मात्र 4 चावल के दाने बदल सकते हैं आपकी किस्मत, जानें कैसे
चावल एक प्रकार का अनाज होता है और इसका प्रयोग पूजा-पाठ के दौरान खूब किया जाता है। चावल को हमारे शास्त्रों में काफी पवित्र बताया गया है और इसी वजह से इनका प्रयोग पूजा की सामग्री के तौर पर किया जाता है। चावल एक ऐसा अनाज हैं जिसे किसी भी भगवान को अर्पित किया जा सकता है।क्योंकि किसी भी भगवान को चावल चढ़ाना वर्जित नहीं माना गया है। इसलिए आप किसी भी भगवान की पूजा करते समय बिना किसी डर के चावल का इस्तेमाल पूजा के दौरान कर सकते हैं। हालांकि चावल को चढ़ाते हुए आप इससे जुड़ी कुछ बातों का खासा ध्यान रखें।
टूटे चावल ना चढ़ाएं
पूजा करते समय भगवान को अर्पित करने वाले चावल के दाने बिलकुल भी टूटे हुए यानी खंडित ना हों। खंडित चावल भगवान को अर्पित करना शुभ नहीं माना गया है और टूटे चावल चढ़ाने से भगवान नाराज हो जाते हैं और पूजा का लाभ आपको नहीं मिलता है। इसी तरह से पूजा के समय प्रयोग किए जाने वाले चावलों का रंग एकदम सफेद होना चाहिए। आप कभी भी पीले पड़े चावलों का प्रयोग पूजा के दौरान ना करें।
रोज चढ़ाएं चावल
आप रोज अपने घर में पूजा करते समय भगवान के सामने चावल जरूर अर्पित करें। रोज भगवान को चावल अर्पित करने से आपके घर में अनाज की कभी भी कमी नहीं आती है। इसलिए आप रोज सुबह पूजा करते हुए मात्र चार अखड़ित चावल के दाने भगवान को चढ़ाएं। वहीं अगले दिन आप मंदिर में चढ़ाए गए इन चावलों को चिड़िया को खाने के लिए डाल दें।
एकदम साफ चावल का प्रयोग करें
पूजा के समय इस्तेमाल करने वाले चावल एकदम साफ होने चाहिए और इनमें किसी भी तरह की मिट्टी नहीं लगी होनी चाहिए। पूजा में इस्तेमाल करने वाले चावलों को हमेशा अलग से रखना चाहिए और इनको खाने वाले चावलों के संग ना रखें।
शिवलिंग पर चढ़ाएं चावल
शिवलिंग की पूजा करते समय आप उनको चावल जरूर चढ़ाएं और चावल के दाने शिवलिंग पर चढ़ाते हुए आप ऊँ नम शिवाय बोलते रहें। हालांकि आप इस बात का ध्यान रखें की शिवजी को चढ़ाए जाने वाले चावल खंडित ना हों। आप अगर हर सोमवार महज चार दाने भी शिवलिंग पर चढ़ाते हैं तो आपकी मनोकामना भगवान पूरी कर देते हैं।
आखिर क्यों पूजा के समय चढ़ाए जाते हैं चावल
चावल सभी प्रकार के अन्नों में सबसे श्रेष्ठ होते हैं। चावल का रंग सफेद होता है जो कि शांति को दर्शाता है। जब हम इसे भगवान को अर्पित करते हैं तो हम अपने जीवन में शांति और हमारे जीवन में कभी भी अन्न की कमी ना हो इसकी कामना करते हैं। इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि भगवानों का सबसे प्रिय अनाज चावल है और चावल को अर्पित करने से वो खुश हो जाते हैं।
अगर चावल को कुंकुम के संग भगवान को चढ़ाया जाए तो वो अधिक प्रसन्न हो जाते हैं और आपकी पूजा को स्वीकार कर आपको फल प्रदान कर देते हैं। कोई भी पूजा चावल के बिना सफल नहीं मानी जाती हैं और पूजा में इनका प्रयोग करना अनिवार्य होता है।