पति-पत्नी के बीच लड़ाई होना आम बात है, लेकिन गलतियां ढूंढते रहेंगे तो लड़ाई कभी खत्म नहीं होगी
एक गांव में दो परिवार था जो अलग अलग चीजों के चलते पूरे गांव में प्रसिद्ध था। एक घर में में एक पति पत्नी रहते थे जो दिन भर लड़ते रहते थे। दोनों की हर बात पर लड़ाई हुआ करती थी। दोनों का झगड़ा कभी कभी इतना ज्यादा ब़ढ़ जाता की बरतन फेंकने तक की आवाजें बाहर आ जाया करतीं। दोनों के झगड़े से गांव के लोगों का मनोरंजन भी होता था तो कुछ परेशान भी हो जाते थे। वहीं उन्हीं के पड़ोस में एक और पति पत्नी का जोड़ा रहा करता था। दोनों अपने पड़ोसी से बिल्कुल हटकर थे। ना कभी दोनों के लड़ने की आवाज आती और ना ही कभी दोनों को किसी ने झगड़ते देखा।
पति-पत्नी करते रहते थे झगड़ा
एक ही गांव में अड़ोस पड़ोस में पति पत्नी के दो जोड़े थे , लेकिन एक दूसरे से बिल्कुल अलग। एक बार महिला अपने घर से बाहर कुछ सामान खरीदने गई तो देखा की लोग उससे तो अच्छे से बात नहीं कर रहे हैं, लेकिन जो उनकी पड़ोसी महिला है जो सबसे प्रेम से बात करती है औऱ अपने पति से बिल्कुल नहीं झगड़ती है उसे कुछ ज्यादा ही आदर सत्कार मिल रहा है। वो महिला लौट कर घर आई तो उसे अपने पति पर बहुत गुस्सा आया। वो फिर उससे लड़ते हुई बोली की तुमसे लड़ते लड़ते मेरी ये हाल हो गया है कि बाहर के लोग अब बस हमारा मजाक उड़ाते हैं कोई हमारा सम्मान नहीं करता है। तुम जरा देख कर पता तो करो की इन दोनों में लड़ाई कैसे नहीं होती।
पति को अपनी पत्नी की बात सही लगी। उसने सोचा कि देखना पड़ेगा की मेरी और मेरी पत्नी में इतनी लड़ाई होती है तो इस घर के पति पत्नी क्यों नहीं लड़ते हैं।उसने अपने पड़ोसी के घर में तांक झांक शुरु कर दी। एक दिन वो खिड़की से झांक रहा था तो उसने देखा की घर की महिला फर्श पर पोछा लगा रही थी। तभी उसे कुछ काम याद आ जाता है और पानी की बाल्टी छोड़कर वो दूसरे कमरे में चली जाती है।
इस परिवार में नहीं होती थी लड़ाई
उस महिला का पति कमरे में अखबार लेकर पहुंचता है तो उसके पैर से बाल्टी को ठोकर लग जाती है और सारा पानी फर्श पर फैल जाता है। उसकी पत्नी तुरंत आती है और कहती है- माफ करिएगा जी, मैंने बाल्टी यहां छोड़ दी इसलिए आपका पैर लग गया औऱ फर्श गीला हो गया। इस पर पति कहता है अरे नहीं गलती तुम्हारी नहीं है बल्कि मेरी है जो मैंने अखबार पढ़ने के चक्कर में बाल्टी देखी ही नहीं।
दोनों एक दूसरे से माफी मांगते हैं औऱ एक दूसरे की मदद कर कमरा साफ कर देते हैं। पड़ोसी उस घर से जब अपने घर आता है तो उसकी पत्नी कहती है कि बताओ ना क्या देखा वो लोग झगड़ा कर रहे थे ना, पति ने कहा- दोनों के बीच लड़ाई की स्थिति तो बनी लेकिन वो लड़े ही नहीं। दोनों ने अपने अपने गलती माफी मांग ली और मिलकर काम किया जिससे उनका काम भी हो गया. हम दोनों की यही गलती रहती है कि हम एक दूसरे की सुनना ही नहीं चाहते हैं। मुझे माफ कर दो।, इतना सुनते ही महिला भी भावुक हो जाती है और कहती हैं मेरी भी गलती है, मुझे माफ कर दीजिए।
हमें भी अपने जीवन में यही अपनाना चाहिए। रिश्ता चाहे पति- पत्नी का हो या किसी और का, माफी मांग लेने से मामला शांत हो जाता है औऱ परिवार में खुशी बनी रहती है। दूसरे की गलती चीख कर उसे बताने से वो सही नहीं हो जाएगी बल्कि जब भी लड़ाई की स्थिति बनें तो प्यार से उस पर बात करें सब कुछ अपने आप ठीक हो जाएगा।
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