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जहां से चुनाव लड़ेंगे नरेंद्र मोदी, वहीं से ही उनके विरुद्ध में चुनाव लड़ेगा बीएसएफ का ये जवान

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से बर्खास्त किए गए जवान तेज बहादुर यादव अब चुनाव लड़ने जा रहे हैं और ये निर्दलीय होकर लोकसभा चुनाव लड़ने वाले हैं। इन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी को चुना हैं। तेज बहादुर यादव ने हाल ही में इस सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हरियाणा के रेवाड़ी में रहने वाले तेज बहादुर ने उत्तर प्रदेश की इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए यहां का वोटर कार्ड भी बनवा लिया है। इन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर एक वजह भी बताई है। तेज बहाहुर यादव के अनुसार ये सेना में हो रहे भ्रष्टाचार के चलते ये चुनाव लड़ रहे है और ये चुनाव जीतकर सेना में हो रहे भ्रष्टाचार को खत्म करने की कोशिश करेंगे। गौरतलब है कि इसी सीट से  इस बार फिर से नरेंद्र मोदी भी चुनाव लड़ने जा रहे हैं।

आखिर क्यों चुनी वाराणसी सीट

हमारे देश में लोकसभा की कुल 543 सीटें हैं और इन सीटों में से तेज बहादुर ने वाराणसी की ही सीट को चुनाव लड़ने के लिए चुना है और इस सीट को चुनने के पीछे तेज बहादुर ने जो वजह बताई है वो मोदी जी से जुड़ी हुई है। तेज बहादुर के अनुसार मोदी जी भारत से भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात करते हैं और मोदी को देखते हुए ही इन्होंने साल 2017 में देश के जवानों को मिलने वाले खराब खाने को लेकर आवाज उठाई थी। लेकिन ऐसा करने के चलते इन्हें  बीएसएफ से बर्खास्त कर दिया गया था। भ्रष्टाचार को देश से खत्म करने के लिए ही इन्होंने मोदी के विरुद्ध चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।

अपना प्रचार करेंगे शुरू

निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले तेज बहादुर जल्द ही वाराणसी के लोगों के बीच अपना प्रचार शुरू करने वाले हैं और इनके अनुसार इस वक्त इनके संपर्क में हजार से ज्यादा लोग हैं और ये जल्दी ही अपने कार्यकर्ताओं के संग वाराणसी जाकर अपना प्रचार शुरू कर देंगे। तेज बहादुर के मुताबिक इन्होंने कई महीनों से चुनाव में खड़े होने को लेकर अपनी तैयारियां करना शुरू कर दी थी।

कौन हैं तेज बहादुर

तेज बहादुर साल 2017 में अपनी एक वीडियो को लेकर मीडिया में खूब चर्चा का विषय बने थे। अपनी इस वीडियो में तेज बहादुर ने हमारे देश के जवानों को मिलने वाले खराब खाने के बारे में लोगों को बताया था। इस वीडियो में ये कहते हुए नजर आ रहे थे कि इनको खाने के लिए जली रोटी और पतली दाल मिलती है और कई बार खराब खाना मिलने के कारण देश के जवानों को भूखे पेट सोना पड़ता है। ये वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हुई थी। इस वीडियो के वायरल होने के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बीएसएफ से जवानों को दिए जाने वाले खाने को लेकर रिपोर्ट मांगी थी। इस मामले में  बीएसएफ ने तेज बहादुर को दोषी पाया था और इन्हें अनुशासनहीनता का दोषी  मानते हुए बर्खास्त कर दिया गया था। सेना से बर्खास्त होने के बाद भी ये काफी सुर्खियों में रहे थे और साल 2019 के जनवरी महीने मेें इनके बेटे ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इनके बेटे की आयु 22 साल की ही थी। इससे पहले मीडिय में इनकी एक तस्वीर भी खूब वायरल हुई थी जिसमें कहा गया था कि इनकी मौत हो गई है। इस फोटो के वायरल होने के बाद इनकी पत्नी ने मीडिया में आकर कहा था कि इनके मौत की सभी खबरें झूठी हैं और अब ये चुनाव लड़ने के ऐलान के चलते  फिर से सुर्खियों में आ गए हैं।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश राज्य में  7 चरणों के तहत मतदान होने वाले हैं और वाराणसी सीट पर  19 मई  को वोटिंग होगा। वहीं इन चुनाव के नतीजे 23 मई को आने वाले हैं।

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