भारतीय क्रिकेट के धोनी युग का अंत! एमएस धोनी ने छोड़ी कप्तानी, जानिए क्यों !
नई दिल्ली – भारतीय क्रिकेट का डंका पूरी दुनिया में बजाने वाले दुनिया के सफलतम कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी ने बुधवार को एकदिवसीय और टी-20 टीमों की कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी। भारतीय क्रिकेट के धोनी युग का अंत हो गया। जब-जब क्रिकेट की दुनिया के सबसे सफल कप्तानों की बात होगी, महेन्द्र सिंह धोनी का नाम उसमें जरुर आएगा। धोनी ने अपने चरम पर रहते हुए कप्तानी छोड़ने का फैसला कर नई मिसाल पेश की है। वैसे तो धोनी अपने पहले मैच कि कप्तानी से लेकर अब तक दुनिया को अपने फैसलों से चौकाते रहे हैं। यह फैसला भी कुछ ऐसा ही रहा। धोनी के इस तरह कप्तानी छोड़ने के कई कारण हो सकते हैं। MS Dhoni ODI and T20 captaincy.
बीसीसीआई प्रमुख के तौर पर अनुराग ठाकुर को हटाया जाना –
बीसीसीआई प्रमुख के तौर पर अनुराग ठाकुर को हटाए जाने के बाद भविष्य में होने वाली परिस्थितियों का अंदाजा धोनी को पहले ही लग चुका था। धोनी को पता था कि बीसीसीआई प्रमुख के तौर पर अब सौरव गांगुली या फिर कोई और आएं कप्तानी पर दबाव आने वाला है। गांगुली सहित कई दिग्गज विराट कोहली को सभी फॉर्मेट में कप्तान बनाए जाने की वकालत कर रहे थे। ऐसे में धोनी ने खुद ही रास्ता अलग करना बेहतर समझा।
लक और बैट दोनों नहीं दे रहे थे साथ –
काफी समय से धोनी का बल्ले से भी परफॉर्मेंस उतना प्रभावी नहीं रहा, जिसके लिए वे जाने जाते हैं। एक तरफ जहां विराट और उनकी टेस्ट टीम जबरदस्त प्रर्दशन कर रही थी, वहीं धोनी की कप्तानी वाली वनडे और टी-20 टीम को कई अहम सीरीज में हार मिली। 27.80 की औसत से धौनी ने पिछले 13 वनडे मैचों में सिर्फ 278 रन बनाए। पिछले काफी समय से वह तेजी से रन भी नहीं जुटा पा रहे थे।
टेस्ट में सफलता के बाद विराट की प्रबल दावेदारी –
टेस्ट में विराट कोहली की शानदार कप्तानी और बल्लेबाजी से धौनी की आलोचना शुरू हो गई थी और उन पर दबाव पहले से ज्यादा बढ़ गया था। धोनी कि कप्तानी में पिछले वनडे विश्व कप और टी-20 विश्व कप में भारत का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। जिससे यह सवाल उठने लगे थे कि अब टीम को अगले विश्व कप के लिए नए कप्तान की जरूरत है जो टीम में नया जोश भर सके। इसके अलावा धौनी की फिटनेस पर भी अंगुली उठने लगी है। ऐसी बातें होने लगी हैं कि धौनी 35 साल के हो गए हैं और उनपर उम्र का असर दिखाने लगा है।