सालों बाद मैच फिक्सिंग पर छलका धोनी का दर्द, बोलें ‘किसी ने नहीं पूछा कि मुझ पर क्या गुजरी’
कैप्टन कूल के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट के मैदान में चट्टान की तरह खड़े रहते हैं। महेंद्र सिंह धोनी भले ही अब इंडियन क्रिकेट टीम के कप्तान नहीं रहे, लेकिन उनकी मौजूदगी मात्र से टीम का मनोबल बढ़ जाता है। कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट के मैदान पर अब तक कई रिकॉर्ड तोड़े हैं, तो कई बनाएं भी हैं, लेकिन धोनी कभी भी अपने जज्बात को जाहिर नहीं करते हैं। जी हां, महेंद्र सिंह धोनी अक्सर अपनी भावनाओं को छिपा ले जाते हैं, लेकिन इस बार उनकी भावनाएं मैच फिक्सिंग को लेकर सामने आ गई। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
महेंद्र सिंह धोनी की आईपीएल टीम चैन्नई सुपर किंग्स पर 2013 में मैच फिक्सिंग का आरोप लगा था, जिसके बाद टीम पर बैन लगा दिया था। ऐसे में अब महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल में मैच फिक्सिंग के आरोप पर बड़ा बयान दिया है। महेंद्र सिंह धोनी ने सालों बाद अपना दर्द जाहिर किया और कहा कि जब आप खुद को मजबूत दिखाते हैं, तो लोग आपसे आपका हाल पूछना भी बंद कर देते हैं और ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी हुआ। आईपीएल मैच फिक्सिंग को लेकर महेंद्र सिंह धोनी ने खुलकर बयान दिया है।
किसी ने नहीं पूछा कि मुझ पर क्या गुजरी- महेंद्र सिंह धोनी
मैच फिक्सिंग पर बात करते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने मीडिया से कहा कि जब 2013 में चैन्नई सुपर किंग्स पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा तो पूरे देश की नजर में हम दुश्मन बन गये और हमारे खिलाफ तरह तरह की बाते होने लगी, लेकिन किसी ने उस दौरान यह नहीं पूछा कि आखिर उस समय मेरे दिल पर क्या बीती और मेरा क्या हाल हुआ था। धोनी ने आगे कहा कि मेरे लिए क्रिकेट ही सबकुछ है और क्रिकेट का मैं सम्मान करता हूं, ऐसे में 2013 में मैं बहुत ही ज्यादा दुखी हो गया था और मेरे जीवन का सबसे बुरा दौर था।
खिलाड़ियो का क्या कसूर था?
महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मैच फिक्सिंग में हम खिलाड़ियों का क्या कसूर था, जो हमें इस तरह से सजा दिया गया? धोनी ने आगे कहा कि मैच फिक्सिंग के बाद हमे यह पता था कि बड़ी सजा मिलनी जा रही है, लेकिन वह सजा क्या था, बस उसका ही इंतजार था, लेकिन उस समय बतौर कप्तान मेरे दिल और दिमाग में यही सवाल था कि आखिर टीम के खिलाड़ियों का क्या कसूर था? धोनी ने कहा कि जिस समय चैन्नई सुपर किंग्स को दो साल के लिए बैन किया गया, उस समय मैं और मेरी टीम पूरी तरह से दुखी हो गई थी।
कत्ल से बड़ा गुनाह है मैच फिक्सिंग
कैप्टन कूल ने आगे कहा कि कत्ल करने से कहीं ज्यादा बड़ा गुनाह मैच फिक्सिंग है। ऐसे में मेरे लिए सबसे बड़ा गुनाह कत्ल नहीं, बल्कि मैच फिक्सिंग है। आज मैं जो कुछ भी हूं, वह सब क्रिकेट की वजह से हूं। धोनी ने कहा कि अगर लोगों को लगता है कि मैच का नतीजा असाधारण है, क्योंकि वह फिक्स है, इससे उनका विश्वास उठ जाएगा और ऐसा मेरे लिए बहुत दुखदायी होगा।