महबूबा के हमले पर बोले गंभीर, मुझे ब्लॉक कर सकती हैं, लेकिन सुनामी को लहर समझने की भूल ना करें
चुनावी शंखनाद बज चुका है और सभी पार्टियां जीत की राह देखने में जुटी हुई हैं। पहले चरण के लिए 11 अप्रैल को वोटिंग हो गई हैं वहीं आने वाले चरणों के लिए प्रचार अभी भी जारी है। इस बार का चुनाव पिछले बार के कई चुनाव से ज्यादा खास है क्योंकि इसमें कई सेलिब्रिटीज स्टार भी चुनावी जीत के लिए मैदान में उतर चुके हैं। क्रिकेटर से बीजेपी पार्टी के नेता बने गौतम गंभीर ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर में चुनावी सभा की है। इस दौरान गौतम गंभीर ने पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती पर जमकर निशाना साधा।
ब्ल़ॉक करने पर बरसें गंभीर
गौतम गंभीर ने कहा कि महबूबा मुफ्ती मुझे ब्लॉक कर सकती हैं, लेकिन इस देश की 130 करोड़ जनता को ब्लॉक नहीं कर सकतीं। इस देश में एक लहर चल रही है, जिसके साथ वह नहीं है। 2014 में विकास के नाम पर लहर थी और 2019 में वो एक सुनामी बन चुकी है। बता दें कि महबूबा मुफ्ती के आर्टिकल 370 पर दिए बयान को लेकर गंभीर ने उन्हें जवाब दिया था जिसके बाद गुस्से में महबूबा मुफ्ती ने उन्हें ट्वीटर पर ब्लॉक कर दिया था।
महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि कोर्ट में समय क्यों बर्बाद करना…आर्टिकल 370 को हटाने के लिए बीजेपी का इंतजार करें। ये खुद ही हमें चुनाव लड़ने से रोक देगा क्योंकि भारतीय संविधान अब जम्मू-कश्मीर पर लागू नहीं होगा। ना समझोगे तो मिट जाओगे ए हिंदुस्तान वालों। तुम्हारी दास्ता तक भी ना होगी दास्तानों में। इस पर गौतम गंभीर ने उन्हें कहा कि महबूबा मुफ्ती ये भारत है, कोई आप जैसा धब्बा नहीं जो मिट जाएगा।
बता दें कि महबूबा के इस बयान पर कई लोगों ने कड़ी आपत्ती जताई थी। साथ ही गौतम गंभीर ने उन्हें आड़ों हाथों ले लिया था। इसके बाद से महबूबा मुफ्ती और गौतम गंभीर के साथ काफी बहस हो गई थी औऱ ट्वीटर पर जंग छिड़ गई थी। महबूबा ने कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि बीजेपी के साथ आपकी राजनीतिक पारी आपके क्रिकेट करियर की तरह कमजोर ना हो जाएगी।
पहले भी ट्विटर पर छिड़ चुकी हैं जंग
बता दें कि गंभीर ने कहा कि गुरुवार को यहां ऊधमपुर जिला की रामनगर तहसील में जनसभा की और कहा कि इस देश में कभी दो प्रधानमंत्री नहीं हो सकते हैं। बता दें कि यहां पर 18 अप्रैल को मतदान होना है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही गौतम गंभीर ने वित्त मंत्री अरुण जेटली की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी।
गौतम गंभीर बीजेपी से जुड़ते ही ट्वीटर जंग शुरु कर दी है। महबूबा से पहले गौतम उमर से भी ट्विटर पर भिड़ चुके हैं। दो पीएम वाले बयान पर गौतम गंभीर ने उमर अब्दुल्ला पर हमला बोला था। गौतम ने ट्वीट कर कहा था कि उमर जम्मू-कश्मीर के लिए अलग पीएम चाहते हैं और मैं महासागरों को चलाना चाहता हूं।
गौतम ने आगे लिखा था कि उमर जम्मू-कश्मीर के लिए अलग पीएम चाहते हैं और मैं चाहता हूं क सुअर हवा में उड़े। एक अलग पीएम के बजाय उमर अब्दुल्ला को थोड़ी नींद और इसके बाद एक कप कड़क कॉफी की जरुर तहै। अगर इसके बाद भी वो समझ नहीं पाते तो उनको एक ग्रीन पाकिस्तान पासपोर्ट की जरुरत है। वहीं उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि मैं क्रिकेट खेने में ज्यादा अच्छा नहीं हूं आप ना जम्मू-कश्मीर के बारे में जानते हैं औऱ ना ही इसके इतिहास के बारे में। बता दें कि जम्मू-कश्मीर मे आर्टिकल 370 को लेकर बहुत पहले से विवाद छिड़ा हुआ है। अब देखना होगा की चुनाव के साथ इसके क्या परिणाम बाहर आते हैं।
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