिम शुरू की थी, जिसका उनके छोटे भाई प्रह्लाद मोदी ने विरोध किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाईयों के अलावा पीएम के अन्य भाई, भतीजों, भतीजियों और उनके चचेरे भाइयों की कहानी भी संघर्षो भरी है।
पीएम मोदी के चाचा नरसिंहदास के बेटे अशोकभाई वाडनगर में एक छोटी दुकान में पतंग, पटाखे और स्नैक्स बेचते हैं।
अशोकभाई से बड़े भरतभाई वडनगर से दूर पालनपुर के पास लालवाड़ा गांव के एक पेट्रोल पंप पर काम कर अपना गुजर बसर करते हैं।