हनुमान जयंती: पूजा के दौरान दे इन बातों पर ध्यान, ना करें ये गलतियां जो बिगाड़ देंगी सारे काम
राम भक्त हनुमान अपने भक्तों की सदैव रक्षा करते हैं और उन्हें जरा सा भी विपत्ती पड़ने पर तुरंत बचा लेते हैं। कहा जाता है कि औऱ देवी देवता थोड़ी देर लगा सकते हैं, लेकिन हनुमान जी अपने भक्तों की पुकार फौरन सुन लेते हैं। शनि देव अगर किसी पर क्रोधित हो गए तो हनुमान जी के अलावा औऱ कोई भी देवी देवता मनुष्य को नहीं बचा सकता। 19 अप्रैल 2019 को अष्टसिद्धि के दाता हनुमान जी का जन्मोत्सव हैं। उनकी इस दिन विशेष पूजा की जाएगी आपको बताते हैं कि उनकी पूजा के दौरान कौन सी गलती नहीं करनी चाहिए।
हनुमान को प्रिय है लाल रंग
बजरंग बली को लाल रंग बहुत ही प्रिय लगता है। ऐसे में अगर उनका जन्मोत्सव है तो लाल रंग का इस्तेमाल करना ना भूलें। उन्हें लाल रंग के फूल चढ़ाएं, कपड़ें आदि अर्पित करे। हनुमान जी की पूजा कभी भी भूलकर काले या सफेद रंग के कपड़े पहनकर नहीं करनी चाहिए। अगर आप इन रंगों को इस्तेमाल करते हैं तो आपकी पूजा व्यर्थ मानी जाएगी और पूजा पर नकारात्मक असर पड़ेगा। काले रंग का इस्तेमाल करना तो बिल्कुल ही निषेध हैं। ऐसे में हनुमान जी की पूजा में सिर्फ लाल रंग के कपड़े का इस्तेमाल करें।
नमक का ना करें सेवन
जो भी लोग हनुमान जयंती पर व्रत रखते हैं या पूजा साधना करते हैं उन्हें नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। अक्सर लोग व्रत के समय सेंधा नमक का इस्तेमाल कर फलहारी भोजन कर लेते हैं, लेकिन हनुमान जी के लिए जब भी व्रत रखें तो नमक का सेवन ना करें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि दान में दी गर्ई वस्तु या फिर खासकर मिठाई का सेवन का तो बिल्कुल ना करें। अगर कोई प्रसाद चढ़ा रहे हैं तो वो हनुमान जी को बांट दें।
इस हालत में ना करें हनुमान जी की पूजा
हनुमान जी की पूजा कर रहे हैं तो इसके लिए अपना मन तन हमेशा साफ रखें। बजरंग बली को शांति प्रिय देवता माना जाता है। ऐसे में क्रोध का उनके सामने कोई काम नहीं होता है। अगर आपको किस बात पर क्रोध आ रहा हो या मन में बहुत गुस्सा भरा हो तो हनुमान जी की पूजा नहीं करनी चाहिए। ऐसे मन से पूजा करने वाले पर हनुमान जी बिल्कुल प्रसन्न नहीं होते हैं। साथ ही उन पर किसी भी तरह की कृपा नहीं दिखाते हैं। हनुमान जी की पूजा के समय किसी भी गलत विचारों को आस पास नहीं फटकने देना चाहिए। पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान जी की पूजा करें।
भूलकर भी ना चढ़ाएं चरणामृत
इस बारे में लोग कम ही जानते हैं कि हनुमान जी की पूजा में चरणामृत का प्रयोग कभी भी नहीं करना चाहिए। साथ ही कभी भी बजरंग बली की टूटी फूटी खंडित मूर्ति की पूजा नहीं करनी चाहिए। साथ ही मांस मंदिरा का सेवन भी भूलकर नहीं करना चाहिए। उन्हें लड्डू प्रिय हैं तो वो भोग लगाएं, लेकिन चरणामृत का सेवन ना करें। मदिंर में जाकर श्रद्धा भाव से हनुमान मंदिर जाएं और उनकी पूजा करें।
यह भी पढ़ें