भारत में जब भी लोकसभा चुनाव हुआ है तब फिल्मी सितारों को प्रचार या चुनाव में उम्मीदवार बनाकर उतार दिया जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि फिल्मी सितारों का जनता पर बहुत गहरा असर पड़ता है. लोकसभा 2019 होने से पहले ही कई बड़े सेलिब्रिटीज राजनीति पार्टियों के लिए मैदान में उतर गई हैं. कुछ समय पहले छोटे पर्दे की भाभी जी यानी शिल्पा शिंदे ने पार्टी ज्वाइन की थी और अब खबर है कि पूर्व क्रिकेट गौतम गंभीर ने भी बीजेपी ज्वाइन कर ली है. इसके बाद हरियाणवी डांसर सपना चौधरी ने भी कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है ऐसी खबरें खूब सुर्खियां बटोर रही हैं. मगर ये पहली बार नहीं है जब सितारों ने अपना जलवा राजनीति मे दिखाया. इन फिल्मी सितारों के चार्म से हिल गए थे कई राजनेता, इनमें से सबसे बढिया पारी अभिनेता देव आनंद ने खेली थी.
इन फिल्मी सितारों के चार्म से हिल गए थे कई राजनेता
पहले विनोद खन्ना, राजेश खन्ना, हेमा मालिनी, जया प्रदा, अमिताभ बच्चन, शत्रुघ्न सिन्हा और राज बब्बर जैसे बड़े सितारों ने राजनीति पार्टी ज्वाइन की थी. बॉलीवुड सितारों का राजनीति में शामिल होने का बहुत पुराना दौर रहा है. साल 1975 में जब देश में इमरजेंसी लगी तो देश की राजनीति में बहुत सारे बदलाव आए थे और नई पार्टियों ने इस दौर को अपने लिए बेहतरीन बना लिया. वहीं दूसरी ओर फिल्मी सितारों ने भी राजनीति में उतरने का मन बना लिया. एक नजर डालते हैं उस इतिहास पर जब बॉलीवुड शख्सियतों ने राजनीति में अपनी शुरुआत की.
विनोद खन्ना
साल 1997 में विनोद खन्ना ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की और दो बार गुरुदास पुर से सांसद चुने गए. इसके अलावा साल 2002 में संस्कृति और पर्यटन मंत्री भी बने थे.
देव आनंद
4 सिंतबर 1979 को मुंबई के ताज होटल में हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेशनल पार्टी के गठन की घोषणा की गई और इसके साथ एक घोषणापत्र जारी किया गया. इस पार्टी के अध्यक्ष अभिनेता देव आनंद बने. इस पार्टी का मुख्यालय वी. शांताराम के मुंबई के परेल स्थित राजकमल स्टूडियो में बनाया गया था, हालांकि बाद में इसे देव आनंद के ऑफिस में बना लिया और उन्होंने ही इस पार्टी का संचालन किया और ये किसी अभिनेता के लिए इतिहास रचने जैसी बात थी.
धर्मेंद्र
साल 2004 में धर्मेंद्र ने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बन गए थे. धर्मेंद्र ने राजस्थान के बीकानेर से नेतृत्व किया और साल 2004 से 2009 तक सांसद बनकर काम किया. इसके बाद उन्होंने यहां से भी मुंह मोड़ लिया हालांकि कभी-कभी इस पार्टी में नजर आए लेकिन सिर्फ इस पार्टी का नेतृत्व करने. इसके अलावा धर्मेंद्र ने देव आनंद की पार्टी का अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन किया था.
हेमा मालिनी
हेमा मालिनी फिल्मों के अलावा राजनीति में सक्रिय हैं. साल 1999 में इन्होंने बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार किया था. साल 2004 में वे मथुरा से सांसद बनी और हेमा वहां की जनता के दिल में उतर गईं. इसके बाद हेमा आज भी राजनीति में ही हैं और बीजेपी का नेतृत्व करती हैं.
इसके अलावा भी जनता सरकार और कांग्रेस के लोगों ने जीपी सिप्पी और रामानंद सागर जैसे बड़े फिल्म मेकर्स को राजनीति में उतरने की सलाह दी थी. धीरे-धीरे हर बड़े नेता राजनीति की पारी खेलने मैदान में आए जिनमें से कुछ सफल तो कुछ असफल हुए.