पाकिस्तान में जबरन हिन्दू लड़कियों को अगवा कर मुसलमान बनाने पर आया नया मोड़ , जानिये पूरी कहानी
पाकिस्तान में दो हिंदू लड़कियों का अपहरण कर उनका जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया है और फिर उनके साथ निकाह किया गया है। बताया जा रहा है कि इन लड़कियों का अपहरण इनके घर से ही किया गया है और फिर इनको मुस्लिम बना इनके साथ शादी की गई। ये घटना पाकिस्तान के सिंध प्रांत की है। इन दोनों नाबालिग लड़कियों के पिता हरी लाल अपनी बेटियों की मदद करने के लिए और आरोपियों को सजा दिलवाने की मांग लगातार पुलिस से कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इन्हें इंसाफ नहीं मिल सका है। इस मामले पर भारत सरकार की भी नजर बनी हुई है और भारत सरकार ने पाकिस्तान से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
होली से एक दिन पहले हुआ अपहरण
लड़कियों के पिता के अनुसार होली से एक दिन पहले उनके घर में कुछ लोग घुस आए थे और उन्होंने बंदूक की नौक पर उनकी दो बेटियों को अगवा कर लिया था। हरि लाल के मुताबिक अगवा करने के बाद इनकी बेटियों का पहले धर्म परिवर्तन किया गया और फिर उनसे शादी की गई। इनकी एक बेटी की आयु 13 साल की है और दूसरी की 15 साल की है। इन नाबालिग लड़कियों के पिता बस अपनी दोनों बेटियों की सही सलामती की दुआ कर रहे हैं।
लड़कियों ने कहा अपनी मर्जी से बदला धर्म
इस मामले से जुड़ी सुनवाई पाकिस्तान के कोर्ट में चल रही है और कोर्ट में लड़कियों ने पेश होकर अपने आपको नाबालिग नहीं बताया है और कहा है कि उनकी आयु 20 और 18 साल की है। इतना ही नहीं लड़कियों ने कोर्ट में कहा है कि उन्होंने अपनी मर्जी से ही धर्म बदला है और निकाह किया है। दरअसल इन लड़कियों ने सुरक्षा मुहैया करवाने को लेकर कोर्ट में एक याचिका दायर की थी और इस याचिका की सुनवाई कोर्ट ने हाल ही में की है। अपनी याचिका में इन लड़कियों ने कहा था कि पाकिस्तान के संविधान ने उन्हें धर्म चुनने की अधिकार दिया है और उन्होंने अपनी मर्जी से धर्म बदला है। जिसके बाद कोर्ट ने इन लड़कियों को सुरक्षा मुहैया करवा दी है और इन्हें इस्लामाबाद से बाहर नहीं जाने के आदेश दिए हैं।
हाल ही में एक वीडियो आई थी सामने
इन दोनों लड़कियों से जुड़ी हुई एक वीडियो भी हाल ही में सामने आई थी और इस वीडियो में ये लड़कियां रोते हुए नजर आई थी और अपना दुख बता रही थी। इस वीडियो में ये लड़कियां कह रही थी कि निकाह के बाद से उनके साथ मारा-पीटा की जा रही है। मगर कोर्ट में पेश होकर इन लड़कियों ने अपनी मर्जी से निकाह करने का बात बोली है।
भारत ने मांगी इस मामले पर रिपोर्ट
इस मामले को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय की और से पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग से रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा इस मामले की रिपोर्ट मांगना पाकिस्तान के सूचना मंत्री फ़व्वाद चौधरी को पसंद नहीं आया और उन्हें एक बयान जारी कर कहा कि ये पाकिस्तान का आंतरिक मामला है और ये नरेंद्र मोदी का भारत नहीं, जहां पर अल्पसंख्यक समुदाय को तंग किया जाता हो। फ़व्वाद चौधरी की और से आए इस बयान के जवाब में सुषमा स्वराज ने कहा है कि उन्होंने केवल रिपोर्ट ही मांगी थी और पाकिस्तान के मंत्री बेचैन हो गए है। इससे पाकिस्तान की मंशा क्या है ये पता चलता है।
हो रहा है विरोध
इस घटना को लेकर पाकिस्तान में मौजूद हिंदू संगठनों द्वारा काफी विरोध किया जा रहा है और पाकिस्तान में सड़क प्रदर्शन हो रहे हैं। इन संगठनों की मांग है कि इस मामले के दोषी लोगों को पकड़ा जाए और उनको सजा दी जाए। वहीं इस मामले को बढ़ता देख पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने पुलिस को इस घटना की जांच करने को कहा है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की पुलिस ने अभी तक इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, लेकिन अभी तक इन तीनों लोगों को पकड़ा नहीं जा सका है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में हिंदू और अन्य धर्म की लड़कियों के साथ इस तरह के हादसे खूब हो रहे हैं और इस देश में हिंदू और ईसाई लड़कियों को अगवा कर उनका धर्म परिवर्तन करवा, उनके साथ निकाह किया जा रहा है। हैरान करने की बात ये हैं कि अपहरण और धर्म परिवर्तन करने से जुड़े इतने सारे मामले सामने आने के बाद भी ना तो पाकिस्तान की सरकार और पुलिस अन्य धर्म की लड़कियों की रक्षा के लिए कोई ठोस कदम उठ रही है। इसी साल ही इस देश में एक शादीशुदा और तीन बच्चों की मां को अगवा कर लिया गया था और उसको अपना ईसाई धर्म बदलने पर मजबूर किया गया था। इस महिला से जबदस्ती धर्म परिवर्तन करवाने के सथा साथ इससे निकाह भी कर लिया गया था। इस देश में हिंदूओं की संख्या करीब 30 लाख है। लेकिन फिर भी उनकी सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है।