जब पति-पत्नी एक दूसरे की कमी को स्वीकार कर लेते तभी उनका वैवाहिक जीवन सुख पूर्वक बीत पाता है
एक शहर में बहुत ही खूबसूरत, मेहनती और नेक दिल का व्यक्ति रहा करता था। वो कमाता खाता बढ़िया था और सबसे प्रेम से बात करता था। उसकी खूबसूरती देखकर हर कोई सोचता की इसकी पत्नी तो बहुत ही सुंदर आएगी। कई लड़कियां उसे अपना पति बनाने की इच्छा रखती थीं, लेकिन उस लड़के की शादी गांव की एक लड़की से हो गई। हालांकि वो लड़की बहुत ही खूबसूरत थी और उसके साथ शादी कर व्यक्ति बहुत ही खुश हो गया था।
पत्नी को हो गया चर्मरोग
वो व्यक्ति हमेशा अपनी पत्नी की तारीफ किया करता था। पूरा मोहल्ला दोनों के प्रेम को देखकर जलने भी लगा था। पति- पत्नी दोनों बहुत खूबसूरत थे और दोनों एक दूसरे से प्रेम किया ,करते थे। पता नहीं किसकी नजर लग गई या पता नहीं क्या हो गया , लेकिन शादी के कुछ महीने बाद ही उसकी पत्नी को चर्म रोग हो गया। उसकी खूबसूरती को ग्रहण लग गया। धीरे धीरे उसकी खूबसूरती खत्म होने लगीं।
पत्नी के मन में आने लगा की अगर उसके पति के सामने वो ऐसी ही बदसूरत रही तो उसके पति को उससे नफरत होने लगेगा। वो खुद अपने पति से दूर भागने लगती। पति पास बुलाता तो चेहरा ढक कर जाती और दूर दूर ही रहती। पति को समझ आ गया की पत्नी किस वजह से दूर जा रही है। वो उसे समझाने की कोशिश करता, लेकिन खुद समझ नहीं आता कि कैसे समझाए।
एक दिन पति ऑफिस से निकला तो उसका एक्सीडेंट हो गया। उसे अस्पताल से घर लाया गया तो पत्नी को कि उसके पति की दोनों आंखे चली गईं। पत्नी के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा वो अपनी किस्मत को कोसने लगी। पति ने कहा- तुम परेशान क्यों होती है तुम्हारी आंखें हैं ना तुम्हारी आंखों से मैं इस दुनिया को देखूंगा। वहीं धीरे धीरे चर्मरोग के कारण उसकी पत्नी पूरे तरह से बदसूरत हो गई, लेकिन पति अधां था तो ये सब देख नहीं पाता था।
पति ने खोला राज
दोनों का जीवन फिर भी अच्छा चलने लगा था। पत्नी दिन भर पति के पास बैठकर उसकी सेवा करती। बाहर जाकर काम करती। पति भी पहले की ही तरह उससे प्यार करता। दोनों का जीवन सूखपूर्वक बीत रहा था। हालांकि ये खुशियां ज्यादा दिन नहीं टिकी और उसकी पत्नी की मौत हो गई औऱ पती अकेला रह गया।
पत्नी के जाने के बाद वो उदास रहने लगा था। उसका दिन नहीं कटता था। एक दिन उसने शहर छोड़कर जाने का फैसला कर लिया। जब वो जाने की तैयारी में लगा था तो उसका एक दोस्त उसके घर आ गया। उसने कहा- तम बिना अपनी पत्नी के कैसे आगे बढ़ पाओगे। इतने सालों से वो तुम्हारे साथ थी। अब वो भी नहीं है , तुम कैसे आगे चल पाओगे?
इस पर पति ने कहा- दोस्त मैं अंधा नहीं हूं, बस अधा होने का नाटक कर रहा था क्योंकि अगर मेरी पत्नी को पता चल जाता कि मैं उसकी बदसूरती देख सकता हूं तो उसे बहुत दुख पहुंचता और वो मुझसे दूर हो जाती। मैं उसे खुश देखना चाहता था। कोई भी पति-पत्नी तभी एक दूसरे के साथ खुश हर सकते हैं जब वो एक दूसरे की कमी को देखना बंद कर दें। अगर वो एक दूसरी की कमियां निकालते रहेंगे तो जीवन काटना मुश्किल हो जाएगा।
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