समुंदर में डूब रहे एक आदमी को देखते रहे लोग, फिर नेवी अफसर ने किया ऐसा काम
देश में भारतीय सेना को लेकर अब अलग ही सम्मान है ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय सेना हमेशा लोगों की मदद के लिए तैयार रहती है. अब इसे एक नेवी ऑफिसर ने एक बार फिर साबित किया है जब एक आदमी की समुंदर के किनारे डूबकर मौत हो सकती थी ऑफिसर ने उसे अपनी जान पर खेलकर बचाया और इतना ही नहीं वो होश में भी आ गया. अब उस ऑफिसर का सोशल मीडिया पर खूब सम्मान हो रहा है और लोग उन्हें उनके इस काम के लिए सलाम कर रहे हैं.मगर उससे पहले समुंदर में डूब रहे एक आदमी को देखते रहे लोग, लेकिन किसी ने उसकी सहायता के लिए आगे आने की हिम्मत नहीं दिखाई.
समुंदर में डूब रहे एक आदमी को देखते रहे लोग
भारतीय सेना ने एक बार फिर वाहवाही का काम किया है. हाल ही में एक नेवी ऑफिसर ने समुद्र में डूब रहे आदमी की जान बचाई है. ये मामला शनिवार की शाम का है और जब एक आदमी कोच्चि के करीब वाइपीन बीच का है जहां एक आदमी डूब रहा था और लोग बस देख रहे थे लेकिन किसी की हिम्मत नहीं थी कि वे उसे बचा सकें. इसके बाद भारतीय नौ सेना के ऑफिसर लेफ्टिनेंट राहुल दलाल अपनी जान की परवाह किए बना ही समुद्र में कूद गए. लेफ्टिनेंट राहुल दलाल आईएनएस सतलज के नेविगेटिंग ऑफिसर हैं और शनिवार के दिन वे अपनी पत्नी के साथ बीच पर घूमने गए थे.शाम को करीब 4.10 पर जब उन्होंने देका कि एक आदमी समुद्र में डूब रहा है और आदमी ने लोगों से मदद की उम्मीद करते हुए चिल्लाया और भीड़ इकट्ठा भी हुई लेकिन कोई आगे नहीं आया. ऐसे में लेफ्टिनेंट राहुल उसे बचाने के लिए दौड़ गए.
Lt Rahul Dalal of #IndianNavy rescues Mr Dileep Kumar of Aurangabad fm drowning in Kochi channel (near Vypin Beach) by putting his life at a grave risk. He brought him ashore & administered CPR besides clearing his choked Air passage. Well Done Rahul. #IndianNavy is proud of you pic.twitter.com/G3Z1qj1A9z
— SpokespersonNavy (@indiannavy) April 7, 2019
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेफ्टिनेंट राहुल दलाल डूब रहे आदमी के पास तुरंत पहुंच गए लेकिन उसे समुद्र तट तक लाने में उन्हें लगबग 25 मिनट लगे. असल मे वो आदमी इतना घबरा गया था कि वो खुज को बचाने के लिए उन्हें नीचे दबाने लगा जिससे दोनों की जान को खतरा हुआ हालांकि लेफ्टिनेंट दलाल ने हिम्मीत नहीं हारी और उसे किनारे तक लाने में कामयाब रहे.
डूबता आदमी नहीं ले पा रहा था सांस
समुद्र में डूब रहे आदमी को जब लेफ्टिनेंट किनारे पर ला रहे थे तब पीड़ित सांस नहीं ले पा रहा था. उन्होंने उसे सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रेसिस्टेशन) दी, इसमें पीड़ित के सीने पर धीरे लेकिन जोर का मुक्का मारा जाता है. इसके बाद पीड़ित को अस्पताल ले जाया गया हालांकि उसे देर रात अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी. पीडि़त का नाम दिलीप कुमार है और वो औरंगाबाद का रहने वाला है.