बुजुर्गो के जीवन से हमें ऐसे सिख मिलती है जो कोई और नहीं दे सकता उन्हें बेकार न समझे कभी बी….
बहुत पहले समय में एक राज्य में राजा रहता था। बहुत ही कम उम्र में उसे राज गद्दी मिल गई थी। वो बहुत ही जवान था और अपने मंत्री मंडल में ऐसे युवकों को रखता जो की जवान थे। राजा का मानना था कि नवयुवक और जवान ही इस राज्य का भला कर सकते हैं। जो बुजुर्ग होते हैं वो जल्दी मर जाते हैं और दिन भर बीमार रहते हैं । उनसे किसी का भला नहीं होता है। उनके इलाज में पैसे बर्बाद होते हैं। ऐसे में राजा ने आदेश दे दिया की सभी बूढ़े लोगों को मृत्यु दंड दे दो।
राजा ने बुजुर्गों को दिया मृत्युदंड
जैसे ही ये बात हर घर तक फैली बुजुर्गों में राजा के आदेश का डर बैठ गया। सभी परिवार वाले अपने अपने घर के बुजुर्गों को दूसरे राज्य में भेजने लगें। एक लड़का अपने बुढ़े पिता के साथ रहता था। जैसे ही उसे इस बात का पता चला वो घबरा गया। ना तो वो अपने पिता के साथ कहीं जा सकता था ना ही उन्हें कहीं भेज सकता था। उसके पास पैसे नहीं थे। उसने सोचा कि मैं अपने पिता को कहीं छिपा देता हूं, इतने लोगों के बीच राजा के कैसे कुछ पता चलेगा। इस तरह से उसने अपने पिता को छिपा दिया।
कुछ दिनो बाद राज्य में अकाल पड़ने लगा। राजा को समझ नहीं आ रहा था कि प्रजा के खाने पीने की व्यवस्था कैसे की जाए। गर्मी भी बढ़ती जा रही थीं। राजा के समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना बेहतर होगा। उसके मंत्रियों को भी कोई सुझाव नहीं आ रहा था। वहीं गरीब लड़का भी अकाल से परेशान था। उसने अपने पिता से पूछा कि इस अकाल से कैसे निपटा जाए। बूढ़े पिता ने कहा कि राज्य के कुछ ही दूर पर हिमालय स्थित है। गर्मी से हिमालय की बर्फ पिघलने लगेगी और पानी उस राज्य से बहता हुआ आएगा। वह पानी .यहां आए इससे पहले तुम एक काम कर राज्य के मार्ग पर दोनों तरफ हल चला दो।
गरीब लड़के ने राज्य के बाकी लोगों से भी ये बात कही, लेकिन कोई भी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं हुआ। लड़के ने फैसला क. कि वो अकेले ही रास्ते पर दोनों तरफ हल चलायेगा। इसके बाद हिमालय का पानी रास्ते पर आ गया। कुछ ही दिनों में राज्य की सड़कों पर अनाज के पौधे उग आए। ऐसे में लोगों को खाने के लिए अनाज मिल गया।
बूढ़े व्यक्ति को राजा ने दरबार में बुलाया
राजा को ये बात मालूम हुई तो वो हैरान रह गया । उसने लड़को को अपने दरबार में बुलाया और पूछा कि ये सब तुमने कैसे कर लिया। लड़के ने कहा कि जब आपने आदेश दिया था कि सभी बुजुर्गों को मार दिया जाए तो मैने अपने पिताजी को घर में छिपा लिया था। राजा ने ये बात सुनकर बूढ़े व्यक्ति को भी दरबार में बुला लिया।
बूढ़े व्यक्ति ने राजा से कहा कि महाराज हमारे राज्य से लोग अपने खेतों से अनाज अपने घर ले जाते थे और कुछ लोग दूसरे राज्य से अनाज बेचने जाते थे तो अनाज के कुछ दाने रास्ते के दोनों ओर गिर जाते थे। जब मेरे बेटे ने रास्ते के दोनों तरफ हल चलाया और हिमालय का पिघला पानी वहां पहुंचा को दाने अंकुरित हो गए और अनाज उग आए।
बूढ़े व्यक्ति की बात सुनकर राजा को पछतावा हुआ की अनजाने में उसने कितनी बड़ी भूल कर दी। बूढ़े व्यक्तियों के पास जो अनुभव है वो किसी और से नहीं मिल सकता है। ऐसे में उनका हमारे जीवन में रहना बहुत जरुरी है। उसने तुरंत अपना आदेश वापस लिया और सभी बुजुर्गों को वापस लाया गया। साथ ही उसने अपने मंत्रालय में बुजुर्ग मंत्री रखे जो उसे सही सलाह दे सकें।
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