वजन घटाना हैं तो क्रैश डाइटिंग और इन गलतियों को करने से बचें, वरना नहीं होगा कोई फायदा
आज के समय में पूरी दुनिया में कई तरह की बीमारियाँ और समस्याएँ फैलती जा रही है जिनमें से अधिकांश लोग अपने बढ़ते हुए वजन को लेकर ही ज्यादा परेशान रहते हैं। असल में देखा जाए तो आपको बता दें की वजन बढ्ने की समस्या वैसे तो काफी पुरानी है मगर पिछले कुछ समय से ये समस्या से कुछ ज्यादा बढ़कर बीमारी का रूप लेने लगी है। वजन घटाना है तो अक्सर ऐसा देखने को मिल जाता है की ज्यादातर लोग डाइटिंग पर निर्भर रहते हैँ और इसी दौरान वो कई सारी गलतियां कर बैठते हैँ। कई बार ऐसा भी होता है की वजन जल्दी घटाने के लालच में ज्यादातर लोग खासकर महिलाएँ क्रैश डाइटिंग करने लगती हैँ।
वजन घटाने के लिए ना करें ये गलतियाँ
अब आप सोच रहे होंगे की अभी तक तो डाइटिंग के बारे में सुना था मगर ये क्रैश डाइटिंग क्या है तो आपको बता दें की इसका मतलब हैं कि जरुरत से कम खाना या सिर्फ तरल पदार्थों का ही सेवन करना। मगर वजन घटाना है तो इस चक्कर में इसके जो नुकसान हैं वो लोग समझ नहीं पाते हैं, बता दें की इससे मेटाबोलिज्म धीमा और कमजोर हो जाता है और हारमोनल सतुलन भी बिगड़ जाता हैं। बता दें की ये मेटाबोलिज्म ही होता हैं जिसमें भोजन को एनर्जी में बदलने की क्षमता होती है। वजन के बढ़ने और घटने में हार्मोन्स की भूमिका भी अहम होती है और हार्मोनल बैलेंस हेल्दी डाइट पर निर्भर होता है।
वजन घटाने में एक और गलत धारणा है कार्बोहाइड्रेट्स को लेकर जिसके बारे में ज्यादातर लोगों का ऐसा मानना है कि सारे कार्बोहाइड्रेट्स वाले पदार्थ शरीर को मोटा करते है जबकि ऐसा नहीं है, बताते चलें की सारे कार्बोहाइड्रेट्स नुकसान नहीं करते बल्कि कुछ फायदेमंद भी होते हैँ जैसे मोटे अनाज में पाए जाने वाले काम्प्लेक्स कार्ब्स। कार्बोहाइड्रेट्स की कमी से वजन तो कम नहीं होता मगर पेट और पाचन तंत्र से सम्बंधित रोग जरूर हो सकते हैँ। इसलिए कार्बोहाइड्रेट्स कुछ मात्रा में लेने आवश्यक हैँ जैसे गेहूं की मात्रा को कम करके उसकी जगह ज्वार, बाजरा जैसे दूसरे अनाज ले सकते हैँ पर मैदा, ब्रैड और बिस्कुट जैसी चीजें बंद कर सकते हैँ यह वजन बढाती हैँ।
इसके अलावा आपको यह भी बताते चलें की फैट को बंद करना भी हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ सकता है और ऐसे में आप देसी घी, दूध, दही और नारियल तेल का सेवन कर सकते हैं जिसमे अच्छे फैट होते हैँ जबकि रीफाईंड ऑइल, वनस्पति घी, आदि को न लेना ही ज्यादा फायदेमंद रहेगा, इसके अलावा बादाम, अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स भी अच्छे फैट माने जाते हैँ।
पैक्ड फूड खाने से बचना चाहिए
आजकल ऐसा भी देखने में आता है की बहुत से लोग समय बचाने के लिये पैकेट फ़ूड का इस्तेमाल करने लगे हैँ जो कि काफ़ी नुकसानदायक है क्योंकि इन खानों में कोई एनर्जी नहीं होती। ज़्यादातर पैकेट्स के पीछे लो फैट, होलग्रेन, जीरो फैट जैसे दावे होते हैँ पर इनमें पोटैटो स्टार्च, राइसफ्लोर और फैट हो सकते हैँ तो बेहतर होगा की आप पैक्ड फूड खाने की बजाय ताज़ा खाना ही खाएं।
वजन घटाने में नींद की भी एक अहम भूमिका होती है। उचित खान-पान के अलावा रात को पर्याप्त नींद लेना भी आवश्यक है। यहाँ पर्याप्त नींद का मतलब है 7-8 घंटे की गहरी नींद, हालांकि अगर आप इससे ज्यादा नींद लेते हैं तो इससे आपका हार्मोनल बैलेंस भी बिगाड़ सकता है और जहां तक संभव हो दोपहर की नींद नहीं लेनी चाहिए। इसके अलावा व्यायाम ना करने से भी वजन बढ़ता है कम से कम आधे घंटे की ब्रिस्क वाकिंग तो रोजाना करनी ही चाहिए।