टीवी पर तुलसी बनकर घर घर बनाई पहचान, अब राजनीति में सिक्का जमा चुकी हैं स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी देश की एक जानी मानी नेता हैं और टेक्सटाइल मिनिस्टर हैं। आज उनका जन्मदिन हैं। वो सिर्फ केंद्रीय मंत्री नहीं ही नहीं बल्कि एक प्रसिद्ध अदाकारा भी रही हैं जिन्होंने अपनी एक्टिंग से टीवी शो में बहुओं को एक नई पहचान दी। उनका मॉडलिंग से लेकर राजनीति तक का सफर काफी खास रहा। आज उनके जन्मदिन के अवसर पर आपको स्मृति ईरानी से जुड़ी कुछ बातें बताते हैं।
क्योंकि सास भी कभी बहू से मिली पहचान
स्मृति ईरानी का सफर मॉडलिंग से शुरु हुआ था और 1998 में वो मिस इंडिया की फाइनलिस्ट थीं। स्मृति अपनी 3 बहनों मे सबसे बड़ीं हैं। स्मृति मिस इंडिया का खिताब तो नहीं जीत पाईं, लेकिन टीवी इंडस्ट्री की ओर अपना रुख कर लिया। स्मृति ईरानी ने कई टीवी शो में काम किया, लेकिन उन्हें पहचान मिली एकता कपूर के शो क्योंकि सास भी कभी बहू थी। इस शो में स्मृति ईरानी ने तुलसी वीरानी का रोल निभाया था। इस शो ने सफलता के जो झंडे गाढ़े हैं उसके बारे में हर किसी को पता है। ये शो टीवी में चलने वाले सबसे लंबे एपिसोड वाला शो था।
स्मृति ईरानी अब तक भारतीय टेलीविजन अकादमी अवार्ड, चार इंडियन टेली अवार्ड और आठ स्टार परिवार अवार्ड भी अपने नाम कर चुकी हैं। स्मृति ईरानी ने तुलसी वीरानी बनकर घर घर में जो पहचान बनाई उसे कभी कोई भूल नहीं पाएगा, लेकिन जिंदगी में एक समय ऐसा भी था जब उन्हें नौकरी से इस लिए निकाल दिया गया था क्योंकि उनसे कहा गया था कि उनकी पर्सनालिटी ठीक नहीं है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि जेट एय़रवेज ने उन्हें केबिन क्रू में शामिल करने से इनकार कर दिया था।
इसके बाद उन्होंने मैकडॉन्ल्ड में वेट्रेस और क्लीनर के पद पर काम किया। फिर मॉडलिंग की, लेकिन मिस इंडिया का खिताब जीत नहीं पाई और इसके बाद उन्हें पहचान मिली क्योंकि सास भी कभी बहू थी से। इस शो के खत्म होने के बाद स्मृति ईरानी राजनीति में सक्रिय हो गईं। 2003 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में सदस्यता ग्रहण की और दिल्ली के चांदनी चौक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा।
राजनीति में ऐसे शुरु हुआ “तुलसी” का सफर
स्मृति ईरानी को 2004 में महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया। पार्टी ने उन्हें पांच बार केंद्रीय समीति के कार्यकारी सदस्य के रुप में मनोनीत किया औऱ राष्ट्रीय सचिव के रुप में भी नियुक्त किया। इसके बाद 2011 में वो गुजरात से राज्यसभा सांसद चुनी गई। इसी साल स्मृति को हिमाचल में महिला मोर्चे की भी कमान सौंप दी गई।
2014 में जब आम चुनाव हुए तो स्मृति ईरानी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास के खिलाफ अमेठी संसदीय सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं। हालांकि वो राज्यसभा सांसद बन गई और उसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्री का पद उन्हें सौंपा गया। बाद में उन्हें कपड़ा मंत्रालय सौंप दिया गया।
स्मृति ईरानी ने जुबिन ईरानी पासी से शादी की। इस शादी के बाद उन्हें दो बेटे हुए जौहर और जोइश। हालांकि वो जुबिन की दूसरी पत्नी हैं। स्मृति ईरानी अपनी तीनों बहनों में सबसे बड़ी थीं और उनका परिवार रुढ़िवादी था, लेकिन इन सारे बंधनों को तोड़कर उन्होंने ग्लैमर जगत में कदम रखा औऱ फिर राजनीति में विपक्ष को अपना दम भी दिखाया।संसद में उनकी आक्रमकता और वाक पटुता के लिए उन्हें काफी पसंद किया जाता है।
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